Naye Sal 2026 Ki Shuruat Hogi Chaturgrahi Yog Se, नए साल की शुरुआत होगी धनु राशि में चतुर्ग्रही योग से, सूर्य-मंगल-बुध और शुक्र रहेंगे के साथ, jyotish updates. वैदिक ज्योतिष के अनुसार, ग्रहों के युति-योग अत्यंत शक्तिशाली ब्रह्मांडीय घटनाएँ होते हैं, जो सामूहिक तथा व्यक्तिगत कर्म को सक्रिय करते हैं। वर्ष 2026 के प्रारंभ में सूर्य, मंगल, बुध और शुक्र की एक दुर्लभ युति धनु राशि में बनी रहेगी । धनु राशि के स्वामी गुरु (बृहस्पति) हैं, जो धर्म, ज्ञान, उच्च विद्या, सत्य और धर्मसम्मत कर्म का प्रतिनिधित्व करते हैं। जब अनेक ग्रह इस राशि में एकत्र होते हैं, तो सभी बारह राशियों में आध्यात्मिक जागरण, वैचारिक परिवर्तन और उद्देश्यपूर्ण कर्म की प्रबल धारा प्रवाहित होती है। Naye Sal 2026 Ki Shuruat Hogi Chaturgrahi Yog Se यह योग सूर्य की सत्ता, मंगल की ऊर्जा, बुध की बुद्धि और शुक्र के सौहार्द का समन्वय करता है, जिससे रचनात्मक अवसरों के साथ-साथ कर्मिक परीक्षाएँ भी उत्पन्न होती हैं। इसका प्रभाव मानवता को उच्च सिद्धांतों के साथ पुनः संरेखित होने, चेतना के विस्तार और सत्य के अनुरूप कर्म करने के लिए ...
🙏 २३ प्रसिद्द गणेश मंदिर 🙏 विश्व प्रसिद्द दिव्य गणेश मंदिरों के बारे में जानिए श्री गणेश हिन्दू मान्यता के अनुसार प्रथम पूज्य हैं और ऐसा माना जाता है कि वे सर्व विघ्नों का नाश करने की क्षमता रखते हैं। इसीलिए उनका एक नाम “विघ्नहर्ता” भी है। 📍 23 Prasiddh Ganesh Mandir आइये जानते हैं इन गणेश मंदिरों के नाम और स्थान ओमकार गणपति – प्रयाग, इलाहाबाद धुंडीराज गणपति – काशी, वाराणसी चिंतामणि गणेश – कलमब बरार (यवतमाल) चिंतामन गणेश – उज्जैन खजराना गणेश – इंदौर मयूरेश्वर गणेश – मोरेश्वर (पुणे) शिव गणेश – राजन गाँव, पुणे पार्वती गणेश – सह्याद्री, पुणे लक्ष विनायक – बेलौर, एलोरा (औरंगाबाद) शमी गणेश – अदोष, सामनेर (नागपुर के पास) मंगलमूर्ति – परिनीर, नर्मदा किनारे भालचंद्र गणपति – गंगामसले (मनमाड, महाराष्ट्र) विज्ञान गणेश – राक्षस भुवन (गोदावरी तट) ब्रह्म गणेश – येंगर (पुणे) विष्णु गणेश – सिद्धटेक (बोरीवली, ...