मोक्षदा एकादशी का महत्त्व हिंदी ज्योतिष में, क्या फायदे होते हैं जानिए, क्यों करे mokshda ekadashi ka vrat, व्रत और आसान पूजा विधि. एकादशी तिथि ११ दिसम्बर बुधवार को तडके लगभग ३:४४ AM पे शुरू होगी और १२ दिसम्बर गुरुवार को रात्री में ही लगभग १:१० AMतक रहेगी अतः उदय तिथि के अनुसार इस साल मोक्षदा एकादशी का व्रत 11 दिसंबर 2024 को रखा जाएगा। अगर कुंडली में पितृ दोष है या फिर स्वप्न में पितरो के दर्शन हो रहे हैं, या फिर जीवन में बार बार रूकावटो के कारण समस्याएं आ रही है तो मोक्षदा एकादशी के दिन व्रत रखके पूजन करने से बहुत लाभ होते हैं. Mokshda Ekadashi ka Mahattw in Hindi ऐसी मान्यता है की इस व्रत के पुण्य से पितरो के लिए मोक्ष का रास्ता खुल जाता है और जीवन से पितृ दोष के कारन जो समस्याएं आ रही हो वो भी हट जाती है. इस दिन श्रद्धा और भक्ति से विष्णु आराधना करने से पापो से मुक्ति मिलती है. ऐसी मान्यता है की मोक्षदा एकादशी (Mokshada Ekadashi) के दिन ही भगवान श्रीकृष्ण के मुख से श्रीमदभगवद् गीता (Shrimad Bhagwat Geeta) का जन्म हुआ था. इसीलिए मोक्षदा एकादशी के दिन ...
संतान प्राप्ति साधना, जानिए किस साधना से संतान प्राप्त की जा सकती है, कौन सी पूजा बच्चा पाने के लिए करे, कुंडली में संतान भाव के दोषों को कैसे दूर करे.
जो साधना संतान प्राप्ति के लिए किया जाता है उसे संतान प्राप्ति साधना कहा जाता है. स्वस्थ संतान की चाहत हर दंपत्ति की होती है, माता पिता बनना हर दंपत्ति की ख्वाहिश होती है. अगर सही समय पर संतान हो जाए तो ये बहुत ही भाग्य की बात है परन्तु बहुत से लोग ऐसे है जिनको संतान सुख नहीं मिलता है पूर्ण रूप से स्वस्थ होने पर, सारी क़ाबलियत होने पर भी.
Santan Prapti Saadhna |
ऐसे लोगो के कुंडली को देखने पर बहुत से कारण सामने आये हैं जैसे कुंडली में संतान भाव का दूषित होना, इसके कारण जातक को संतान होने में बहुत समय लग जाता है या फिर संतान स्वस्थ नहीं हो पाती है. कुछ दंपत्ति तो काले जादू के कारण भी संतान बाधा से ग्रस्त रहते हैं. कुछ महिलाओं में गर्भपात होता रहता है कमजोर ग्रहों के कारण.
अगर चिकित्सा करने पर भी दंपत्ति को कोई फायदा नहीं होता है तो ऐसे में अनुभवी ज्योतिष से परामर्श लेना चाहिए.
अगर चिकित्सा करने पर भी दंपत्ति को कोई फायदा नहीं होता है तो ऐसे में अनुभवी ज्योतिष से परामर्श लेना चाहिए.
आइये अब जानते हैं संतान प्राप्ति साधना के बारे में :
- इस साधना कुंडली में मौजूद दोषों को दूर करने के लिए किया जाता है जिससे दिव्य शक्तियों की कृपा मिले और अच्छी संतान हो. इस साधना के बहुत से फायदे होते हैं.
- संतान प्राप्ति साधना से संतान उत्पन्न होने में जो बाधा आती है उसका नाश होता है.
- इस साधना के द्वारा देविक शक्तियों की कृपा प्राप्त किया जा सकता है.
- इस साधना के द्वारा स्वस्थ संतान उत्पन्न करने की क्षमता प्राप्त होती है.
- इस साधना के द्वारा महिला को सही समय पर बच्चे को जन्म देने की शक्ति प्राप्त होती है.
- संतान प्राप्ति साधना के द्वारा बच्चे को शक्तिशाली शारीर और तेज दिमाग की प्राप्ति हो सकती है.
- इस साधना से भाग्योदय भी होता है.
प्राचीन काल से ही जानकार लोग संतान प्राप्ति साधना को करते आये हैं और मन की अभिलाषा को पूर्ण करते आये हैं. आज भी बहुत से दंपत्ति इस साधना को करके स्वस्थ संतान को प्राप्त करते हैं.
अगर किसी को संतान होने में समस्या आ रही हो, ग्रहों की स्थिति कमजोर हो, बार बार गर्भपात हो रहा हो, नकारात्मक उर्जा से परेशानी हो रही हो तो साधना द्वारा इनसे मुक्ति पाई जा सकती है.
अगर किसी को संतान होने में समस्या आ रही हो, ग्रहों की स्थिति कमजोर हो, बार बार गर्भपात हो रहा हो, नकारात्मक उर्जा से परेशानी हो रही हो तो साधना द्वारा इनसे मुक्ति पाई जा सकती है.
बच्चा पाने के लिए कई प्रकार से साधना किया जा सकता है जैसे :
- तांत्रिक मंत्रो की साधना
- वैदिक मंत्रो द्वारा साधना
अगर संतान नहीं हो रही हो तो उदास होने की जरुरत नहीं है, ज्यादा सोचने की जरुरत नहीं है अपने ज्योतिष से संपर्क करे और संतान प्राप्ति साधना के बारे में पूछे.
संतान प्राप्ति के लिए जब भी ज्योतिष से संपर्क करे तो पति और पत्नी दोनों की कुंडलियो को दिखवाएं.
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