Saptahik Rashifal Aur Panchang, 27 अप्रैल से 4 मई 2025 तक की भविष्यवाणियां| प्रेम जीवन की भविष्यवाणी, आने वाले सप्ताह में किस राशि के जातकों को लाभ मिलेगा, आने वाले सप्ताह के महत्वपूर्ण दिन और राशिफल, जानें आने वाले सप्ताह में कितने सर्वार्थ सिद्धि योग और महत्वपूर्ण दिन मिलेंगे। आगामी साप्ताहिक सर्वार्थ सिद्धि योग: 27 अप्रैल को सूर्योदय से रात्री 1 बजे तक रहेगा सर्वार्थ सिद्धि योग | 29 अप्रैल को सूर्योदय से 9:45 रात्री तक रहेगा सर्वार्थ सिद्धि योग | 2 मई को 6:16 शाम से रात्री अंत तक रहेगा सर्वार्थसिद्धि योग. 4 मई को सूर्योदय से रात्री शाम 5:43 शाम तक रहेगा सर्वार्थसिद्धि योग. Saptahik Rashifal आइए अब जानते हैं कि आने वाले सप्ताह में हमें कौन से महत्वपूर्ण दिन मिलेंगे: अमावस्या 27 अप्रैल रविवार को है. गुरु अंगददेव जयंती 28 अप्रैल सोमवार को है. अक्षय तृतीय ३० अप्रैल बुधवार को है. विनायक चतुर्थी व्रत 1 मई को है. संत सूरदास जयंती 2 मई को है. आगामी सप्ताह का पूरा पंचांग और महूरत पढ़ें आइए अब जानते हैं 27 अप्रैल से 4 मई 2025 के बीच र...
अष्टावक्र गीता भाग-3, राजा जनक को ज्ञान होने के उनके विचारों को सुनके अष्टावक्र जी ने क्या कहा ? अष्टावक्र गीता के भाग 2 में हमने जाना कि राजा जनक को ज्ञान होने के बाद उनके अंदर से किस प्रकार के विचार स्फुरित हुए उनके विचार सुनने के बाद अष्टावक्र जी राजन की स्थिति को सही तरीके से जांचना चाहते थे की कहीं राजा को बौद्धिक भ्रम तो नहीं हुआ है या फिर वास्तव में आत्मज्ञान हुआ है और इसीलिए उन्होंने कुछ प्रश्न किये और उन्हें कुछ बातें बताई जिसका वर्णन अष्टावक्र गीता के भाग 3 में दिया गया है तो आइए जानते हैं की अष्टावक्र जी क्या कहते हैं | Ashtavakra Geeta Bhaag 3 Astavakra Geeta in Hindi (Third Lesson): अद्वैत अविनाशी आत्मा को यथार्थ में पहचान करके तुझ आत्मज्ञानी धीर को धन संग्रह करने में प्रीति क्यों है? ||1|| आश्चर्य है आत्मा के अज्ञान से विषय का भ्रम होने पर वैसी ही प्रीति होती है जैसे सीपी के अज्ञान से चांदी के भ्रम में लोभ पैदा होता है ||2|| जिस आत्मा रूपी समुद्र में यह संसार तरंगों के समान स्फुरित होता है, वही मैं हूं, इस प्रकार जान करके तू क्यों दीनों की तरह दौड़ता है ? ||3|| यह स...