Kundli Ke Pahle Ghar Mai Shani Ka Fal, लग्न में शनि का प्रभाव, कुंडली के पहले भाव में शनि का फल, लग्न में शनि के उपाय, Saturn in 1st house. जन्म कुंडली में पहला घर जिसे की लग्न भी कहा जाता है बहुत महत्त्वपूर्ण होता है क्यूंकि इसका सम्बन्ध हमारे मस्तिष्क से होता है और इसीलिए हमारे निर्णय लेने की क्षमता को प्रभावित करता है, लग्न में मौजूद ग्रह और राशि का बहुत गहरा प्रभाव जातक पर रहता है जीवन भर | Kundli Ke Pahle Ghar Mai Shani Ka Fal Read in English - Saturn in First House Impacts अब आइये जानते हैं शनि ग्रह के बारे में कुछ ख़ास बातें ज्योतिष के अनुसार : हमारे कर्मो के फल को देने वाले ग्रह हैं शनिदेव इसीलिए इन्हें न्याय के साथ जोड़ा जाता है | वैदिक ज्योतिष के अनुसार शनि का सम्बन्ध मेहनत, अनुशाशन, गंभीरता, जिम्मेदारी, स्वाभिमान, दुःख, अहंकार, देरी, भूमि, रोग आदि से होता है | शनि ग्रह मेष राशि में नीच के होते हैं और तुला राशि में उच्च के होते हैं | शनि ग्रह की मित्र राशियाँ हैं – वृषभ, मिथुन और कन्या| शनि ग्रह की शत्रु राशियाँ है – कर्क, सिंह और वृश्चिक| Watch Video Here शनि की दृष्
विवाह के बाद अनैतिक सम्बन्ध क्यों बनते हैं, जानिए क्या ज्योतिषीय कारण हो सकते हैं अनैतिक संबंधो के, Extra marital affair ke jyotishiy karan.
Vivah Ke Baad Anaitik Sambandh Aur Jyotish: आज के इस युग में असंतोष होने के कारण या फिर ज्यादा चाह की इच्छा के कारण अनैतिक सम्बन्ध बहुत बन रहे है जिनके कारण तलक के मुद्दे भी बढ़ते जा रहे हैं.
शादी के बाद यदि कोई दूसरा सम्बन्ध बना रहा है तो इसका मतलब है की उसके किसी इच्छा की पूर्ति नहीं हो रही है और उस इच्छा को पूरा करने के लिए वो दुसरे की तलाश करता है और सम्बन्ध बनाता है या बनाती है.
आज अवैध संबंधो के कारण बहुत से क्राइम भी हो रहा है.
आज अनैतिक संबंधो के कारण बहुत से तलाक भी हो रहे है.
आज इसके कारण कई परिवार रोज अलग हो रहे है. Vivah Ke Baad Anaitik Sambandh Aur Jyotish:
Vivah Ke Baad Anaitik Sambandh Aur Jyotish: आज के इस युग में असंतोष होने के कारण या फिर ज्यादा चाह की इच्छा के कारण अनैतिक सम्बन्ध बहुत बन रहे है जिनके कारण तलक के मुद्दे भी बढ़ते जा रहे हैं.
Vivah Ke Baad Anaitik Sambandh Aur Jyotish |
शादी के बाद यदि कोई दूसरा सम्बन्ध बना रहा है तो इसका मतलब है की उसके किसी इच्छा की पूर्ति नहीं हो रही है और उस इच्छा को पूरा करने के लिए वो दुसरे की तलाश करता है और सम्बन्ध बनाता है या बनाती है.
आज अवैध संबंधो के कारण बहुत से क्राइम भी हो रहा है.
आज अनैतिक संबंधो के कारण बहुत से तलाक भी हो रहे है.
आज इसके कारण कई परिवार रोज अलग हो रहे है. Vivah Ke Baad Anaitik Sambandh Aur Jyotish:
पढ़िए पति पत्नी के संबंधो को सुधरने के ज्योतिषीय उपाय
विवाह के बाद अनैतिक सम्बन्ध क्यों बनते हैं, जानिए क्या ज्योतिषीय कारण
हो सकते हैं अनैतिक संबंधो के, Extra marital affair ke jyotishiy karan.
आइये जानते हैं कुछ आम कारण अनैतिक संबंधो के लिए:
- विवाह के बाद सम्बन्ध का एक कारण विवाह से पहले का प्रेम भी हो सकता है जिसे लड़का या लड़की भुला नहीं पा रहे हो.
- कुछ लोग विवाह के बाद भी किसी और से प्रेम कर बैठते हैं और सम्बन्ध बन जाते हैं.
- कुछ लोग अपने रोजाना की जिन्दगी से ऊब जाते हैं और इससे बाहर आने के लिए दूसरा सम्बन्ध बनाते हैं.
- कुछ दंपत्ति शादी के बाद भी एक दुसरे से भावनापूर्ण सम्बन्ध नहीं बना पाते हैं और दुसरे सम्बन्ध बना लेते हैं.
- कुछ दंपत्ति में आपसी समझ की कमी होती है जिससे वे दुसरे सम्बन्ध बना बैठते हैं. Vivah Ke Baad Anaitik Sambandh Aur Jyotish:
- कुछ लोग अपने साथी के साथ सेक्स में संतुष्ट नहीं हो पाते हैं और दुसरे से सम्बन्ध बनाते हैं.
- कुछ लोग तो अपने माता पिता की मर्जी से मज़बूरी में शादी करते हैं और बाद में भी किसी और से सम्बन्ध बना लेते हैं.
- कुछ लोग अपने अकेलेपन से छुटकारे के लिए अनैतिक सम्बन्ध बना लेते हैं.
- आज कल तो कुछ लोग अपने जॉब में उन्नति के लिए भी उच्च अधिकारियों से सम्बन्ध बनाने लगे हैं पर ऐसा सिर्फ कामकाजी लोगो के साथ होता है.
आइये अब जानते हैं Extra Marital Affairs के कुछ ज्योतिषीय कारण :
ग्रहों का हमारे जीवन पर बहुत गहरा प्रभाव रहता है अतः हम ज्योतिषीय पहलु को नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं. कुंडली में कुछ ग्रह या कुछ योग ऐसे होते हैं जिसके कारण जातक के एक से अधिक सम्बन्ध बन सकते हैं.- कुंडली में मंगल अगर शक्तिशाली हो तो जातक को सेक्स संतुष्टि के लिए भी शक्तिशाली साथी की जरुरत होती है अगर ऐसा न हो तो जातक अपने सेक्स की संतुष्टि के लिए दूसरा सम्बन्ध बना सकता है. Vivah Ke Baad Anaitik Sambandh Aur Jyotish:
- ऐसा भी देखा गया है की अगर मंगल और शुक्र साथ में कुंडली में बैठे हो विशेषकर सप्तम या अष्टम भाव में तो जातक विवाह के बाद भी दूसरा सम्बन्ध बना लेता है.
- अगर विवाह भाव कुंडली में दूषित हो तो जातक अपने विवाह से असंतुष्ट रहता है और फिर कुछ समय बाद दूसरा साथ ढूँढने लगता है.
- शक्तिशाली शुक्र भी कभी जातक को दुसरे सम्बन्ध बनाने में मदद करता है.
- राहू और शुक्र की युति भी जातक के पारिवारिक जीवन को बिगड़ सकता है.Vivah Ke Baad Anaitik Sambandh Aur Jyotish:
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