2026 विवाह मुहूर्त: शुभ विवाह तिथियाँ और महत्व, विवाह कब कब हो सकता है 2026, vivah ki tarikhen, Vivaah mahurat, is saal kab kab hai shaadi ki tarikhen. हिंदू संस्कृति में विवाह को केवल एक सामाजिक संबंध नहीं, बल्कि एक पवित्र संस्कार माना गया है। इस पवित्र बंधन को शुभ फलदायी बनाने के लिए शुभ मुहूर्त का चयन अत्यंत आवश्यक होता है। विवाह मुहूर्त (Vivah Muhurat) वह समय होता है जब ग्रहों, नक्षत्रों, योग, करण और तिथि की स्थिति विवाह के लिए अत्यंत मंगलकारी मानी जाती है। 🌿 विवाह मुहूर्त का महत्व “मुहूर्त” का अर्थ होता है — सबसे शुभ समय । जब ग्रहों की स्थिति अनुकूल होती है, तब किए गए कार्यों का फल भी शुभ होता है। इसलिए विवाह जैसे संस्कार में पंचांग देखकर ही मुहूर्त तय किया जाता है। वर और वधू की जन्म कुंडली का मिलान तिथि, नक्षत्र, योग और करण की स्थिति लग्न की शुभता अशुभ काल (राहुकाल, भद्रा, चातुर्मास आदि) का परिहार Check Video On YouTube 💍 देवउठनी 2025 से लेकर 2026 तक के विवाह मुहूर्त 2025 के अंत और 2026 में कई मंगलकारी विवाह तिथियाँ पड़ रही हैं, जो ...
Vivah Aur Romantic Jivan Hastha Rekha Se, विवाह और रोमांस रेखा का अध्ययन कैसे करें, किसी व्यक्ति के रोमांटिक जीवन का पता कैसे चलता है, प्रेम जीवन कैसा रहेगा| रोमांस जीवन का एक महत्त्वपूर्ण अंग है और इसी के कारण जीवन रसमय लगता है अन्यथा जीवन सूखा हुआ सा लगता है | एक मनमाफिक रोमांटिक पार्टनर की चाह सबको रहती है पर हर कोई भाग्यशाली नहीं रहता है| कई लोग अपना साथी चुन तो लेते हैं पर कुछ समय बाद उन्हें पता चलता है की उनकी पसंद सही नहीं थी, कुछ लोग तो जीवन भर एक सच्चे प्रेमी की आस लगाए जीवन जीते रहते हैं | इस लेख में हम जानेंगे की हस्त रेखा विज्ञान के द्वारा हम कैसे पता कर सकते हैं की किसी का प्रेम जीवन कैसा रहेगा, प्रेमी मिलेगा या नहीं, प्रेम जीवन सफल होगा की नहीं, प्रेम विवाह कैसा रहेगा आदि | Vivah Aur Romantic Jivan Hastha Rekha Se Vivah Aur Romantic Jivan Hastha Rekha Se Read in English about Marriage and Romance Life Reading In Palmistry आइये सबसे पहले समझते हैं प्रेम जीवन और विवाह को ? साधारणतः लोग विवाह रेखा जो की बुध पर्वत के बगल में रहती हैं उन्हें ही प्रणय रेखाएं समझते है...