शंख गायत्री मंत्र: अर्थ, महत्व और आध्यात्मिक लाभ मंत्र: ॐ पंचजन्याय विद्महे पवमानाय धीमहि। तन्नो शङ्खः प्रचोदयात्॥ भारतीय सनातन परंपरा में शंख (Conch Shell) को अत्यंत पवित्र और दिव्य माना गया है। यह केवल एक वाद्य यंत्र नहीं, बल्कि धर्म, शुद्धता और चेतना का प्रतीक है। शंख से संबंधित गायत्री मंत्र को शंख गायत्री मंत्र कहा जाता है, जिसका जप और श्रवण साधक के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। Shankh Gayatri Mantra ke Fayde शंख गायत्री मंत्र का अर्थ ॐ पंचजन्याय विद्महे हम भगवान विष्णु के दिव्य शंख पाञ्चजन्य को जानते हैं। पवमानाय धीमहि जो शुद्धता, पवित्रता और प्राण ऊर्जा का संचार करता है, उसका हम ध्यान करते हैं। तन्नः शङ्खः प्रचोदयात् वह पवित्र शंख हमारी बुद्धि और चेतना को प्रेरित करे। यह मंत्र शंख की दिव्य शक्ति से हमारी बुद्धि, प्राणशक्ति और आत्मा को शुद्ध व जाग्रत करने की प्रार्थना है। शंख का आध्यात्मिक महत्व शंख को भगवान विष्णु का प्रतीक माना गया है यह पांच महाभूतों (पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, आकाश) का संतुलन करता है शंखनाद से नक...
🙏 २३ प्रसिद्द गणेश मंदिर 🙏 विश्व प्रसिद्द दिव्य गणेश मंदिरों के बारे में जानिए श्री गणेश हिन्दू मान्यता के अनुसार प्रथम पूज्य हैं और ऐसा माना जाता है कि वे सर्व विघ्नों का नाश करने की क्षमता रखते हैं। इसीलिए उनका एक नाम “विघ्नहर्ता” भी है। 📍 23 Prasiddh Ganesh Mandir आइये जानते हैं इन गणेश मंदिरों के नाम और स्थान ओमकार गणपति – प्रयाग, इलाहाबाद धुंडीराज गणपति – काशी, वाराणसी चिंतामणि गणेश – कलमब बरार (यवतमाल) चिंतामन गणेश – उज्जैन खजराना गणेश – इंदौर मयूरेश्वर गणेश – मोरेश्वर (पुणे) शिव गणेश – राजन गाँव, पुणे पार्वती गणेश – सह्याद्री, पुणे लक्ष विनायक – बेलौर, एलोरा (औरंगाबाद) शमी गणेश – अदोष, सामनेर (नागपुर के पास) मंगलमूर्ति – परिनीर, नर्मदा किनारे भालचंद्र गणपति – गंगामसले (मनमाड, महाराष्ट्र) विज्ञान गणेश – राक्षस भुवन (गोदावरी तट) ब्रह्म गणेश – येंगर (पुणे) विष्णु गणेश – सिद्धटेक (बोरीवली, ...