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Ganesh Puja Dwara Safalta Kaise Paaye In Hindi

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Ganesh Puja Dwara Safalta Kaise Paaye In Hindi

गणेशजी वो देवता है जिनको किसी भी पूजा में सबसे पहले पूजा जाता है इसीलिए इनको प्रथम पूज्य कहा जाता है सभी देवी देवताओं में. इन्हें विघ्न विनाशक, विघ्नहरता, सर्व प्रदाय आदि नामो से जाना जाता है.

वक्र तुंड महाकाय सूर्यकोटिसमप्रभ |
निर्विघ्नं कुरुमे देव सर्व कार्येशु सर्वदा ||

इसका अर्थ है – गणेशजी आपकी सूंड वक्राकार है और आपका शारीर महाकाय और शक्तिशाली है, कोटि सूर्यो का तेज आपमे हैं, आप हमारे जीवन से परेशानियों को ख़त्म करे, हमारे मार्ग निष्कंटक करे.

ये परार्थना साधारणतः हर गणेश भक्त करते हैं पूजा के दौरान. हर साल गणेशजी के पूजन के लिए विशेष दिन आते हैं जब सभी तरफ सिर्फ गणेश पूजन के बारे में चर्चा होती है और भक्त उनकी कृपा से आनंद लेते हैं.
 
2022 में 31 august (गणेश चतुर्दशी) से 9 september(अनंत चतुर्दशी) 2022 तक गणेश पूजन के लिए विशेष दिन होंगे.

गणेशजी का अधिपत्य है दिमाग पर, रचनात्मकता पर, ज्ञान पर, विज्ञान पर और योग ग्रंथो के अनुसार शारीर के अन्दर मूलाधार चक्र में उनका निवास माना गया है. इसी कारण योगी जन ध्यान करते रहते हैं उनका दर्शन प्राप्त करने के लिए.

गणेश उत्सव के दौरान लोग घरों में, दूकान में, ऑफिस आदि में गणेश प्रतिमा को स्थापित करते हैं और फिर अनंत चतुर्दशी को विसर्जन करते हैं जिससे जल में गन्दगी भी उत्पन्न होती है.
  • अगर कोई धन की समस्या से ग्रस्त है तो गणेश पूजन करना चाहिए.
  • अगर कोई पारिवारिक समस्या से ग्रस्त है तो उन्हें गणेश पूजन करना चाहिए.
  • अगर कोई कुंडली में ख़राब ग्रहों के कारण परेशान हैं तो उन्हें भी गणेश पूजन से लाभ हो सकता है.
  • स्वास्थ्य साथ नहीं दे रहा हो तो भी गणेश पूजन लाभदाय होता है.
अतः जीवन में कैसी भी समस्या हो अगर मन से गणेशजी से प्रार्थना की जाए तो निश्चित ही लाभ होता है.
इसी कारण गणेश जी के मंत्र, तंत्र, अनुष्ठान पुरे संसान में बहुत मान्य है. 


क्या भेंट करे गणेशजी को प्रसन्न करने के लिए ?

  1. ऐसी मान्यता है की गणेशजी को दूर्वा घास बहुत पसंद है अतः जो भक्त उनको दूर्वा अर्पित करते हैं उनकी मनोकामना पूरी करते हैं.
  2. मोतीचूर के लड्डू भी उनको बहुत पसंद है.
  3. केले भी उनको बहुत पसंद है.
गणेश उत्सव के दौरान अलग अलग दिन ना ना प्रकार के भोग उनको अर्पित करना चाहिए और फिर उसे परिवार के लोगो, पड़ोसियों, आदि में बाटना चाहिए. सभी तरफ प्रेम, सौहार्द्र, शांति, समानता की भावना का विकास करे. सभी के लिए स्वास्थ्य और सम्पन्नता के लिए प्रार्थना करे और बदले में खुद के लिए भी यही पायें.

आइये जानते हैं कुछ आसान तरीके गणेश पूजन के ?

  1. आप चाहे तो रोज गणेशजी के 108 नामो का जप कर सकते हैं सुबह और शाम को. सुनिए दिव्य गणेश मंत्रो को YouTube में 
  2. आप गणेश अथर्वाशिर्ष का पाठ भी कर सकते हैं रोज.
  3. गणेश जी का अभिषेक दूर्वा से भी कर सकते हैं.
  4. नारियल भी गणेश जी को अर्पित करना शुभ होता है.
अतः बहुत सारे तरीके हैं गणेश पूजन के , अपनी क्षमता और श्रद्धा के अनुसार पूजन करना चाहिए.

आइये जानते हैं 2022 के गणेश चतुर्थी के दिन ग्रहों की दशाएं और ज्योतिषीय महत्तव :

    वर्ष 2022 में, गणेश उत्सव 31 अगस्त, बुधवार को शुरू हो रहा है और नक्षत्र चित्रा है जिसका स्वामी मंगल है एक और महत्वपूर्ण बात यह है कि गणेश उत्सव का अंतिम दिन 9 सितंबर को है और इस दिन का नक्षत्र धनिष्ठा है जिसका स्वामी है फिर से मंगल। तो यह बहुत अच्छी बात है और इसलिए भक्त इस वर्ष गणेश पूजा का पूरा लाभ उठा सकते हैं।
        आइए अब अन्य ग्रहों की स्थिति देखें:
      • सूर्य अपनी राशि सिंह में रहेंगे जो कि बहुत अच्छा है।
      • गणेश चतुर्थी पर बुध उच्च के रहेंगे  जो कि एक अच्छा संकेत है।
      • गुरु अपनी ही राशि में रहंगे जो सभी के लिए अनुकूल है।
      • शनि अपनी स्वयं की राशि मकर में होंगे जो सभी को साधना करने में मदद करेंगे ।
      • केतु मित्र राशि में रहेगा।
        तो गणेश चतुर्थी पर 5 ग्रह अनुकूल रहेंगे जो कि बहुत अच्छा है।

        jyotishsansar.com की तरफ से सभी को शुभकामनाये.


        श्री गणेशाय नमः

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