श्रीकृष्ण कवचम् || Shri Krishna Kavacham by Gargasamhita with meaning in hindi, krishn kavach ke fayde| ये श्रीकृष्ण कवचम् गर्गसंहिता के गोलोकखण्ड दिया गया है | यह सबकी रक्षा करने वाला परम दिव्य ‘श्रीकृष्ण-कवच’ है। इसका उपदेश भगवान विष्णु ने अपने नाभि कमल में विद्यमान ब्रह्माजी को दिया था। ब्रह्माजी ने शम्भु को, शम्भु ने दुर्वासा को और दुर्वासा ने नन्द मन्दिर में आकर श्रीयशोदा जी को इसका उपदेश दिया था। इसका पाठ गोपियों ने किया था । यह श्रीकृष्ण-कवच सबकी रक्षा करने वाला,विशेषकर बच्चों के लिए परम दिव्य है। Shree Krishn Kawach Ke Fayde Aur Lyrics श्रीकृष्ण कवचम् सर्वतो बालकं नीत्वा रक्षां चक्रुर्विधानतः । कालिंदीपुण्यमृत्तोयैर्गोपुच्छभ्रमणादिभिः ॥ गोमूत्रगोरजोभिश्च स्नापयित्वा त्विदं जगुः ॥ Listen On YouTube गोप्य ऊचुः – श्रीकृष्णस्ते शिरः पातु वैकुण्ठः कण्ठमेव हि । श्वेतद्वीपपतिः कर्णौ नासिकां यज्ञरूपधृक् ॥ १॥ नृसिंहो नेत्रयुग्मं च जिह्वां दशरथात्मजः । अधराववतां ते तु नरनाराणावृषी ॥ २॥ कपोलौ पातु ते साक्षात्सनकाद्याः कला हरेः । भालं ते श्वेतवाराहो नारदो भ्रूलतेऽवतु ॥ ३॥ चिबुकं कपिल