Mangal Ka Vrischik Rashi Mai Gochar Ka 12 Rashiyo Par Prabhav, वृश्चिक राशि में मंगल के गोचर का प्रभाव, ज्योतिष अपडेट, मंगल गोचर तिथि और समय। वैदिक ज्योतिष में, मंगल ऊर्जा, साहस, कर्म और दृढ़ संकल्प का ग्रह है। यह शक्ति, जुनून, अनुशासन और योद्धा भावना का प्रतिनिधित्व करता है। मंगल हमारे लक्ष्यों को प्राप्त करने की प्रेरणा, शारीरिक स्फूर्ति और चुनौतियों का सामना करने की क्षमता को नियंत्रित करता है। बलवान होने पर, यह नेतृत्व, आत्मविश्वास और प्रतिस्पर्धा में सफलता प्रदान करता है; पीड़ित होने पर, यह क्रोध, आवेग, आक्रामकता या संघर्ष का कारण बन सकता है। मंगल मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी है, और इसका उग्र स्वभाव पहल, वीरता और कर्म के माध्यम से परिवर्तन लाने की शक्ति का प्रतीक है। 27 अक्टूबर 2025 को मंगल वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा और यहाँ शक्तिशाली हो जाएगा, तीव्रता, साहस और परिवर्तन लाएगा - लेकिन अगर समझदारी से प्रबंधन न किया जाए तो आवेग और संघर्ष भी लाएगा। Mangal Ka Vrischik Rashi Mai Gochar Ka 12 Rashiyo Par Prabhav Watch Rashifal In Hindi On YouTube आइए जानते हैं वृश्चिक राशि में म...
Rama Ekadashi 2025 में कब है, क्या महत्त्व है कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी का, रमा एकादशी व्रत कथा, Rama ekadashi vrat karne ka asaan tarika. Rama Ekadashi 2025: कार्तिक महीने में दिवाली से पहले जो एकादशी आती है वो बहुत ही महत्त्वपूर्ण मानी जाती है | इस दिन के व्रत और आराधना से भक्त को समस्त कष्टों से मुक्ति मिलती है। 2025 में 17 october शुक्रवार को रमा एकादशी मनाई जायेगी | एकादशी तिथि शुरू होगी १६ अक्टूबर को दिन में लगभग 10:37 बजे और ग्यारस तिथि समाप्त होगी 17 अक्टूबर को दिन में लगभग 11:12 बजे. पारण १८ अक्टूबर को सुबह किया जायेगा. Rama Ekadashi Ka Mahattw aur Katha Watch Video Here आईये जानते हैं रमा एकादशी महत्व: रमा एकादशी के व्रत से जाने या अनजाने में किये हुए पापों से मुक्ति मिलती है | भगवाण विष्णु की कृपा प्राप्त होती है | उसे पुण्य की प्राप्ति होती है| जीवन में से सभी प्रकार के दुःख और संकट दूर होने लगते हैं। Rama Ekadashi Vrat आइये जानते हैं कैसे करें रमा एकादशी का व्रत आसान तरीके से ? सुबह जल्दी उठकर नित्यकर्म से मुक्त हो जाएँ | पूजन स्थान म...