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Showing posts from May, 2019

Latest Astrology Updates in Hindi

Dev Shayani Ekadashi Ki Mahima in Hindi

देव शयनी एकादशी कब है 2025 में , पद्मा एकादशी , हरी शयनी एकादशी किसको कहते है, क्या करे देव शयनी एकादशी को सफलता के लिए, जानिए ग्रहों की स्थिति . Devshayani Ekadashi 2025: अषाढ़ शुक्ल पक्ष का ग्यारहवां दिन बहुत ख़ास होता है भारत मे विशेषतः क्यूंकि मान्यता के अनुसार इस दिन भगवान् विष्णु क्षीर सागर मे सोने के लिए चले जाते हैं. अलग अलग प्रान्तों मे अषाढ़ मास के ग्यारस को अलग लग नामो से जाना जाता है जैसे पद्मा एकादशी, प्रथमा एकादशी, हरी शयनी एकादशी आदि.   इस पुरे दिन और रात भक्त गण भगवान् विष्णु की पूजा और आराधना मे लगे रहते हैं. इसी दिन चातुर्मास की शुरुआत भी होती है अर्थात इस दिन से ४ महीने तक साधू संत विशेष पूजा आराधना करते हैं और कहीं जाते आते भी नहीं है. Watch Video here वर्ष  2025  मे हरी शयनी एकादशी 6 जुलाई को है|  मान्यता के अनुसार पद्मा एकादशी की शुरुआत राजा मानदाता से जुडी है. इन्होने अंगीरा ऋषि के कहने से अषाढ़ मास के ग्यारस को व्रत और विशेष पूजा की जिससे की इनके राज्य मे वर्षा हुई और सम्पन्नता आई. तभी से लोग भी इस दिन को मनाने लगे.  Devshaya...

Santan Prapti Saadhna

संतान प्राप्ति साधना, जानिए किस साधना से संतान प्राप्त की जा सकती है, कौन सी पूजा बच्चा पाने के लिए करे, कुंडली में संतान भाव के दोषों को कैसे दूर करे. जो साधना संतान प्राप्ति के लिए किया जाता है उसे संतान प्राप्ति साधना कहा जाता है. स्वस्थ संतान की चाहत हर दंपत्ति की होती है, माता पिता बनना हर दंपत्ति की ख्वाहिश होती है. अगर सही समय पर संतान हो जाए तो ये बहुत ही भाग्य की बात है परन्तु बहुत से लोग ऐसे है जिनको संतान सुख नहीं मिलता है पूर्ण रूप से स्वस्थ होने पर, सारी क़ाबलियत होने पर भी. Santan Prapti Saadhna ऐसे लोगो के कुंडली को देखने पर बहुत से कारण सामने आये हैं जैसे कुंडली में संतान भाव का दूषित होना, इसके कारण जातक को संतान होने में बहुत समय लग जाता है या फिर संतान स्वस्थ नहीं हो पाती है. कुछ दंपत्ति तो काले जादू के कारण भी संतान बाधा से ग्रस्त रहते हैं. कुछ महिलाओं में गर्भपात होता रहता है कमजोर ग्रहों के कारण. अगर चिकित्सा करने पर भी दंपत्ति को कोई फायदा नहीं होता है तो ऐसे में अनुभवी ज्योतिष से परामर्श लेना चाहिए. संपर्क करे ज्योतिष से मार्गदर्शन के लिए >> ...

Talaak Ke Karan Aur Jyotish Samadhan

तलाक के मुख्य कारण जो की उत्प्रेरक का कार्य करते हैं. जानिए उन कारणों को जो संबंधो को तलाक तक पहुंचा देते हैं, ज्योतिषीय कारण जानिए तलाक के, जानिए ज्योतिष समाधान तलाक के. आज के दौर में तलाक के बढ़ते मामले सही मायने में एक गंभीर विषय है पुरे संसार के लिए. अब ये समय आ गया है की इस विषय पर गंभीरता से विचार किया जाए और कारणों को जाना जाए. तलाक से अपने आपको बचाने के लिए भी समाधान खोजना चाहिए.  Talaak Ke Karan Aur Jyotish Samadhan तलाक को लेके कुछ महत्त्वपूर्ण सवाल आते हैं जैसे : आज के कुछ युवा लोग क्यों विवाह के संबंधो को निभा नहीं पा रहे हैं? क्यों आज कोई एक साथी संघर्ष के समय दुसरे का साथ नहीं दे पाता है? क्यों अहंकार इतना महत्त्वपूर्ण हो गया है की बात तलाक तक पहुँच जाती है. क्यों लम्बे समय तक रहने के बाद दंपत्ति तलाक लेने लगे हैं. क्या ज्योतिष तलाक को रोकने में सहायक हो सकता है? क्यों आज कुछ समय के बाद प्रेम संबंधो में दरार आ जाता है? क्यों हम अपने वैवाहिक जीवन को रोज नवीनता से नहीं देख पाते हैं? क्यों ले तलाक? क्यों लोग तलाक के बाद के परिणामो पर विचार नहीं कर प...

Kaise kare Vaivahik jivan ko Majboot Jyotish Dwara

कैसे करे वैवाहिक जीवन को मजबूत ज्योतिष द्वारा, free वास्तु सलाह सुखी वैवाहिक जीवन के लिए, जानिए किस प्रकार ग्रह प्रभावित करते हैं सेक्स जीवन को, Hindi jyotish website. क्या आप एक तनावपूर्ण जीवन जी रहे हैं, क्या शारीरिक कमजोरी के कारण आपको बहुत कुछ सहन करना पड़ता है, क्या आपका व्यक्तिगत जीवन बहुत संतोषपूर्ण नहीं है, क्या आपके जीवन साथी के साथ सम्बन्ध ठीक नहीं रहते हैं तो निश्चित ही आपके कुंडली में ग्रह कहीं न कहीं समस्या उत्पन्न कर रहे हैं जिसको जानकार आप अपने वैवाहिक जीवन को मजबूत बना सकते हैं. Kaise kare Vaivahik jivan ko Majboot Jyotish Dwara ज्योतिष द्वारा हम पति-पत्नी के जीवन में उत्पन्न होने वाले परेशानियों के कारण को जान सकते हैं और उसका समाधान भी प्राप्त कर सकते हैं. ग्रहों को हमारे जीवन पर पूरा पूरा प्रभाव पड़ता है, हर व्यक्ति जन्म से लेके मृत्युपर्यंत ग्रहों के हिसाब से ही सुख और दुःख भोगता है. जब जीवन में किसी समस्या का कोई कारण नहीं समझ आता है तो उस समय एक अच्छा ज्योतिष हमारी मदद कर सकता है. असंतुष्ट सहवास के कारण व्यक्ति कई प्रकार के समस्याओं से ग्रस्त हो जाता...

Chipkali Se Jude Shakun Apshakun

Chipkali Se Jude Shakun Apshakun, छिपकली से जुड़े शकुन – अपशकुन, क्या होता है जब छिपकली शारीर के किसी भाग पर गिरे, क्या होता है जब शारीर का कोई भाग कापने/फड़कने लगता है. ज्योतिष के अन्दर छिपकली के शारीर के किसी भाग पर गिरने को देखके भी भविष्यवाणी की जाती है . इस विषय का जिक्र भी शकुन – अपशकुन के अंतर्गत किया जाता है. परन्तु इस विषय पर लोगो के मत भिन्न भिन्न देखे गए हैं. यहाँ पर जानकारी के लिए कुछ छिपकली से जुड़े शकुन-अपशकुन बताया जा रहा है.  Chipkali Se Jude Shakun Apshakun आप चाहे तो अपने अनुभव भी छिपकली से जुड़े बाँट सकते हैं कमेंट के जरिये. कुछ कहते हैं की छिपकली का गिरना अशुभ होता है तो कुछ कहते हैं शुभ होता है. परन्तु इसका शुभ – अशुभ इस बात पर निर्भर करता है की छिपकली शारीर के किस भाग पर गिरी है. अगर छिपकली सर पर गिरे तो ये शुभ माना जाता है. व्यक्ति को शीघ्र ही कुछ अच्छा मिलने वाला है, कुछ लाभ होने वाला है, जीवन में ख़ुशी मिलने वाली है.  अगर छिपकली तीसरी आँख की जगह गिरे तो इसका अर्थ है की किसी उच्च अधिकारीयों से लाभ होने वाला है.  अगर छिपकली नाक को छू...

Jyotish Main Shakun Ka Mahattwa

Jyotish Main Shakun Ka Mahattwa, ज्योतिष और शकुन, शकुन और अपशकुन क्या है, शकुन और अपशकुन का महत्तव. पुरे विश्व में लोग शकुन – अपशकुन को मानते हैं. इनका अर्थ होता है कुछ ऐसी घटनाएं जिसको देखके अपने साथ होने वाली घटनाओं का अंदाजा लागाया जाता है. अंग्रेजी इन्हें omens कहा जाता है . हमने अक्सर सुना है की किसी ने अचानक से किसी घटना के बाद अपनी यात्रा को रोक दिया, कुछ लोग बिल्ली के रस्ते काटने के बाद उस रास्ते से नहीं जाते, कुछ लोग कुत्ते के रोने को अशुभ समझते हैं आदि. ये सब शकुन- अपशकुन के अंतर्गत आते हैं.  Jyotish Main Shakun Ka Mahattwa शकुन में हम निम्न को सम्मिलित करते हैं : जानवरों की आवाजे  शारीर के विभिन्न हिस्सों में कम्पन्न होना  किसी चीज का शारीर के किसी भाग पर गिरना कुछ विशेष प्रकार के स्वप्न कुछ विशेष दृश्य जो की यात्रा शुरू करने के दौरान दिखाई देते हैं आदि. जब कोई घटना बिना किसी तैयारी के घटित और अपेक्षा के घटित हो जाती है तो उनका स्तेमाल किया जाता है की शकुन है या अपशकुन. शकुन – अपशकुन से सम्बंधित जानकारी जिसमे दी गई है उसे “शकुन शास्त्र "...

Vivah Ke Baad Anaitik Sambandh Aur Jyotish

विवाह के बाद अनैतिक सम्बन्ध क्यों बनते हैं, जानिए क्या ज्योतिषीय कारण हो सकते हैं अनैतिक संबंधो के, Extra marital affair ke jyotishiy karan. Vivah Ke Baad Anaitik Sambandh Aur Jyotish: आज के इस युग में असंतोष होने के कारण या फिर ज्यादा चाह की इच्छा के कारण अनैतिक सम्बन्ध बहुत बन रहे है जिनके कारण तलक के मुद्दे भी बढ़ते जा रहे हैं. Vivah Ke Baad Anaitik Sambandh Aur Jyotish शादी के बाद यदि कोई दूसरा सम्बन्ध बना रहा है तो इसका मतलब है की उसके किसी इच्छा की पूर्ति नहीं हो रही है और उस इच्छा को पूरा करने के लिए वो दुसरे की तलाश करता है और सम्बन्ध बनाता है या बनाती है. आज अवैध संबंधो के कारण बहुत से क्राइम भी हो रहा है. आज अनैतिक संबंधो के कारण बहुत से तलाक भी हो रहे है. आज इसके कारण कई परिवार रोज अलग हो रहे है.  Vivah Ke Baad Anaitik Sambandh Aur Jyotish: पढ़िए पति पत्नी के संबंधो को सुधरने के ज्योतिषीय उपाय  आइये जानते हैं कुछ आम कारण अनैतिक संबंधो के लिए: विवाह के बाद सम्बन्ध का एक कारण विवाह से पहले का प्रेम भी हो सकता है जिसे लड़का या लड़की भुला नहीं पा रहे हो. क...

Vrishabh Raashi ka Rahasya | Taurus Astrology

वृषभ राशि वालो की प्रकृति, ज्योतिषी सलाह, वृषभ वालो के लिए रत्न, Taurus astrology free, Taurus astrology in Hindi. Vrishabh Raashi ka Rahasya क्या आप वृषभ राशि के हैं और जानना चाहते हैं अपने बारे में तो जानिए वृषभ राशि के रहस्य को. वृषभ राशि पर शुक्र ग्रह का आधिपत्य होता है. प्रथ्वी इसका तत्व है. इस राशि से व्यक्ति के निर्णय लेने की क्षमता, महसूस करने की क्षमता , विश्वास, आदि को पढ़ा जाता है. इस राशि का रत्न हीरा है. शुक्रवार वृषभ राशि वालो का दिन है. वृषभ राशि के लिए शुभ दिशा है दक्षिण. इनकी मित्र राशि हैं – कन्या, कर्क, मकर, मीन और मेष. वृषभ से बेमेल राशियाँ है – सिंह, तुला, वृश्चिक, धनु, कुम्भ. जानिए Vrishabh Rashi Ka Mantra कौन सा है ? Watch video on Vrishabh Rashi: कुछ महत्त्वपूर्ण तथ्य: वृषभ राशि के लोग बहुत ही व्यवहारिक होते हैं, ये सपनो की दुनिया में नहीं जीते हैं, इनका हर कदम बहुत ही सावधानीपूर्ण होता है, जिनसे ये प्रेम करते हैं उनके लिए ये बहुत सोचते हैं, जो ये सोचते हैं वैसा ये कर देते हैं. वृषभ राशि के लोग थोड़े जिद्दी भी होते है जिसके कारण इन...

Mesh Raashi Ka Rahasya | Aries Astrology Free

Mesh Rashi Wale Kaise Hote hain?. Aries astrology in Hindi, मेष राशि, मेष राशि वालो की प्रकृति, मुफ्त सलाह, Aries nature, Free astrology  suggestions. Mesh Raashi Ka Rahasya क्या आप मेष राशि के जातक है, क्या आप अपने बारे में जानना चाहते हैं, तो पढिये यहाँ. मेष राशि का स्वामी ग्रह है मंगल. मेष राशि का सम्बन्ध अग्नी तत्व से है. इस राशि वालो के लिए दिन है मंगलवार. इस राशि से निम्न चीजों को देखा जाता है – नेतृत्त्व क्षमता , शारीरिक शक्ति, लक्ष्य , गुस्सा आदि. मेष राशि का रत्न है लाल मूंगा. आपके लिए शुभ दिशा है पूर्व. इसकी मित्र राशियाँ है- सिंह, धनु, मिथुन और वृषभ. जो राशियाँ मेष से मेल नहीं खाती हैं वो हैं कर्क, कन्या, तुला, मकर. कुछ महत्त्वपूर्ण तथ्य : ये राशि चक्र की पहली राशि है और अग्नि तत्त्व की प्रधानता के कारण चमकीली भी है. मेष राशि वाले लोग निर्भीक, नेतृत्त्व क्षमता वाले, उर्जावान और साहसी होते हैं. इनको आलस्यता पसंद नहीं और ये लगातार अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कार्य करते रहते हैं. कई बार अधिक ऊर्जा इनके लिए समस्या भी बन जाती है. इस प्रकार के लो...

Naurkri Ya Vyapaar Kya kare Jyotish Ke Hisab Se

Naurkri Ya Vyapaar Kya kare Jyotish Ke Hisab Se, कुंडली के हिसाब से क्या बेहतर होगा व्यापार या नौकरी, काम काज चुनने में ज्योतिष की भूमिका. अगर आपको परेशानी आ रही है ये चुनने में की क्या करे व्यापार या जॉब तो ऐसे में ज्योतिष की मदद आप ले सकते हैं. वैदिक ज्योतिष की माध्यम से हम कुंडली में ग्रहों की स्थिति को देखके सही मार्ग चुन सकते हैं काम काज के लिए. इस लेख में हम जानेंगे की कैसे ज्योतिष मदद करता है कैरियर चुनने में. Naurkri Ya Vyapaar Kya kare Jyotish Ke Hisab Se जीवन में ऐसा बहुत बार होता है की हम दुविधा में फंस जाते हैं की क्या चुनना चाहिये. कभी ऐसा होता है की नौकरी में व्यक्ति को समस्या आने लगती है तो जातक सोचता है की चलो अब कोई व्यापार किया जाए, फिर ऐसा विचार आता है की चलो दूसरी जॉब ढूँढ़ते हैं. इस प्रकार के असमंजस में काफी दिन निकल जाते हैं.  जो लोग हाल ही पढ़ाई पूरी करके निकलते हैं उन लोगो को भी बहुत समस्या आती है सही कैरियर चुनने में.  कुछ लोग तो नौकरी के साथ पार्ट टाइम में व्यापार भी करना चाहते हैं.  ज्योतिष के द्वारा हमे ये पता चल सकता है की ह...

Vyaparik Samasyaao Ka Jyotish Samadhan

व्यवसाय को प्रभावित करने वाले कारक, व्यापार विफलता के कारण, ज्योतिष से कैसे करे समस्याओं का समाधान. Vyaparik Samasyaao Ka Jyotish Samadhan व्यापार की सफलता अनेको कारणों पर निर्भर करती है, इसके सिर्फ एक ही कारण नहीं होता है. जब सारी मेहनत के बावजूद सफलता हाथ ना लगे तो प्रश्न उपजता है की – क्यों व्यवसाय बढ़ नहीं रहा हैं? क्यों हमारी सारी मेहनत विफल हो रही हैं? क्यों कर्जा बढ़ता जा रहा है? आदि. क्या आपने ये महसूस किया है की – आपका व्यापार लगातार निचे की और जा रहा हैं? व्यवसाय स्थल पर पहुंचने पर चिंता शुरू हो जाती है। व्यपारिक जगह पर कर्मचारियों में बहुत मन-मुटाव रहता है. कर्मचारी ईमानदारी से काम नहीं करते और टिकते भी नहीं हैं. ग्राहक संतुष्ट नहीं होते हैं और ऐसे ही अन्य कारण भी परेशान करते हैं. आइये अब जानते हैं की व्यापारिक विफलता के कुछ ज्योतिषीय कारण : ऐसा हो सकता हो की आपके व्यापार को या फिर व्यवसाय चलाने वाले को बहुत बुरी नजर लगी हो. ये भी हो सकता है की आप कोई गलत पूजा कर रहे हो या की हो जिसके परिणाम स्वरुप आपके साथ बुरा हो रहा हो. कुंडली मे मौजूद पितृ दोष भ...

Vakri Grah Ka Jivan Par Pravah

कुंडली में वक्री ग्रह का प्रभाव, क्या होता है वक्री का मतलब ज्योतिष मे, अशुभ वक्री ग्रह के प्रभाव जानिए.  ज्योतिष में जब कुंडली बनती है तो हमे कुछ ग्रह वक्री भी मिल सकते हैं. ज्योतिष प्रेमी लोगो को वक्री ग्रह के प्रभाव को जानने का भी बहुत मन होता है. परन्तु इस विषय पर विभिन्न मत मौजूद है जिसके कारण अलग अलग ज्योतिष अलग अलग भविष्यवाणी करते हैं और उस आधार पर उपाय भी अलग अलग देते हैं. vakri grah aur jyotish वक्री ग्रह क्या होता है? हर ग्रह सामान्य तौर पर आगे की और चलते हैं अर्थात पहले मेष राशी में रहेगा फिर वृषभ पर फिर मिथुन पर आदि. परन्तु जब कोई ग्रह आगे जगह पीछे की तरफ चलने लग जाए तो इस चाल को वक्री गति कहा जाता है ज्योतिष में. जैसे की मिथुन के बाद कर्क राशि में जाना चाहिए परन्तु कोई अगर मिथुन के बाद वृषभ में जाए तो इसका मतलब है की वो ग्रह वक्री हो गया है.  इसी लिए कई बार हम ज्योतिष में सुनते हैं की इस समय शनि वक्री है, इस समय बुध वक्री है आदि. कौन से ग्रह सदा वक्री रहते हैं? राहू और केतु सदा ही कुंडली में वक्री रहते हैं. कौन से ग्रह कुंडली में कभी भी वक्री...

Mahalaxmi Ko Prasann Karne Ka Chamatkaari Mantra

Mahalaxmi Ko Prasann Karne Ka Chamatkaari Mantra, माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए चमत्कारी मंत्र, जानिए कैसे जपे लक्ष्मी मंत्र को. माता लक्ष्मीजी धन की देवी है, संपत्ति की दाता हैं, सम्पन्नता प्रदान करती है अपने भक्तो को. इसी कारण हर व्यक्ति इनको खुश करने के लिए विशेष प्रयास करता रहता है. ज्योतिष भी लक्ष्मीजी को प्रसन्न करने के लिए अनेक तरीको का वर्णन करते हैं जिनका जिक्र तंत्र शाश्त्रो में दिया गया है. Mahalaxmi Ko Prasann Karne Ka Chamatkaari Mantra लाक्स्मीजी से सम्बंधित बहुत से मंत्र उपलब्ध है परन्तु आज मै आपको एक विशेष मंत्र के बारे में बता रहा हूँ जिसके परिणाम बहुत अच्छे और जल्दी मिलता हैं. किन स्थितियों में जपना चाहिए इस लक्ष्मी मंत्र को? अगर व्यापार में लगातार हानि हो रही है तो इस मंत्र का जप फायदा दे सकता है. अगर किसी को नौकरी नहीं मिल रही है तो इस लक्ष्मी मंत्र का जप सफलता के रास्ते खोल सकता है. अगर कोई व्यक्ति धन हीन है और अवसाद ग्रस्त हो रहा हो तो इस मंत्र से उसे बहुत लाभ हो सकता है. कब शुरू करे इस लक्ष्मी मंत्र का जप? नवरात्री के ९ दिन इस मंत...

Kawach Kya Hote Hai Kab Kare Kawach Ka Paath

कवच क्या होते हैं, कब करना चाहिए कवच का पाठ, क्या फायदे है कवच के. कवच के बारे में साधारणतः सभी ने सुना होगा, कुछ लोग कवच का पाठ रोज करते हैं, कुछ को ज्योतिष भी बोलते हैं पाठ करने को. जैसा की नाम से पता लगता है की ये हमारी सुरक्षा के लिए बनाया गया है. कवच का पाठ पढने वाले की बुरी शक्तियों से रक्षा करता है. Kawach Kya Hote Hai Kab Kare Kawach Ka Paath कवच के प्रकार : कवच बहुत से देवी देवताओं के उपलब्ध है और जरुरत के हिसाब से कवच का पाठ लाभ देता है. दुर्गा कवच का पाठ माँ दुर्गा की कृपा प्राप्त करने का श्रेष्ठ तरीका है. शिव अमोघ कवच से भगवान् शिव की कृपा प्राप्त की जा सकती है. भैरव कवच से भैरवजी की कृपा से मुसीबतों से मुक्ति पाई जा सकती है. श्री नारायण कवच द्वारा भगवान् विष्णु की कृपा को पाया जा सकता है. नरसिंह कवच से शत्रुओ द्वारा किये कराये को ख़त्म किया जा सकता है. काली कवच भी भक्तो की रक्षा करता है. विभिन्न देवी देवताओं के अलग अलग कवच मौजूद है. संपर्क करे ज्योतिष से मार्गदर्शन के लिए >> आइये जानते हैं कवच के पाठ से क्या फायदे हैं? कवच का पाठ रोज कर...

Bel Fal Se Swasthya In Hindi

Bel Fal Se Swasthya, बेल फल से स्वस्थ्य, किनके लिए फायदेमंद है बेल फल, कैसे पाए पेट की समस्याओं से निदान. एक फल जो की फायदेमंद है सभी के लिए, एक फल जो की कई जटिल पेट की समस्याओं से दिला सकता है मुक्ति, एक फल जो की हिन्दुओ द्वारा प्रयोग किया जाता है शिव पूजा में, एक फल जो की रखता है दिमाग और शारीर को ठंडा. जी हाँ एक ऐसा जादुई फल है और उसका नाम है बेल फल, कुछ प्रान्त में इसे बिल्ला भी बोलते हैं. अंग्रेजी में इसे वुड एप्पल कहा जाता है. Bel Fal Se Swasthya In Hindi गर्मियों के दिनों में अपने आप को तारो तजा रखने के लिए, अपने आप को स्वस्थ रखने के लिए, अपने आपको ठंडा रखने के लिए बेल फल एक बहुत अच्छा विकल्प हो सकता है. जब हम इस फल के अद्वितीय गुणों के बारे में जानेंगे तो तो इसका प्रयोग करने से चुकेंगे नहीं. इस फल में प्रचुर मात्रा में फाइबर, विटामिन, फोस्फोरस, लोहा, आदि मौजूद है जिससे की ये सभी के बहुत लाभदायक है. अपने आपको उर्जावान बनाए रखने के लिए बेल फल बहुत ही उपयोगी है. आइये जानते हैं कुछ फायदे बेल फल के: ये उन लोगो के लिए बहुत अच्छा है जो की अलसर से परेशान है, कमजोर प्रत...

Narad Jayanti Ka Mahattwa In Hindi

Narad jayanti ka mahatwa in hindi, कौन है नारद मुनि, क्या महत्तव है नारद जयंती का, क्या सीखे नारद मुनी से. एक बहुत ही रोचक चरित्र का उल्लेख मिलता है हिन्दुओ के पौराणिक कथाओं में, एक ऐसा व्यक्ति जो सभी के लिए पूजनीय है, आदरणीय है, जो की भगवान् विष्णु के भक्त है, जो की हर समय “नारायण नारायण” का जप करते रहते हैं. ये व्यक्तित्व है “नारद मुनि”, ये ब्रह्मा जी के पुत्र है और लगातार घूमते रहते हैं. दैविक जानकारियों को इधर से उधर पहुचाने का कार्य ये बहुत ही खूबी से करते हैं. इनके पास हर समय एक वाद्य यन्त्र होता है जिसे हम वीणा के नाम से जानते हैं. narad jayanti इन्होने बहुत से भक्ति सूत्र लिखे हैं, भजन लिखे हैं जो की अलग अलग ग्रन्थ में उपलब्ध है जैसे “नारद भक्ति सूत्र ”, नारद संहिता आदि. ये बहुमुखी प्रतिभा के धनि है और कई विद्याओं में महारत रखते हैं जैसे गायन, वादन, प्रस्तुतीकरण, ज्योतिष, शब्दों का प्रयोग करना आदि. नारद मुनि ने अपनी पूरी जिन्दगी नारायण सेवा में ही व्यतीत की है. हम उनसे बहुत कुछ सीख सकते हैं जैसे – कैसे समर्पण किया जाता है, कैसे जुनूनी होक कार्य किया जाता है, ...

Dhan Laabh Hetu Ghantakarn Mantra

धन लाभ हेतु घंटाकर्ण मंत्र, धन की समस्या हेतु चमत्कारी मंत्र, जीवन में धन को आकर्षित करने हेतु मंत्र. घंटाकर्ण महावीर के अनेको मंत्र हैं जो की बहुत प्रसिद्ध है और प्रभावशाली भी हैं. ऐसा माना जाता है की घंटाकर्ण महावीर जी अपने भक्तो को बुरी शक्तियों से बचाते हैं और सफलता के रास्ते खोल देते हैं. घंटाकर्ण जी के भक्तो के लिए कुछ भी असंभव नहीं होता है. Dhan Laabh Hetu Ghantakarn Mantra अगर किसी को धन की अत्यधिक कमी हो तो यहाँ पर एक ख़ास मंत्र दिया जा रहा है घंटाकर्ण जी का, इस मंत्र का लगातार जप व्यक्ति को सफलता प्राप्त करने में मदद करता है. स्वास्थ्य सम्पन्नता लाता है. ये मंत्र जातक को गरीबी से बचाता है, आय के स्त्रोत खोलता है जिससे की व्यक्ति सफल जीवन जी सके. ये मंत्र सम्पन्नता को आकर्षित करता है. ये मंत्र जीवन में खुशियाँ लाता है. आइये जानते हैं कुछ ख़ास बाते घंटाकर्ण मंत्र को जपने के लिए: इसे कमलगट्टे की माला में जपे धन लाभ हेतु. इस मन्त्र का जप उत्तर दिशा की और मूंह करके करे. जप करने के समय आसन होना चाहिए. जप से पहले घंटाकर्ण जी के मूर्ती या फोटो के आगे धुप, दीप भो...