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Kanya Vivaah Ke Liye Jyotish Samadhan

कन्या विवाह के लिए ज्योतिष समाधान, लडकियों के शादी में कौन सी बाधाएं आती है, किन कारणों से कन्या के विवाह में देरी हो सकती है, पति कैसा होगा, कब होगी शादी, जानिए शीघ विवाह के लिए कुछ उपाय |

Kanya Vivaah Ke Liye Jyotish Samadhan, shadi kab hogi, pati kaisa hoga
Kanya Vivaah Ke Liye Jyotish Samadhan

कन्या का विवाह परिवार के लिए बहुत ही महत्त्वपूर्ण आयोजन होता है. लड़की की शादी हिन्दू परिवारों में पुण्य का कार्य माना जाता है. ये वो आयोजन है जब माता पिता अपने ह्रदय के टुकड़े को किसी और परिवार को सौंपते हैं. ये जीवन का सबसे महत्त्वपूर्ण अवसर होता है इसीलिए परिवार वाले अपने लाडली की शादी में कोई कसार नहीं छोड़ते हैं |

हर माता पिता इस पुण्यशाली अवसर की प्रतीक्षा करते है. परन्तु कभी कभी कुंडली में ग्रहों की स्थिति ठीक नहीं होने के कारण लड़की की शादी में देरी होती है. सभी गुण होने के बावजूद भी कन्या के विवाह में देरी होती है, सही लड़का नहीं मिलता है. कभी कभी तो लड़की का विवाह परिवार में बहुत गंभीर विषय बन जाता है.

इस लेख के माध्यम से लोग जान पाएंगे की कौन से कारण विवाह में देरी करते हैं, क्या करे शीघ्र विवाह के लिए, ससुराल कैसा मिलेगा, पति कैसा मिलेगा आदि |

कन्या के जन्म कुंडली से उसके पति, ससुराल, भावी जीवन के विषय में पता चल सकता है । वैदिक ज्योतिष के हिसाब से कुंडली के 12 भाव बहुत कुछ बताते है जैसे सप्तम भाव से पति के बारे में पता चल सकता है, चौथे घर से उनके जीवन में सुख के बारे में पता चल सकता है, पति के भाग्य का भी पता चल सकता है, होने वाले पति की आर्थिक स्थिति का भी पता चल सकता है आदि |

पति कैसा होगा ?

अगर कुंडली के सप्तम भाव शुभ ग्रहों से प्रभावित हो तो कन्या को बहुत ही अच्छा वर प्राप्त होता है, मनपसंद पती की प्राप्ति होती है वही अगर सप्तम भाव कमजोर हो, अशुभ ग्रहों के प्रभाव में हो तो बेमेल विवाह का प्रतिनिधित्व करता है, विवाह के बाद असंतोष दिखता है |

एक और बात का ध्यान रखना है की अगर सप्तमेश भी शुभ हो और शुभ ग्रहों से देखा जा रहा हो और शक्तिशाली हो तो फिर इसमें कोई शक नहीं की पति बहुत ही अच्छा मिलेगा, संपन्न मिलेगा|

पढ़िए शीघ्र विवाह के लिए क्या करे 

कन्या का विवाह कब होगा ?

शादी कब होगी, इस बात का निर्णय करने के लिए लड़की की लग्न कुंडली, चन्द्र कुंडली और नवमांश कुंडली का अध्ययन अगर गहराई से किया जाए तो भविष्यवाणी ठीक ठीक होती है | ऐसा देखा गया है की चन्द्र कुंडली के सप्तमेश की दशा में विवाह होने के योग बनते हैं या फिर लग्न कुंडली या नवमांश कुंडली के सप्तमेश की दशा में भी शादी होते देखा गया है | 

परन्तु कौन सी कुंडली के हिसाब से भविष्यवाणी सही बैठेगी ये निर्णय के लिए ग्रहों के बल का अध्ययन भी करना जरुरी होता है, बली ग्रह की दशा में कार्य होते देखा गया है |

पति का काम काज कैसा होगा ?

अगर कन्या के कुंडली का चतुर्थ स्थान का स्वामी शुभ ग्रहों के साथ हो, शक्तिशाली हो या फिर चतुथ स्थान में शुभ और शक्तिशाली ग्रह बैठे हो तो निश्चित ही पति धनवान होगा, बहुत अच्छे व्यापार में होगा या फिर बहुत अच्छी नौकरी करता होगा,कन्या को जीवन में कभी भी धन की कमी महसूस नहीं होगी |

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कन्या के पति का स्वास्थ्य कैसा होगा ?

अगर लड़की के कुंडली का द्वितीय भाव और सप्तम भाव शुभ हो शक्तिशाली हो साथ ही अगर द्वितीय भाव का स्वामी शुभ और शक्तिशाली हो तो कन्या का पति स्वस्थ शारीर वाला होगा, अच्छे आत्मबल वाला होगा और तेज बुद्धि वाला होगा |

शादी में देरी और ज्योतिष 

आइये जानते हैं कुंडली में कौन से योग कन्या के विवाह में देरी करा सकते हैं:

भारतीय ज्योतिष में या वैदिक ज्योतिष में बहुत से योगो का वर्णन मिलता है जिनके कारण कन्या के विवाह में देरी हो सकती है.

  1. मंगल दोष – ये एक बहुत ही सामान्य कारण है जिसके कारण कन्या के विवाह में देरी हो सकती है. इस योग के कारण साथी के स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है इसी कारण एक मांगलिक कन्या के लिए मांगलिक वर ही ढूँढा जाता है और इसी कारण विवाह में देरी होती है. यहाँ ये जानना जरुरी है की हर मंगल ख़राब नहीं होता है अतः कुंडली का बारीकी से अध्ययन करना जरुरी होता है , कई बार हम अनजाने में अच्छा रिश्ता भी छोड़ देते हैं. एक अनुभवी ज्योतिष ही आपको सही जानकारी दे सकता है.
  2. विवाह स्थान पर दूषित ग्रहों का प्रभाव – ये भी एक महत्त्वपूर्ण दोष होता है जब कोई ख़राब ग्रह विवाह स्थान में बैठ जाता है. इसके कारण कन्या का विवाह टालता जाता है. कई बार तो ऐसा भी होता है की जिनके कुंडली में विवाह स्थान ख़राब है उनके विवाह के बाद भी कन्या को बहुत परेशानी होती है. अतः ऐसे में ग्रह शान्ति पूजा करवाना चाहिए ज्योतिष से परामर्श लेके.
  3. ग्रहण योग – ये भी अति महत्त्वपूर्ण योग है अगर कुंडली में ग्रहण योग हो तो कन्या को काफी दिक्कतों का सामना करना होता है और विवाह के बाद भी जीवन सुखी नहीं हो पाता है. अतः विवाह से पहले शान्ति पूजा करना जरुरी है.
  4. कालसर्प योग – कुंडली में कालसर्प योग के कारण भी बहुत परेशानी होती है. अतः शांति पूजा जरुरी है. कालसर्प शांति के लिए अंगूठी भी आती है, यंत्र भी आता है, शांति पूजा भी होती है.
  5. विष दोष - कुछ लडकियों के कुंडली में विष योग होता है जिसके कारण भी बहुत समस्या आती है शादी में. सही गुण वाला वर नहीं मिल पाता. इस अवस्था में भी शांति पूजा सहायक होती है.
  6. गलत रत्न धारण करना – कुछ लड़कियां बिना ज्योतिष के परामर्श के ही रत्न धारण कर लेते हैं ऐसे में भी बाधाएं उत्पन्न होती है और कन्या के विवाह में देरी होती रहती है.
  7. बिना परामर्श के व्रत या उपवास करना - भारत में ये भी अक्सर देखा गया है की लड़कियां कोई भी उपवास करने लग जाती हैं जिनकी जरुरत भी नहीं होती है. कभी कभी जिन उपवासों की जरुरत नहीं होती है उनको करने से भी समस्या उत्पन्न हो सकती है.
  8. पितृ दोष – कुंडली में पितृ दोष भी विवाह समस्या पैदा कर सका है, इसके कारण अच्छा वर नहीं मिलता है, अतः इसके उपाय करने चाहिए.

इनके अलावा भी कुंडली में अन्य कारण हो सकते हैं जो की समस्या उत्पन्न करते हैं. अतः किसी अच्छे ज्योतिष से परामर्श लेना चाहिए.

जीवन साथी कैसा होगा 

आइये जानते हैं की कन्या की शादी की रूकावटो को दूर करने के लिए क्या उपाय करने चाहिए ?

अगर लड़की के विवाह में देरी हो रही हो या फिर मन माफिक वर नहीं मिल रहा हो तो निराश होने की आवश्यकता नहीं, ज्योतिष की कुंडली दिखवा के सटीक उपाय करवाए जा सकते हैं और यहाँ भी कुछ सरल उपाय दिए जा रहे हैं जो की किये जा सकते हैं :

  • गुरुवार को केले के पेड़ की पूजा करे और उपवास करे साथ ही केले के पेड़ की 7 परिक्रमा करे और शीघ्र विवाह के लिए प्रार्थना करे |
  • किसी लड़की की शादी में गुप्त दान करे उसके अच्छे भविष्य के लिए और किसी भी हालत में इसका पता किसी को भी ना चले इस बात का ध्यान रखे |
  • भगवान् विष्णु और लक्ष्मीजी की साथ में पूजा करे या फिर शिव और पार्वती जी की साथ में पूजा करे या फिर राधा कृष्ण की साथ में पूजा करे, इससे भी विवाह शीघ्र होने में मदद मिलेगी |
  • कुंडली में जिस ग्रह के कारण बाधा आ रही हो उस ग्रह की शांति पूजा अवश्य करवाए |
  • शनिवार को पीपल के पेड़ पे दीपक और भोग लगा के उसकी 8 परिक्रमा करे और विवाह के लिए प्रार्थना करे |

Astrology remedies for girls marriage

कन्या विवाह के लिए ज्योतिष समाधान, लडकियों के शादी में कौन सी बाधाएं आती है, किन कारणों से कन्या के विवाह में देरी हो सकती है, पति कैसा होगा, कब होगी शादी, जानिए शीघ विवाह के लिए कुछ उपाय |

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