💎 कौन पहन सकता है हीरा (Diamond) | वैदिक ज्योतिष के अनुसार हीरा किसे शुभ होता है? 🌟 परिचय हीरा केवल सुंदरता और वैभव का प्रतीक नहीं है — वैदिक ज्योतिष में यह एक शक्तिशाली रत्न माना गया है जो शुक्र ग्रह (Venus) से संबंधित है। अगर सही व्यक्ति इसे पहनता है, तो यह जीवन में प्रेम, सौंदर्य, समृद्धि और सफलता लाता है। लेकिन अगर गलत व्यक्ति पहन ले, तो यह विपरीत परिणाम भी दे सकता है। तो आइए जानते हैं — वैदिक ज्योतिष के अनुसार हीरा किसे पहनना चाहिए और यह किन लोगों के लिए लाभदायक होता है। Heera Kinko Pahanna Chahiye Watch Details Of Diamond In Hindi On Youtube 💫 हीरा और शुक्र ग्रह का संबंध हीरा (Diamond) शुक्र ग्रह का प्रतिनिधि रत्न है। शुक्र को प्रेम, सौंदर्य, कला, भोग, विलासिता और संबंधों का कारक माना जाता है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शुक्र बलवान हो, तो वह व्यक्ति आकर्षक, रचनात्मक, धनवान और सौम्य स्वभाव का होता है। वहीं, यदि शुक्र अशुभ या कमजोर हो, तो जीवन में प्रेम, वैवाहिक सुख या आर्थिक स्थिरता में कठिनाइयाँ आ सकती हैं। हीरा पहनने से शुक्र की ऊर्जा बढ़ती है ...
2026 विवाह मुहूर्त: शुभ विवाह तिथियाँ और महत्व, विवाह कब कब हो सकता है 2026, vivah ki tarikhen, Vivaah mahurat, is saal kab kab hai shaadi ki tarikhen. हिंदू संस्कृति में विवाह को केवल एक सामाजिक संबंध नहीं, बल्कि एक पवित्र संस्कार माना गया है। इस पवित्र बंधन को शुभ फलदायी बनाने के लिए शुभ मुहूर्त का चयन अत्यंत आवश्यक होता है। विवाह मुहूर्त (Vivah Muhurat) वह समय होता है जब ग्रहों, नक्षत्रों, योग, करण और तिथि की स्थिति विवाह के लिए अत्यंत मंगलकारी मानी जाती है। 🌿 विवाह मुहूर्त का महत्व “मुहूर्त” का अर्थ होता है — सबसे शुभ समय । जब ग्रहों की स्थिति अनुकूल होती है, तब किए गए कार्यों का फल भी शुभ होता है। इसलिए विवाह जैसे संस्कार में पंचांग देखकर ही मुहूर्त तय किया जाता है। वर और वधू की जन्म कुंडली का मिलान तिथि, नक्षत्र, योग और करण की स्थिति लग्न की शुभता अशुभ काल (राहुकाल, भद्रा, चातुर्मास आदि) का परिहार Check Video On YouTube 💍 देवउठनी 2025 से लेकर 2026 तक के विवाह मुहूर्त 2025 के अंत और 2026 में कई मंगलकारी विवाह तिथियाँ पड़ रही हैं, जो ...