2026 Ke Raja Aur Mantri Kaun Hai Kaisa Rahega Naya Saal, नए साल के राजा और मंत्री कौन है, वैदिक ज्योतिष के अनुसार भारत और विश्व पर प्रभाव. वैदिक ज्योतिष के अनुसार नए साल 2026 के राजा गुरु/बृहस्पति होंगे और मंत्री मंगल होंगे. संवत्सर रहेगा "रौद्र " जिसके स्वामी चन्द्रमा रहेंगे. 2026 Ke Raja Aur Mantri Kaun Hai Bharat Aur Vishva Par Prabhav आईये जानते हैं की नए साल के राजा कैसे चुने जाते हैं और उनका क्या प्रभाव रहेगा पूरे वर्ष भर ? हिन्दू पंचांग के अनुसार चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा को जो वार होता है उसके वारेश को राजा का पद मिलता है, वर्ष 2026 के राजा बृहस्पति (गुरु) होने से धर्म, शिक्षा, न्याय और नीति से जुड़े क्षेत्रों में सुधार की प्रवृत्ति देखी जा सकती है। समाज में आध्यात्मिकता, संस्कृति और नैतिक मूल्यों की ओर झुकाव बढ़ेगा। भारत में योग, आयुर्वेद, अनुसंधान और सांस्कृतिक पुनर्जागरण का उभार होने की संभावना है। वहीं विश्व स्तर पर नैतिक नेतृत्व और ज्ञान आधारित नीतियों की चर्चा अधिक रहेगी। लेकिन धार्मिक मतभेद और वैचारिक टकराव भी समय-समय पर उभर सकते हैं। अध्या...
Yogini dasha ka jivan par prabhav hindi jyotish aunsaar, जानिए ८ योगिनी दशा के बारे में, क्या फल होगा योगिनी दशा का, कैसे दूर करे दुर्भाग्य को, ज्योतिष समाधान. yogini dasha इस ज्योतिष लेख में हम जानेंगे की- योगिनी दशा क्या है? कुंडली अध्ययन में इसकी क्या महत्ता है? क्या योगिनी दशा दुर्भाग्य लाता है? क्या सभी योगिनी दशाएं ख़राब होती है? कैसे कम करे योगिनी दशा के बुरे प्रभाव को? वैदिक ज्योतिष के अनुसार योगिनी दशा भी जीवन को बहुत प्रभावित करती है और इसके बारे में जानके हम आने वाले समय के बारे में बहुत कुछ जान सकते हैं. अतः कुंडली अध्ययन के समय योगिनी दशाओं का अध्ययन भी बहुत काम देता है. कुछ दशाएं अच्छी होती है और कुछ ख़राब. ज्योतिष में योगिनी दशा कितनी होती है? ये ८ प्रकार की होती है और समय समय पर इनके प्रभाव से जातक को गुजरना होता है. कुछ जीवन में सकारात्मक प्रभाव लाती है और कुछ नकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करती है. ये ८ योगिनी दशाएं निम्न है – मंगला, पिंगला, धन्या, भ्रामरी, भद्रिका, उल्का, सिद्ध, संकटा विद्वानों का मानना है की मंगला, पिंग...