Surya dhanu raashi me kab Pravesh Karenge 2025 में , सूर्य का धनु राशि में गोचर का राशिफल, जानिए क्या बदलाव होंगे १२ राशियों के जीवन में, लव राशिफल | 2025 में 16 दिसम्बर को तडके लगभग 4:05 पर सूर्य का गोचर धनु राशि में होगा | ये सूर्य की मित्र राशि है और साथ ही धनु राशि के स्वामी गुरु है अतः ये गोचर बहुत अच्छे बदलाव लेके आएगा १२ राशी वालो के जीवन में. सूर्य के धनु राशि में गोचर से खरमास भी प्रारंभ हो जाएगा | Surya ka dhanu rashi mai Gochar: सूर्य ग्रहों में राजा है और कुंडली में इसकी स्थति बहुत महत्त्व रखती है , एक अच्छा और शक्तिशाली सूर्य व्यक्ति को राजा बना सकता है वहीँ एक ख़राब सूर्य व्यक्ति को भिखारी तक बना सकता है | Surya ka dhanu rashi mai gochar kab hoga aur rashifal वैदिक ज्योतिष के अनुसार सूर्य से हम व्यक्तित्त्व देखते हैं, मान-सम्मान, जीवन में कोई लक्ष्य, , नेतृत्त्व क्षमता, पिता, स्टेटस, आत्मविश्वास, सरकारी नौकरी आदि को देखते हैं | www.jyotishsansar.com के इस लेख में हम देखेंगे की धनु संक्रांति का मेष , वृषभ, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु...
🔮 Shaadi Me Deri Aur Jyotish – विवाह में देरी के ज्योतिषीय कारण व उपाय
शादी में देरी एक आम समस्या बन चुकी है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इसके पीछे ग्रहों की भूमिका महत्त्वपूर्ण होती है। यदि आपकी या आपके परिजनों की विवाह में रुकावट आ रही है, तो यह लेख आपके लिए उपयोगी सिद्ध हो सकता है।
चित्र: विवाह में देरी और ज्योतिष उपाय
🚫 विवाह में देरी के ज्योतिषीय कारण
- कुंडली के सप्तम भाव में अशुभ ग्रह (जैसे मंगल, राहु, शनि) का प्रभाव।
- सप्तम भाव में शनि की उपस्थिति विवाह में देरी करती है।
- चतुर्थ भाव में अशुभ ग्रहों की स्थिति भी विवाह बाधा उत्पन्न कर सकती है।
- लड़की की कुंडली में गुरु कमजोर या पीड़ित हो तो विवाह में समस्या आती है।
- लड़के की कुंडली में शुक्र कमजोर होने पर वैवाहिक जीवन प्रभावित होता है।
- यदि सप्तम भाव रिक्त (empty) हो तो विवाह में विलंब हो सकता है।
- मंगल और शनि की युति चौथे या सप्तम भाव में हो तो विवाह में बाधा आ सकती है।
Shaadi Me Deri न केवल मानसिक तनाव देता है बल्कि सामाजिक जीवन को भी प्रभावित करता है। अतः समय रहते ज्योतिषीय मार्गदर्शन लेना उचित है।
✅ शीघ्र विवाह के लिए ज्योतिषीय उपाय
- हर व्यक्ति की कुंडली अलग होती है, अतः व्यक्तिगत कुंडली विश्लेषण आवश्यक है।
- मां पार्वती को श्रृंगार का सामान अर्पित कर विवाह की प्रार्थना करें।
- किसी सहेली या दोस्त की शादी में मेहंदी अवश्य लगाएं।
- अशुभ ग्रहों की शांति पूजा कराएं, विशेष रूप से शनि, राहु, केतु की।
- शिवलिंग का जलाभिषेक करें और सुखी वैवाहिक जीवन की कामना करें।
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