Skip to main content

Hindi Jyotish Website

Hindi astrology services || jyotish website in hindi|| Kundli reading || Birth Chart Calculation || Pitru Dosha Remedies || Love Life Reading || Solution of Health Issues in jyotish || Career Reading || Kalsarp Dosha Analysis and remedies || Grahan Dosha solutions || black magic analysis and solutions || Best Gems Stone Suggestions || Kala Jadu|| Rashifal || Predictions || Best astrologer || vedic jyotish || Online jyotish || Phone jyotish ||Janm Kundli || Dainik Rashifal || Saptahik Rashifal || love rashifal

Kundli Ka Ekadash Bhav Jyotish Mai

Kundli ka Ekadash bhav, कुंडली का ग्यारहवां भाव क्या बताता है ज्योतिष मै,  11th House in birth chart | वैदिक ज्योतिष के अनुसार कुंडली के एकादश भाव पर विभिन्न ग्रहों का क्या प्रभाव होता है  ? |

जब किसी जातक की आय, लाभ, बड़े भाई से सम्बन्ध, इच्छाओं की पूर्ति, पुत्रवधू  आदि का अनुमान लगाना हो तो जन्म पत्रिका के एकादश भाव का अध्ययन किया जाता है |  

इस भाव के अध्ययन के बिना जातक के जीवन के बारे में पूर्ण रूप से नहीं जाना जा सकता है |

Kundli ka Ekadash bhav, कुंडली का ग्यारहवां भाव क्या बताता है ज्योतिष मै,  11th House in birth chart | वैदिक ज्योतिष के अनुसार कुंडली के एकादश भाव पर
Kundli Ka Ekadash Bhav Jyotish Mai

Read in English about Details of 11th house in Horoscope

आइए जानते हैं कुछ और महत्त्वपूर्ण बातें जन्म कुंडली के एकादश भाव के बारे में :

  1. जन्म पत्रिका के एकादश भाव को आय भाव के नाम से भी जानते हैं वैदिक ज्योतिष में |
  2. ग्यारहवें भाव से सम्बंधित प्राकृतिक स्वामी ग्रह और राशि हैं कुम्भ और शनि | 
  3. जीवनसाथी के विद्या प्राप्ति के बारे में भी इस भाव से जाना जा सकता है |
  4. संतान के जीवन साथी के बारे में एकादश भाव के अध्ययन से पता चलता है |
  5. जन्म कुंडली के ग्यारहवें भाव से जातक की आमदनी के बारे में पता किया जा सकता है | 
  6. जातक का सम्बन्ध बड़े भाई से कैसा रहेगा इसका पता भी एकादश भाव से चलता है | 
  7. माता के स्वास्थ्य का पता भी इस भाव से किया जा सकता है |
  8. जातक को अपनी इच्छाओ को पूरा करने के लिए कितना संघर्ष करना पड़ेगा ये भी इस भाव से पता किया जा सकता है | 
  9. जातक बचत कर पायेगा की नही ये भी इस भाव से पता किया जा सकता है | 


आइये अब जानते हैं की कुंडली के ग्यारहवें भाव पर विभिन्न ग्रहों का क्या प्रभाव पड़ता है ?:

एकादश भाव में सूर्य का प्रभाव :

जन्म कुंडली के एकादश भाव में शुभ और शक्तिशाली सूर्य जातक को अपने लक्ष्य के प्रति बहुत ज्यादा महत्त्वकांक्षी बनाता है | जातक अपने क्षेत्र में सर्वोच पद पर बैठने की योग्यता रखता है | जातक को यात्राओं से भी लाभ होता है | बड़े भाई और बहन से भी जातक के सम्बन्ध अच्छे बनते हैं |

कुंडली के ग्यारहवें भाव में अशुभ या कमजोर सूर्य जातक को बहुत परेशानी देता है, जातक के आय के साधन अस्थिर हो सकते हैं, जातक को अपनी इच्छाओ को पूरा करने के लिए बहुत ज्यादा मेहनत करना होती है | बड़े भाई के साथ सम्बन्ध ख़राब हो सकते हैं जीवन में |

पढ़िए कमजोर सूर्य का जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है और क्या उपाय कर सकते हैं ?

एकादश भाव में चन्द्रमा का प्रभाव :

जन्म पत्रिका के के ग्यारहवें भाव में शुभ और शक्तिशाली चंद्रमा जातक को उदार प्रकृति देता है, भावुक बनाता है | ऐसे जातक सामाजिक कार्यो में बहुत आगे रहते हैं, ऐसे लोग जिनके साथ जुड़ते हैं उनकी बहुत तरक्की होती है | जातक के संतान को अच्छा जीवनसाथी प्राप्त होता है |

एकादश भाव में अशुभ या कमजोर चंद्रमा जातक को धोखा दिलवा सकता है | जातक जीवन में कई बार अपने काम काज को भी बदल सकता है | जातक की माता का स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है विशेषकर उस समय जब चंद्रमा की दशा चलती है |

पढ़िए कमजोर चन्द्र का जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है और क्या उपाय कर सकते हैं ?

एकादश भाव में मंगल का प्रभाव :

जन्म पत्रिका के ग्यारहवें घर में शुभ और शक्तिशाली मंगल जातक को अपने लक्ष्य के प्रति जूनून देता है, जातक सफलता की पराकाष्ठा को पाना चाहता है, जातक में दबंगता भी होती है | बड़े भाई के सहयोग से भी जातक जीवन में बहुत कुछ हासिल कर सकता है | 

एकादश भाव में अशुभ या कमजोर मंगल जातक के खर्चे बढ़ाता है, झगड़ो में कानूनी मामलो में बहुत खर्चा हो सकता है | जातक अनैतिक कार्यो को भी आय का साधन बना सकता है | जातक के संतान का वैवाहिक जीवन भी प्रभावित होता है |

पढ़िए कमजोर मंगल का जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है और क्या उपाय कर सकते हैं ?

एकादश भाव में बुध का प्रभाव :

जन्म पत्रिका के ग्यारहवें घर में शुभ और शक्तिशाली बुध जातक को एक से अधिक आय के साधन दे सकता है | जातक अपनी बुद्धि का स्तेमाल करके समाज और परिवार में अलग ही छवि बनाता है | जातक वाक् कला में भी माहिर होता है | जातक आय भी अच्छी करता है और खर्च भी अधिक करता है | 

एकादश भाव में अशुभ या कमजोर बुध जातक को चापलूस बना सकता है | जातक अनैतिक तरीको से भी धन अर्जित करने से चुकता नहीं है | समाज और परिवार में ऐसे लोगो को अच्छे सम्बन्ध बनाने में परेशानी आती है | 

पढ़िए कमजोर बुध का जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है और क्या उपाय कर सकते हैं ?

एकादश भाव में बृहस्पति का प्रभाव :

जन्म पत्रिका के ग्यारहवें भाव में शुभ और शक्तिशाली गुरु जातक को प्रभावी व्यक्तित्त्व देता है, सामाजिक कार्यो को करने की और प्रेरित करता है | जातक उच्च पद पर आसीन होक धन कमाता है | जातक एक अच्छा मार्गदर्शन होता है | बड़े भाई के सहयोग से भी जीवन में खूब उन्नति करता है |

एकादश भाव में अशुभ या कमजोर गुरु जातक को संघर्षो के साथ आगे बढ़ने के लिए वातावरण देता है | जातक दुसरो की भलाई के लिए अपने परिवार को भी संकट में डाल सकता है | 

पढ़िए कमजोर गुरु का जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है और क्या उपाय कर सकते हैं ?

एकादश भाव में शुक्र का प्रभाव :

जन्म पत्रिका के ग्यारहवें भाव में शुभ और शक्तिशाली शुक्र जातक को समाज में लोकप्रियता दिलाता है और ऐसे लोग कला जगत के साथ जुडके भी काफी धन कमाते हैं | ऐसे लोगो को विपरीत लिंग के साथ विशेष सफलता प्राप्त होती है | जातक समस्त भोगों को भोगता हुआ जीवन में आगे बढ़ना पसंद करता है |

एकादश भाव में अशुभ या कमजोर शुक्र जातक को सुखों के लिए तरसा सकता है | जातक को बचत करने में परेशानी आती है | प्रेम संबंधो में धोखा मिल सकता है | जातक के पास योग्यता होते हुए भी उसका स्तेमाल करने में परेशानी होती है |

पढ़िए कमजोर शुक्र का जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है और क्या उपाय कर सकते हैं ?

एकादश भाव में शनि का प्रभाव :

जन्म पत्रिका के ग्यारहवें भाव में शुभ और शक्तिशाली शनि जातक को सामाजिक सेवा की और प्रेरित कर सकता है | जातक अपनी इच्छाओ को अपनी मेहनत से पूरा करता है | ऐसे लोग बहुत अच्छे साथी, अच्छे दोस्त, अच्छे कर्मचारी साबित होते हैं | शनि के प्रभाव से जातक भूमि से भी लाभ कमाता है |

एकादश भाव में अशुभ या कमजोर शनि जातक को रिश्तो में धोखा दिला सकता है, लोग आपका स्तेमाल स्वार्थपूर्ति के लिए करते रहते हैं | बचत करने में बहुत परेशानी होती है | बड़े भाई के साथ सम्बन्ध ख़राब हो सकते हैं | 

पढ़िए अशुभ शनि के उपाय ज्योतिष में |

एकादश भाव में राहु का प्रभाव :

जन्म पत्रिका के ग्यारहवें घर में शुभ और शक्तिशाली राहु जातक को जुनूनी बनता है , अच्छा कूटनितिग्य बनाता है | ऐसे लोग समाज में क्रांति भी ला सकते हैं किसी विषय को लेके | जातक जोखिमपूर्ण कार्यो से धन कमाने की योग्यता रखता है | 

एकादश भाव में अशुभ या कमजोर राहु जातक को स्थिर आय के लिए परेशां कर सकता है | जातक को अनैतिक कार्यो से धन कमाने के लिए विवश कर सकता है | कुटिल बुद्धि वाले लोगो से सम्बन्ध बनवाता है | 

पढ़िए अशुभ राहु और केतु के उपाय 

एकादश भाव में केतु का प्रभाव :

जन्म पत्रिका के ग्यारहवें भाव में शुभ और शक्तिशाली केतु जातक के अन्दर अद्भुत क्षमताये पैदा करता है जिसका स्तेमाल करके जातक समाज में एक अलग ही छवि बना पाता है | कई बार ऐसे लोग जरुरत से ज्यादा महत्त्वकांक्षी हो जाते हैं | 

इस भाव में अशुभ या कमजोर केतु जातक को अनावश्यक खर्चो की और धकेलता है, जातक बिना कारण ही अनावश्यक शोध कार्यो में धन बर्बाद करता रहता है | उपरी बाधाओं के कारण भी जीवन में परेशानियाँ आती रहती है | 

तो इस प्रकार हमने जाना की जन्म कुंडली का एकादश भाव क्या महत्त्व रखता है और इस घर पे विभिन्न ग्रहों का क्या प्रभाव पड़ता है |

अगर आप अपनी कुंडली दिखवाना चाहते हैं, अपने लिए सही रत्न या पूजा जानना चाहते हैं, अपने विवाह के बारे में जानना चाहते हैं, अपने लिए सही करियर की जानकारी चाहते हैं, जीवन में आने वाली परेशानियों के कारण और समाधान जानना चाहते हैं तो ऑनलाइन ज्योतिष सेवा के लिए संपर्क करें | 


और महत्त्वपूर्ण लेख पढ़िए : 


Kundli ka Ekadash bhav, कुंडली का ग्यारहवां भाव क्या बताता है ज्योतिष मै,  11th House in birth chart | वैदिक ज्योतिष के अनुसार कुंडली के एकादश भाव पर विभिन्न ग्रहों का क्या प्रभाव होता है  ? |

Comments

Popular posts from this blog

84 Mahadev Mandir Ke Naam In Ujjain In Hindi

उज्जैन मंदिरों का शहर है इसिलिये अध्यात्मिक और धार्मिक महत्त्व रखता है विश्व मे. इस महाकाल की नगरी मे ८४ महादेवो के मंदिर भी मौजूद है और विशेष समय जैसे पंचक्रोशी और श्रवण महीने मे भक्तगण इन मंदिरों मे पूजा अर्चना करते हैं अपनी मनोकामना को पूरा करने के लिए. इस लेख मे उज्जैन के ८४ महादेवो के मंदिरों की जानकारी दी जा रही है जो निश्चित ही भक्तो और जिज्ञासुओं के लिए महत्त्व रखती है.  84 Mahadev Mandir Ke Naam In Ujjain In Hindi आइये जानते हैं उज्जैन के ८४ महादेवो के मंदिरों के नाम हिंदी मे : श्री अगस्तेश्वर महादेव मंदिर - संतोषी माता मंदिर के प्रांगण मे. श्री गुहेश्वर महादेव मंदिर- राम घाट मे धर्मराज जी के मंदिर मे के पास. श्री ढून्देश्वर महादेव - राम घाट मे. श्री अनादी कल्पेश्वर महादेव- जूना महाकाल मंदिर के पास श्री दम्रुकेश्वर महादेव -राम सीढ़ियों के पास , रामघाट पे श्री स्वर्ण ज्वालेश्वर मंदिर -धुंधेश्वर महादेव के ऊपर, रामघाट पर. श्री त्रिविश्तेश्वर महादेव - महाकाल सभा मंडप के पास. श्री कपालेश्वर महादेव बड़े पुल के घाटी पर. श्री स्वर्न्द्वार्पलेश्वर मंदिर- गढ़ापुलिया

om kleem krishnaay namah mantra ka mahattw

om kleem krishnaya namah benefits in hindi, ॐ क्लीं कृष्णाय नमः मंत्र के लाभ और अर्थ, ॐ क्लीं नमः का जाप कैसे करे, क्लीं बीज का रहस्य वशीकरण मंत्र ॐ क्लीं कृष्णाय नमः का रहस्य.  क्लीं बीज मंत्र काली देवी से संबंधित है और बहुत शक्तिशाली है। इस मंत्र के जाप से एक दिव्य आभा और आकर्षण शक्ति विकसित होती है जो दैवीय ऊर्जाओं के साथ-साथ भौतिक सुखों को आकर्षित करने में मदद करती है।  श्री कृष्ण भगवान विष्णु के अवतार हैं और महान व्यक्तित्व, प्रेम, ज्ञान और बुद्धि के प्रतीक हैं। om kleem krishnaay namah mantra ka mahattw " ॐ क्लीं कृष्णाय नमः " एक अद्भुत मंत्र है जो जप करने वाले को सब कुछ प्रदान करने में सक्षम है और इसलिए भक्तों द्वारा दशकों से इसका उपयोग किया जाता रहा है। यह मंत्र देवी दुर्गा के साथ-साथ कृष्ण की भी शक्ति रखता है और इसलिए यह उन सभी के लिए एक दिव्य मंत्र है जो जीवन में जल्द ही सफलता चाहते हैं। "ॐ क्लीं कृष्णाय नमः" एक शक्तिशाली मंत्र है जो आंतरिक आध्यात्मिक ऊर्जा का आह्वान करता है जिसका लगातार जप किया जाता है इसलिए जो लोग आध्यात्मिक विकास चाहते हैं उनके लिए

Suar Ke Daant Ke Totke

Jyotish Me Suar Ke Daant Ka Prayog , pig teeth locket benefits, Kaise banate hai suar ke daant ka tabij, क्या सूअर के दांत का प्रयोग अंधविश्वास है. सूअर को साधारणतः हीन दृष्टि से देखा जाता है परन्तु यही सूअर पूजनीय भी है क्यूंकि भगवान् विष्णु ने वराह रूप में सूअर के रूप में अवतार लिया था और धरती को पाताल लोक से निकाला था. और वैसे भी किसी जीव से घृणा करना इश्वर का अपमान है , हर कृति इस विश्व में भगवान् की रचना है | बहुत से अनुभवी लोगो का मनना है कि सुअर के दांत के कई फायदे होते हैं। ऐसा कहा जाता है कि वे इच्छाशक्ति और दृढ़ संकल्प को बढ़ाते हैं, बाधाओं को दूर करने में मदद करते हैं, वित्तीय समृद्धि लाते हैं, नकारात्मक प्रभावों से बचाते हैं, प्रजनन क्षमता को बढ़ावा देते हैं, यौन शक्ति को बढ़ाते हैं आदि। Suar Ke Daant Ke Totke सूअर दांत के प्रयोग के बारे में आगे बताने से पहले कुछ महत्त्वपूर्ण बाते जानना चाहिए : इस प्रयोग में सिर्फ जंगली सूअर के दांत का प्रयोग होता है. किसी सूअर को जबरदस्त मार के प्रयोग में लाया गया दांत काम नहीं आता है अतः किसी भी प्रकार के हिंसा से ब