पति-पत्नी के रिश्ते को सुधारने के ज्योतिषीय उपाय, पति-पत्नी के बीच के विवाद को दूर करने के उपाय, ज्योतिष के माध्यम से वैवाहिक जीवन को कैसे सुधारें, Astrological Remedies To Improve Husband Wife Relationship, पति-पत्नी के रिश्ते के लिए कौन से ग्रह जिम्मेदार हैं? |
विवाह पति-पत्नी के बीच जीवन भर के लिए एक दिव्य बंधन है और इसलिए यह बहुत महत्वपूर्ण है। शादी से जुड़े हर किसी के कुछ न कुछ सपने होते हैं लेकिन यह एक बहुत ही आम सोच है कि शादी के बाद सभी को बहुत कुछ भुगतना पड़ता है जो कि सभी के लिए बिल्कुल भी सच नहीं होता है। लेकिन कुछ जोड़े समय के साथ संबंधों में समस्याओं का सामना करते हैं, कुछ पति-पत्नी को विभिन्न कारणों से जीवन में एक साथ सुचारू रूप से चलने के लिए बहुत सारी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
Pati patni ke rishto ko sudharne ke jyotish upaay |
रिश्ते में बॉन्डिंग बनाए रखने के लिए दोनों तरफ से प्रयास की जरूरत होती है और कभी-कभी कोई कमजोर हो जाता है और रिश्ता टूटने लगता है। रिश्ते को फिर से जीवंत करने के लिए विभिन्न बिंदुओं का ध्यान रखना आवश्यक है ताकि जीवन भर एक साथ हर पल का आनंद लिया जा सके।
Read in english about astrology remedies to improve husband and wife bonding
आज के समय में अधिक अपेक्षाओं के कारण पति-पत्नी के बीच संघर्ष देखा जाता है, कभी-कभी यह समय के भीतर शांत हो जाता है लेकिन कभी-कभी स्थिति जटिल हो जाती है और फिर हमें ज्योतिषी, परामर्शदाताओं आदि की मदद लेना पड़ती है।
ज्योतिष एक एक ऐसी विद्या है जो रिश्तों में टकराव के ग्रहों के कारणों को खोजने और फिर रिश्ते में बंधन बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाने में मदद करता है।
Watch video here:पति और पत्नी के बीच घनिष्ट संबंध के बारे में ज्योतिष कैसे भविष्यवाणी करते है?
- यदि दोनों दंपत्ति के कुंडली के चतुर्थ भाव अच्छी शक्तियाँ उत्पन्न कर रहा हो तो यह संबंध बनाने में मदद करता है।
- यदि साझेदारी भाव यानि सप्तम भाव पाप ग्रह से मुक्त हो तो यह अंतरंग संबंधों में मदद करता है।
- यदि परिवर्तन योग पांचवें और सातवें भाव के बीच बनता है तो यह पति-पत्नी के बीच अच्छे संबंध बनाने में मदद करता है।
- यदि कुंडली में विवाह भाव का स्वामी शक्तिशाली और सकारात्मक है तो यह स्वस्थ संबंधों को बनने में मदद करता है।
- यदि जन्म कुंडली में शुक्र और मंगल ग्रह अच्छी स्थिति और शक्ति में हों तो यह व्यक्तिगत संबंधों का आनंद लेने में भी मदद करता है।
- सप्तम और चतुर्थ भाव पर शक्तिशाली सकारात्मक चंद्रमा का प्रभाव भी पति-पत्नी के बीच घनिष्ठ संबंधों में सहायक होता है।
- कुंडली मिलान करते समय ज्योतिषी यह जानने के लिए हर पहलू की बारीकी से जांच करते हैं कि शादी के बाद पति पत्नी में घनिष्ठ संबंध होंगे या नहीं।
तो ऐसे कई कारक हैं जिन्हें रिश्ते में घनिष्टता खोजने के लिए जांचा जाता है।
वैवाहिक जीवन में सफलता घनिष्टता पर निर्भर करती है लेकिन देखा जाता है कि समय के साथ संबंध नीरस हो जाते हैं और दोनों अपने कामों में लग जाते हैं और जीवन से काम-रस का अभाव होने लगता है, यह स्वस्थ रिश्ते की निशानी नहीं है। जब पार्टनर एक-दूसरे में रुचि खो देते है तो वह एक्स्ट्रा अनैतिक सम्बन्ध बनाने पर मजबूर हो जाते है जो लंबे समय में संघर्ष और ब्रेकअप का कारण बन जाता है। इसलिए रिश्ते को जीवंत बनाए रखने के लिए लगातार काम करना जरूरी है।
आइए जानते हैं पति-पत्नी के बीच घटती बॉन्डिंग के कुछ संकेत -
- आपसी समझ की कमी होने लगती है |
- एक दूसरे के प्रति सम्मान की भावना कम होने लगती है |
- एक दूसरे के प्रति सहानुभूति की भावना कम होने लगती है।
- पति-पत्नी एक-दूसरे की परवाह कम करने लगते हैं।
- दोनों एक दूसरे पर शक करने लगते हैं।
उपरोक्त सभी, रिश्ते में प्यार की कमी के संकेत हैं। अगर ऐसा होता है तो जीवन का आनंद लेने के लिए रिश्ते पर काम करना और उसे फिर से जीवंत करना जरूरी है।
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पति-पत्नी के बीच प्यार क्यों कम होने लगता है?
- यदि कोई अशुभ ग्रह महादशा या अंतर्दशा में प्रवेश करता है तो यह व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन को प्रभावित करता है।
- कई बार गोचर कुंडली में अशुभ ग्रहों के प्रभाव के कारण भी जीवन नरक बनने लगता है ।
- कभी-कभी यह देखा गया है कि दंपत्ति अनिष्ट शक्तियों या शत्रुओं द्वारा किए गए काले जादू से पीड़ित होते हैं और संबंध कम होने लगते हैं।
- यदि पंचम, सप्तम और चतुर्थ भाव में कोई अशुभ ग्रह स्थित हो और वह महादशा या अंतर्दशा में आए तो भी दाम्पत्य संबंधों में समस्या आने लगती है।
पति पत्नी के रिश्ते को सुधारने के ज्योतिषीय उपाय:
अगर दाम्पत्य में प्यार कम हो रहा है तो सबसे पहले अपनी कुंडली दिखवाएं और कारण जानें फिर उसके अनुसार उपाय करना अच्छा है। यहां सभी के लिए बॉन्डिंग बढ़ाने के कुछ उपाय दिए गए हैं।
- राधा और कृष्ण की एक साथ पूजा करें और प्रेम पूर्ण जीवन के लिए प्रार्थना करें।
- भगवान शिव और पार्वती की पूजा करें और निम्न मंत्र जाप कर सकते है – ॐ ह्रीं नमः शिवाय।
- किसी भी शुभ मुहूर्त में बेडरूम के दरवाजे और घर के मुख्य द्वार के ऊपर हनुमानजी मंदिर के सिंदूर से स्वस्तिक बनाएं।
- शुक्रवार के दिन दोपहर के भोजन या रात के खाने में खुश जोड़ों को विशेष रूप से आमंत्रित करें और उन्हें उपहार भी दें।
- यदि कोई अशुभ ग्रह संबंध बिगाड़ रहा हो तो ज्योतिषी से सलाह लेकर ग्रह शांति पूजा करें या करवाएं ।
- मंगलवार और शनिवार के दिन विशेष रूप से नमक के पानी से फर्श का पोछा लगाएं |
- शुभ मुहूर्त में सोने का हंस का जोड़ा खरीदकर अपने शयन कक्ष में स्थापित करें।
- सिद्ध गौरी शंकर रुद्राक्ष धारण करना भी पति-पत्नी के बीच संबंध बढ़ाने का एक अच्छा तरीका है।
- कभी-कभी हीरा प्यार बढ़ाने में भी बहुत मददगार होता है लेकिन इसे पहनने से पहले किसी ज्योतिषी की सलाह जरूर लें।
- दोनों रुचि के अनुसार फूलों की डिज़ाइन वाली चादरों का प्रयोग करें बिस्तर पे ।
- सोने से पहले कमरे में कपूर छिड़कें।
- अगर आपके कमरे में शीशा है तो सोने से पहले उसके ऊपर कोई कपड़ा जरूर ढक दें ।
- शयन कक्ष में देवी-देवता की कोई तस्वीर न लगाएं।
वैदिक ज्योतिष प्रेम जीवन, विवाह में समस्याओं का पता लगाने का सबसे अच्छा तरीका है और फिर समस्याओं का सर्वोत्तम उपाय खोजना संभव है। इसलिए जीवन को अद्भुत बनाने के लिए किसी अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श करने में कभी संकोच न करें।
यह आवश्यक है कि पति-पत्नी दोनों मिलकर रिश्ते को फिर से जीवंत करने के लिए काम करें, तो निस्संदेह जीवन फिर से खुशहाल, प्यार से भरा होगा।
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