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Latest Astrology Updates in Hindi

Kundli Ke Pahle Ghar Mai Shani Ka Fal

Kundli Ke Pahle Ghar Mai Shani Ka Fal, लग्न में शनि का प्रभाव, कुंडली के पहले भाव में शनि का फल, लग्न में शनि के उपाय, Saturn in 1st house. जन्म कुंडली में पहला घर जिसे की लग्न भी कहा जाता है बहुत महत्त्वपूर्ण होता है क्यूंकि इसका सम्बन्ध हमारे मस्तिष्क से होता है और इसीलिए हमारे निर्णय लेने की क्षमता को प्रभावित करता है, लग्न में मौजूद ग्रह और राशि का बहुत गहरा प्रभाव जातक पर रहता है जीवन भर |  Kundli Ke Pahle Ghar Mai Shani Ka Fal Read in English - Saturn in First House Impacts अब आइये जानते हैं शनि ग्रह के बारे में कुछ ख़ास बातें ज्योतिष के अनुसार  : हमारे कर्मो के फल को देने वाले ग्रह हैं शनिदेव इसीलिए इन्हें न्याय के साथ जोड़ा जाता है | वैदिक ज्योतिष के अनुसार शनि का सम्बन्ध  मेहनत, अनुशाशन, गंभीरता, जिम्मेदारी, स्वाभिमान, दुःख, अहंकार, देरी, भूमि, रोग आदि से होता है |  शनि ग्रह मेष राशि में नीच के होते हैं और तुला राशि में उच्च के होते हैं | शनि ग्रह की मित्र राशियाँ हैं – वृषभ, मिथुन और कन्या| शनि ग्रह की शत्रु राशियाँ है – कर्क, सिंह और वृश्चिक| Watch Video Here शनि की दृष्

Guru Grah Ka Mrigshira Nakshatra Mai Gochar Ka Fal in Hindi

Guru Grah Ka Mrigshira Nakshatra Mai Gochar Ka Fal in Hindi , guru ka mrigshira nakshatr me pravesh kya prabhav dikhayega, rashifal,  Jupiter in Mrigshira Nakshatra Transit 2024. 20 अगस्त 2024 मंगलवार को ज्ञान, बुद्धि, अध्यात्म, धर्म, दर्शन और संतान आदि से सम्बंधित ग्रह गुरु, मंगल के नक्षत्र मृगशिरा में प्रवेश करेंगे और 28 नवम्बर 2024 तक इसी में रहेंगे |  Mrighsira Nakshatra : मृगशिरा नक्षत्र के देवता सोम अर्थात चन्द्रमा हैं और नक्षत्र स्वामी मंगल है। मृगशिरा नक्षत्र का सम्बन्ध वृषभ और मिथुन राशि से भी होता है जिसके कारण शुक्र और बुध का प्रभाव भी इस नक्षत्र पर देखा जाता है |  मृगशिरा नक्षत्र में जन्म लेने वाला जातक कार्यो को करने में कुशल होता है, बलवान होता है, परिश्रमी, धनी होता है और संतुष्टि की तलाश में रहता है |  मृगशिरा नक्षत्र से सम्बंधित अक्षर हैं वे, वो, का, की | जब गुरु मंगल के नक्षत्र में प्रवेश करेंगे तो शक्ति और ज्ञान का संगम होगा जिससे कुछ लोगो के जीवन में जबरदस्त परिवर्तन देखने को मिलेगा | कुछ लोगो को आगे बढ़ने का सुनहरा अवसर प्राप्त होगा |  Guru Grah Ka Mrigshira

Rahu Uttarabhadrapad Nakshatra Mai Kya Fal Deta hai

राहू जब उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में होते हैं तो क्या फल देते हैं, 12 राशियों पर क्या प्रभाव होगा राहु के उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में होने से, Rahu in Uttara Bhadrapada Nakshatra, Insights for all 12 signs | राहू का उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में होना कुछ बड़ी घटनाओं के घटने का संकेत होता है, जीवन में बड़े बदलाव होने के संकेत देता है, रहस्यों के प्रति लोगो के जागृत होने का संकेत देता है |  उत्तराभाद्रपद नक्षत्र के ग्रह स्वामी शनि देव है और देवता अहिर्बुध्न्य है | इसीलिए ये युति रहस्मय होती है और जीवन में बड़े बदलाव देखने को मिलते हैं |  जहाँ शनि देव कर्मो के फल के दाता है वहीँ अहिर्बुध्न्य जी रहस्यमई विद्याओं के स्वामी हैं और रक्षक भी हैं |  Rahu Uttarabhadrapad Nakshatra Mai Kya Fal Deta hai Watch Video Here आइये जानते हैं की 12 राशियों पर राहू के उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में होने पर क्या प्रभाव पड़ सकता है ? मेष राशिफल :  2024 में गोचर कुंडली में राहू की स्थिति मेष राशि से बारहवें भाव में हैं जिसके कारण विदेश यात्रा के रास्ते खुलेंगे अगर आप जाना चाहते हैं, पुरानी स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान प्

Rohini Nakshatra Mai Janm Lene Wale Jatak Kaise Hote hai

नक्षत्र ज्योतिष, रोहिणी नक्षत्र वाले जातक कैसे होते हैं, Powers of kritika Nakshatra people, वैदिक ज्योतिष द्वारा जानिए जानिए, नक्षत्र कैसे जीवन को प्रभावित करता है | नक्षत्र ज्योतिष में हम 27 नक्षत्र के आधार पर भविष्यवानियाँ करते हैं | पहले के समय में राशियों की जगह नक्षत्रो के आधार पर भी भविष्यकथन होता था जो की ज्यादा सटीक होता है |  वैदिक ज्योतिष में नक्षत्रों को समझना बहुत आवश्यक है और इसी का असर व्यक्ति के ऊपर सबसे ज्यादा पड़ता है| अगर हमे अपनी शक्तियों को समझना है तो हमे ये जानना आवश्यक है की हमारा जन्म नक्षत्र क्या है |  Rohini Nakshatra Mai Janm Lene Wale Jatak Kaise Hote hai आइये जानते हैं की वीदिक ज्योतिष में नक्षत्र क्या होते हैं ?  चंद्रमा पृथ्वी की पूरी परिक्रमा 27.3 दिनों में करता है और 360 डिग्री की इस परिक्रमा के दौरान सितारों के 27 समूहों के बीच से गुजरता है। विभिन्न सितारों के समूहों को 27 नक्षत्रों में बांटा गया है ।  जातक के जन्म के समय चंद्रमा जिस नक्षत्र में रहता है उस पर उसी का प्रभाव सबसे ज्यदा देखा जाता है और इसी आधार पर उसके अन्दर शक्तियां भी पाई जाती है

Kritika Nakshatra Mai Janm Lene Wale Logo Me Kya Gun Hote Hain

नक्षत्र ज्योतिष, कृतिका नक्षत्र वाले जातक कैसे होते हैं, Powers of kritika Nakshatra people, वैदिक ज्योतिष द्वारा जानिए जानिए, नक्षत्र कैसे जीवन को प्रभावित करता है | नक्षत्र ज्योतिष में हम 27 नक्षत्र के आधार पर भविष्यवानियाँ करते हैं | पहले के समय में राशियों की जगह नक्षत्रो के आधार पर भी भविष्यकथन होता था जो की ज्यादा सटीक होता है |  वैदिक ज्योतिष में नक्षत्रों को समझना बहुत आवश्यक है और इसी का असर व्यक्ति के ऊपर सबसे ज्यादा पड़ता है| अगर हमे अपनी शक्तियों को समझना है तो हमे ये जानना आवश्यक है की हमारा जन्म नक्षत्र क्या है |  Kritika Nakshatra Mai Janm Lene Wale Logo Me Kya Gun Hote Hain आइये जानते हैं की वीदिक ज्योतिष में नक्षत्र क्या होते हैं ?  चंद्रमा पृथ्वी की पूरी परिक्रमा 27.3 दिनों में करता है और 360 डिग्री की इस परिक्रमा के दौरान सितारों के 27 समूहों के बीच से गुजरता है। विभिन्न सितारों के समूहों को 27 नक्षत्रों में बांटा गया है ।  जातक के जन्म के समय चंद्रमा जिस नक्षत्र में रहता है उस पर उसी का प्रभाव सबसे ज्यदा देखा जाता है और इसी आधार पर उसके अन्दर शक्तियां भी पाई जात

Bharani Nakshatra Mai Janm Lene Wale Logo Me Kya Gun Hote Hain

नक्षत्र ज्योतिष, भरणी नक्षत्र वाले जातक कैसे होते हैं, वैदिक ज्योतिष द्वारा जानिए जानिए, नक्षत्र कैसे जीवन को प्रभावित करता है |  नक्षत्र ज्योतिष में हम 27 नक्षत्र के आधार पर भविष्यवानियाँ करते हैं | पहले के समय में राशियों की जगह नक्षत्रो के आधार पर भी भविष्यकथन होता था जो की ज्यादा सटीक होता है |  Bharani Nakshatra Mai Janm Lene Wale Logo Me Kya Gun Hote Hain वैदिक ज्योतिष में नक्षत्रों को समझना बहुत आवश्यक है और इसी का असर व्यक्ति के ऊपर सबसे ज्यादा पड़ता है| अगर हमे अपनी शक्तियों को समझना है तो हमे ये जानना आवश्यक है की हमारा जन्म नक्षत्र क्या है |  आइये जानते हैं की वीदिक ज्योतिष में नक्षत्र क्या होते हैं ?  चंद्रमा पृथ्वी की पूरी परिक्रमा 27.3 दिनों में करता है और 360 डिग्री की इस परिक्रमा के दौरान सितारों के 27 समूहों के बीच से गुजरता है। विभिन्न सितारों के समूहों को 27 नक्षत्रों में बांटा गया है ।  जातक के जन्म के समय चंद्रमा जिस नक्षत्र में रहता है उस पर उसी का प्रभाव सबसे ज्यदा देखा जाता है और इसी आधार पर उसके अन्दर शक्तियां भी पाई जाती है जिसे विकसित करके वो सुखी और सफल

Ashwini nakshtra Ke Log Kaise hote hain jyotish anusar

नक्षत्र ज्योतिष, अश्विनी नक्षत्र वाले जातक कैसे होते हैं, personality of ashwini nakshatra people as per vedic astrology, वैदिक ज्योतिष द्वारा जानिए, नक्षत्र कैसे जीवन को प्रभावित करता है |  नक्षत्र ज्योतिष में हम 27 नक्षत्र के आधार पर भविष्यवानियाँ करते हैं | पहले के समय में राशियों की जगह नक्षत्रो के आधार पर भी भविष्यकथन होता था जो की ज्यादा सटीक होता है |  Ashwini nakshtra Ke Log Kaise hote hain jyotish anusar वैदिक ज्योतिष में नक्षत्रों को समझना बहुत आवश्यक है और इसी का असर व्यक्ति के ऊपर सबसे ज्यादा पड़ता है| अगर हमे अपनी शक्तियों को समझना है तो हमे ये जानना आवश्यक है की हमारा जन्म नक्षत्र क्या है |  आइये जानते हैं की वीदिक ज्योतिष में नक्षत्र क्या होते हैं ?  चंद्रमा पृथ्वी की पूरी परिक्रमा 27.3 दिनों में करता है और 360 डिग्री की इस परिक्रमा के दौरान सितारों के 27 समूहों के बीच से गुजरता है। विभिन्न सितारों के समूहों को 27 नक्षत्रों में बांटा गया है ।  जातक के जन्म के समय चंद्रमा जिस नक्षत्र में रहता है उस पर उसी का प्रभाव सबसे ज्यदा देखा जाता है और इसी आधार पर उसके अन्दर