2026 Mai Dhan Kaise Akarshit Karen, नए साल में धन आकर्षित करने के तरीके, कौन है धनेश नए साल के. वैदिक ज्योतिष के अनुसार २०२६ में बृहस्पति धनेश रहेंगे. वैदिक ज्योतिष के अनुसार, बृहस्पति का 2026 में धन और समृद्धि में प्रमुख योगदान रहेगा। बृहस्पति को वृद्धि, भाग्य, ज्ञान और समृद्धि का ग्रह माना जाता है। जब बृहस्पति मजबूत होता है, तो यह वित्त, करियर, व्यापार, शिक्षा और अवसरों में विस्तार का समर्थन करता है। 2026 Mai Dhan Kaise Akarshit Karen पढ़िए 2026 का वार्षिक रशिफल तो आइये जानते हैं 2026 में बृहस्पति की सकारात्मक ऊर्जा का उपयोग करके अधिक धन कैसे आकर्षित किया जा सकता है? ⭐ 1. अपनी कौशल और ज्ञान को बढ़ाएँ बृहस्पति ज्ञान और सीखने का प्रतिनिधित्व करता है। 2026 में, जितना अधिक आप अपने कौशल को उन्नत करेंगे, उतना अधिक धन आकर्षित कर सकेंगे। उदाहरण अगर आप ग्राफिक डिजाइनर हैं, तो AI टूल्स सीखें। अगर आप छात्र हैं, तो अतिरिक्त कोर्स या सर्टिफिकेशन लें। अगर आप व्यवसायी हैं, तो डिजिटल मार्केटिंग या ऑटोमेशन सीखें। अधिक ज्ञान = अधिक आय के अवसर। Watc...
2026 विवाह मुहूर्त: शुभ विवाह तिथियाँ और महत्व, विवाह कब कब हो सकता है 2026, vivah ki tarikhen, Vivaah mahurat, is saal kab kab hai shaadi ki tarikhen. हिंदू संस्कृति में विवाह को केवल एक सामाजिक संबंध नहीं, बल्कि एक पवित्र संस्कार माना गया है। इस पवित्र बंधन को शुभ फलदायी बनाने के लिए शुभ मुहूर्त का चयन अत्यंत आवश्यक होता है। विवाह मुहूर्त (Vivah Muhurat) वह समय होता है जब ग्रहों, नक्षत्रों, योग, करण और तिथि की स्थिति विवाह के लिए अत्यंत मंगलकारी मानी जाती है। 🌿 विवाह मुहूर्त का महत्व “मुहूर्त” का अर्थ होता है — सबसे शुभ समय । जब ग्रहों की स्थिति अनुकूल होती है, तब किए गए कार्यों का फल भी शुभ होता है। इसलिए विवाह जैसे संस्कार में पंचांग देखकर ही मुहूर्त तय किया जाता है। वर और वधू की जन्म कुंडली का मिलान तिथि, नक्षत्र, योग और करण की स्थिति लग्न की शुभता अशुभ काल (राहुकाल, भद्रा, चातुर्मास आदि) का परिहार Check Video On YouTube 💍 देवउठनी 2025 से लेकर 2026 तक के विवाह मुहूर्त 2025 के अंत और 2026 में कई मंगलकारी विवाह तिथियाँ पड़ रही हैं, जो ...