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Showing posts with the label Bhay aur jyotish samadhan

Latest Astrology Updates in Hindi

Durga Chalisa Online

श्री दुर्गा चालीसा हिंदी में ,Maa Durga Chalisa In Hindi, Benefits of reciting Maa Sherawali Chalisa.    Goddess durga is the most powerful hindu goddess and is also known as ADI SHAKTI. Durga chalisa is one of the best and easiest way to please bhagwati. She is the provider of all type of power and happiness in life. It is believed that lord shiva is incomplete without goddess. Devotees of Adhi shakti daily recite the verses of durga chalisa to attract health, wealth and prosperity. It is very good to recite it in navratris and mata jaagran.   Durga Chalisa Online Here is the complete Lyrics of DURGA CHALISA: नमो नमो दुर्गे सुख करनी । नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी ॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी । तिहूँ लोक फैली उजियारी ॥ शशि ललाट मुख महाविशाला । नेत्र लाल भृकुटि विकराला ॥ रूप मातु को अधिक सुहावे । दरश करत जन अति सुख पावे ॥ ४ तुम संसार शक्ति लै कीना । पालन हेतु अन्न धन दीना ॥ अन्नपूर्णा हुई जग पाला । तुम ही आदि सुन्दरी बाला ॥ प्रलयकाल सब नाशन हारी । तुम गौरी शिवशंकर प्...

DAR Ke liye Kon Se grah Jimmedar Ho Sakte Hai

Dar Ke liye Kon se Grah jimmear hain jyotish anusar, Janiye kundli se apne bhay ke karan ko, dekhiye ek case study.  DAR Ke liye Kon Se grah Jimmedar Ho Sakte Hai डर एक बहुत ही सामान्य लक्षण है जो हम बच्चों, युवाओं, वयस्कों और वृद्धों में भी देख सकते हैं। डर कई तरह के होते हैं और हर कोई किसी भी तरह से डर से बाहर आने की कोशिश कर रहा है, लेकिन गलत मार्गदर्शन के कारण हर एक के लिए डर की समस्या से उबरना संभव नहीं होता है। यहाँ इस लेख में हम जानेंगे कि वास्तव में डर क्या है और हम इस समस्या से कैसे उबर सकते हैं। हमारे कुंडली में कौन से ग्रह और योग के कारण हम डरने लगते हैं ? डर क्या है? एक बहुत ही सरल शब्द में हम कह सकते हैं कि यह एक ऐसी भावना है जिसके मूल में असुरक्षा की भावना रहती है । यह एक अप्रिय भावना है जो की किसी चीज के खोने के कारन पैदा होती है | आइये जानते हैं की जब व्यक्ति डरता है तो क्या होता है? सामान्य मानव में भय के समय कुछ विशेष प्रकार की प्रतिक्रियाएँ दिखने लगती है जैसे कि - हार्ट बीट में वृद्धि। पसीना आना। आँखों का विस्तार और कभी-कभी संकुचन। ...

Kaise Paayen Mukti Bhay, Chinta aur Nirasha se Jyotish Ke Madhyam Se

कैसे बचाए अपने आपको तनाव से , नकारात्मकता से, डर से, ज्योतिष के द्वारा, क्या करे जब नकारात्मक विचार पीछा न छोड़े, जानिए कौन से ग्रह जिम्मेदार है नकारात्मक विचार और निराशा के लिए. तनाव, डर और नकारात्मक विचार ऐसे ३ मुख्य कारक है जो की किसी भी व्यक्ति के पतन का कारण बन जाते हैं. इनके कारण जातक नकारात्मक निर्णय लेने लगता है और अपने जीवन को असफलता की और धकेल देता है. Kaise Paayen Mukti Bhay se आइये जानते हैं की तनाव, नकारात्मक विचार और डर के ज्योतिषीय कारण क्या हो सकते हैं? इस संसार में ऐसे बहुत से कारण होते हैं जिससे जीवन में डर, चिंता, निराशा आ जाती है परन्तु ज्योतिष में हम ग्रहों को किसी भी घटना का कारण मानते हैं अतः यहाँ हम जानेंगे ज्योतिषीय कारण. कुंडली में पहला घर मन से सम्बन्ध रखता है और अगर ये किसी ख़राब ग्रह से प्रभावित हो जाए तो जातक चिंता, निराशा, नकारात्मक विचार से ग्रस्त हो जाता है. जैसे की अगर ख़राब राहू लग्न में हो तो राहू की महादशा में जातक नकारात्मक विचार से जरुर ग्रस्त हो जाता है. जीवन में निराशा और असफलता भी घेर लेती है. कुंडली में अगर ग्रहण योग हो तो भी ...

Bhay Se Kaise Chutkaara Paaye Jyotish Ke Madhyam Se

भय क्या है, क्यों लगता है डर, कैसे बाहर आयें डर से, जानिए ज्योतिषीय उपाय डर से बाहर आने के लिए. भय हमारे जीवन में बहुत रुकावट पैदा करता है, हम बहुत से निर्णय इसीलिए नहीं ले पाते है क्यूंकि डर लगता है. भय एक ऐसा कीड़े की तरह है जो की शारीर में रहके अन्दर से खाता जाता है. डर एक धीमा जहर जैसे हमारे ऊपर असर डालता है अतः ये बहुत जरुरी है की हम इससे जल्द से जल्द बाहर आयें. Bhay Se Kaise Chutkaara Paaye Jyotish Ke Madhyam Se इस ज्योतिषीय लेख में हम जानेंगे की भय से कैसे छुटकारा पायें और कैसे जीयें बेहतरीन जीवन. भय क्या है ? मेरे हिसाब से भय एक प्रकार का नकारात्मक अह्सास है जो की हमे किसी काम को अच्छी तरह से करने से रोक देता है. भय के कारण व्यक्ति अंतर्मुखी हो जाता है और धीरे धीरे अवसादग्रस्त भी हो जाता है. अतः किसी भी प्रकार के भय को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. read more about  अपने डर को कैसे जीतें शानदार जीवन के लिए आइये जानते हैं की कैसे भय से छुटकारा पाया जा सकता है ज्योतिषीय उपायों द्वारा? डर से बाहर आने के लिए डर को समझना जरुरी होता है और फिर हमे अपने आत्...

Apne Dar Ko Kaise Jeete Shaandar Jivan Jeene ke Liye

कैसे जीते अपने डर को , जानिए कुछ बेहतरीन उपाय डर से बाहर आने के लिए, कैसे जियें सफल जीवन. भय एक अहसास है कुछ खोने का, जैसे सामाजिक स्टेटस खोने का, किसी व्यक्ति से बिछड़ने का, धन हानि का, संपत्ति खोने का, ऐशो आराम से जीने का आदि. भय के बारे में मुख्य बात ये है की ये जातक को भिखारी जैसे बना सकता है. मन से व्यक्ति गुलामो जैसे जीवन जीने के लिए मजबूर हो जाता है भय के कारण और जीवन को नरक बना लेता है. Apne Dar Ko Kaise Jeete Shaandar Jivan Jeene ke Liye भय एक श्राप है जो जातक के वर्तमान और भविष्य को ख़राब कर सकता है अतः इससे बाहर आना बहुत जरुरी होता है. हमेशा सचेत रहिये और किसी भी हालत में डर को अपने अन्दर घुसने मत दीजिये. आइये देखते है की कैसे डर उत्पन्न होता है मन में ? जब एक पढ़ा लिखा व्यक्ति नौकरी नहीं पाता है तो डर उत्पन्न हो जाता है. जब किसी को अपने पसंद का जीवन साथी नहीं मिल पाता है तो डर उत्पन्न होने लगता है. जब व्यापार नीचे आने लगता है तो व्यक्ति नकारात्मक भावों से भर जाता है. कुछ लोग तो ऊँची आवाज से भी घबरा जाते हैं. अगर बिजली चली जाए तो भय उत्पन्न हो जाता है. एक न...