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Latest Astrology Updates in Hindi

July Purnima Ka 12 Rashiyo Par Prabhav

जुलाई पूर्णिमा कब है, जुलाई 2025 पूर्णिमा का 12 राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा, ज्योतिष भविष्यवाणियां, July Purnima Ka 12 Rashiyo Par Prabhav, गुरु पूर्णिमा 2025. **जुलाई 2025 में पूर्णिमा** 10 जुलाई 2025 को है जो भावनात्मक स्पष्टता, अनुशासन और कर्म संबंधी रहस्योद्घाटन के शक्तिशाली कंपन लेकर आएगा। वैदिक परंपरा में **गुरु पूर्णिमा** के रूप में जानी जाने वाली इस पूर्णिमा का आध्यात्मिक महत्व और भी बढ़ जाता है क्योंकि यह गुरुओं के ज्ञान का सम्मान करती है। चाहे आप वैदिक या पश्चिमी ज्योतिष का पालन करें, यह पूर्णिमा हमारे जीवन के उन क्षेत्रों को रोशन करेगा, जिनमें परिपक्वता, संरचना और आधार की आवश्यकता होती है। July Purnima Ka 12 Rashiyo Par Prabhav आइए जानें 🌕 जुलाई 2025 पूर्णिमा का 12 राशियों पर प्रभाव : Watch Rashifal on YouTube Jump To: मेष वृषभ मिथुन कर्क सिंह कन्या तुला वृश्चिक धनु मकर कुंभ मीन ♈ मेष राशिफल : मेष राशि के लिए, यह पूर्णिमा **उच्च शिक्षा और विश्वास प्रणालियों** पर प्रकाश डालता है। आध्यात्मिक शिक्षाओं या यात्रा का पता लगाने के लिए यह एक बढ़िया समय है। कानूनी मामले और...

Shukra Ke Rashi Badalne Ka Prabhav

Shukra Ka Dhani Rashi Mai Praves Hoga 29 Jan Ko, कैसे रहेगा शुक्र का धनु राशि में प्रवेश, जानिए वैदिक ज्योतिष से.  शुक्र ग्रह को अंग्रेजी में वीनस कहते है, गोचर कुंडली में अभी तक शुक्र वृश्चिक राशि में चल रहा था परन्तु २९ जनवरी की रात्रि को ये धनु राशी में प्रवेश करेगा जिसके कारण जीवन में बहुत से बदलाव देखने को मिल सकते हैं, आइये देखते हैं की कैसे प्रभावित करेगा शुक्र का धनु राशी परिवर्तन. hindi jyotish me shukra ke rashi parivartan ka fal ज्योतिष के हिसाब से शुक्र ग्रह का सम्बन्ध व्यक्तिगत जीवन से ज्यादा है जैसे प्रेम, भौतिक सुख साधन, मनोरंजन आदि. अतः देखा जाए तो शुक्र का धनु राशि में आना बहुत ही सकारात्मक बदलाव लेके आ सकता है क्यूंकि धनु राशी का शुक्र मित्र का होता है जिससे लोगो में सुख प्राप्त करने की लालसा बढ़ेगी और उसके साधन भी प्राप्त होंगे.  हालांकि शुक्र राशी परिवर्तन करके शनि और चन्द्रमा के साथ बैठेगा जिससे त्रिग्रही योग का निर्माण भी होगा. परन्तु देखा जाए तो शुक्र और शनि भी मित्र ही है जिससे की कोई नुक्सान नहीं करेगा. पढ़िए कमजोर शुक्र का जीवन पर प्रभाव...

Sansarik Pralobhano Ka Jaal

सांसारिक प्रलोभनों का जाल, कैसे मनुष्य नश्वर वस्तुओं का आनंद लेते हुए आखरी में पछताता है?, कैसे छला जाता है मनुष्य इस दुनिया में. sansarik jaal ||श्री गुरु देव शरणम् || संसार एक ऐसी मायावी दुनिया है जहाँ मनुष्य ने अपनी कल्पनाओं को साकार करते हुए अपने आपको उलझा रखा है और अपने आप से ही दूर हो गया है. इंसान इस दुनिया में आता तो अकेला ही है और खाली हाथ भी, परन्तु इस दुनिया में प्रवेश करते ही वो ना-ना प्रकार के प्रलोभनों में फंसता चला जाता है. बचपन में खिलौने और पढ़ाई, युवा अवस्था में ताकत हासिल करना, विवाह करना, काम क्रीड़ा का आनंद लेना, बच्चे पैदा करना, नौकरी करना, अपने स्टेटस को बढ़ाना, ऐशो आराम की चीजो को बढ़ाते  रहना आदि और इस प्रकार पूरा जीवन कब निकल जाता है पता ही नहीं चलता है. बुढ़ापे में या तो बिस्तर पकड़ के अपनी आखरी सांस की प्रतीक्षा करता है या फिर अपने बच्चो की सेवा चाकरी में लगा रहता है. समय निकलने के बाद पता चलता है की “माया मिली ना राम” भगवान् की सारी रचनाओं में से सिर्फ इंसान ही ऐसी रचना है जिसके पास अथाह शक्ति है, विवेक है. इंसान ने अपनी साधना, तपस्याओ द्वारा...

Laxmi Saadhna Rahasya

लक्ष्मी साधना का रहस्य, किन बातो का ध्यान रखना चाहिए लक्ष्मी साधना के लिए. धन, सम्पन्नता, प्रभावशाली जीवन जीना सभी का सपना होता है और इसके लिए सभी माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने की कोशिश करते रहते हैं. ऐसे बहुत से लोग है जो की लक्ष्मी साधना में सफलता नहीं मिलने की शिकायत करते हैं, कुछ लोग लम्बे समय से साधना कर रहे हैं पर परिणाम नहीं मिल रहा है. कुछ लोग लक्ष्मी साधना शुरू करना चाहते हैं परन्तु मूल बाते पता नहीं हैं. Laxmi Saadhna Rahasya इस लेख में मैं लक्ष्मी साधना से सम्बंधित रहस्यों को बताने जा रहा हूँ. जो लोग इस साधना को करना चाहते हैं, या कर रहे हैं उनके लिए इस साधना से सम्बंधित तिथियों, दिन, महूरत आदि का ज्ञान विशेष सफलता प्रदान कर सकता है. ऐसा कहा गया है की “भगवान् न तो लकड़ी में है और न ही पत्थर में हैं , भगवान् तो भाव में रहते हैं , सकारात्मक सोच में रहते हैं” और इसी कारण सकारात्मक सोच, अच्छा भाव किसी भी साधना की सफलता के लिए जरुरी होता है. अतः लक्ष्मी साधना का पहला रहस्य है “विश्वास” , माता लक्ष्मी पर भरोसा होना चाहिए जो की अपने भक्तो को धन, सम्पन्नता देने को हमेश...

Graho Se Sambandhit Din Aur Bhojan

Graho Se Sambandhit Din Aur Bhojan, लाल किताब में ग्रहों से सम्बंधित दिन और भोज्य पदार्थ, कैसे कम करे बुरे ग्रहों के प्रभाव को और कैसे मजबूत करे शुभ ग्रहों को कुंडली में. Graho Se Sambandhit Din Aur Bhojan चन्द्रमा ग्रह – इससे सम्बंधित दिन है सोमवार और अगर ये कुंडली में कमजोर हो तो सोमवार को खीर का सेवन करे, चांदी के आभूषण धारण करे, सफ़ेद वस्त्र ज्यादा से ज्यादा धारण करे, माथे पर सफ़ेद चन्दन का तिलक लगाया करे, मोती की अंगूठी या पेंडेंट धारण करे. परन्तु अगर चन्द्रमा कुंडली में ख़राब हो तो ऐसे में चन्द्रमा से सम्बंधित वस्तुओ का दान करे. मंगल ग्रह – इससे सम्बंधित दिन है मंगलवार और अगर मंगल कुंडली में कमजोर हो तो मंगलवार को लाल मसूर की दाल खाना चाहिए, लाल कपडे धारण करे, मीठी रोटी खाएं और लाल रुमाल पास में रखे. परन्तु अगर मंगल कुंडली में ख़राब हो तो ऐसे में मसूर दाल का दान करे, लाल वस्त्र दान करे, मंगलवार को मिठाइयाँ बांटे और नियमित रूप से हनुमानजी के मंदिर में जाएँ. बुध ग्रह – इससे सम्बंधित दिन है बुधवार और अगर बुध कमजोर हो कुंडली में तो हरे कपड़े धारण करना हाहिये, पन्ना ...

Bharat Me Kuch Prasiddh SHIVLING

भारत के कुछ प्रसिद्द शिवलिंग, जानिए पञ्च केदार के नाम, कुछ नामी मंदिर. भगवान् शिव सवाव्यापी है, सर्वशक्तिमान है, सर्वज्ञ हैं और पूरी दुनिया में हम शिव मंदिर को देख सकते हैं. सभी शिव पर भरोसा करते हैं और उन्हें विभिन्न रूपों में पूजते हैं. शिव मंदिरों को बहुत पवित्र माना जाता है और पूजा, साधना के लिए शक्तिशाली स्थान माना जाता है. इसी कारण लोग यहाँ पूजा करते हैं, विभिन्न प्रकार की साधनायें करते हैं. दशकों से लोग शिवलिंग की पूजा करते आ रहे हैं जीवन को सुखी करने के लिए. Bharat Me Kuch Prasiddh SHIVLING आइये जानते हैं भारत में मौजूद कुछ प्रसिद्द शिवलिंगों को : महाकालेश्वर शिवलिंग जो की उज्जैन में है क्षिप्रा नदी के पास. ओंकारेश्वर और ममलेश्वर शिवलिंग जो की ओंकारेश्वर में मजूद है, नर्मदा नदी के किनारे पर. सोमनाथ शिवलिंग अरेबियन समुद्र के पास भी बहुत प्रसिद्द है. मल्लिकार्जुन शिवलिंग जो की काठियावाड, गुजरात में है भी बहुत प्रसिद्द है. केदारनाथ शिवलिंग जो की हिमालय में स्थित है. भीमाशंकर शिवलिंग जो की भीमा नदी के किनारे है, पुणे के पास. विश्वेश्वर शिवलिंग जो की काशी में है. ...

Rashifal 2019

राशिफल 2019 vedic ज्योतिष के अनुसार, क्या कहते हैं नए साल के सितारे, कैसा रहेगा नया वर्ष, जानिए नौकरी, व्यवसाय, शिक्षा और पारिवारिक जीवन से जुड़ी भविष्यवाणी, पढ़िए ग्रहों की चाल के बारे में । नया साल का मालाब है नई ख्वाहिशे, नए सपने, नई उंचाइयो को छूने के लिए नए प्रयास. आने वाला वर्ष क्या ख़ास लाने वाला है ये जानने की उत्सुकता सभी ज्योतिष प्रेमियों को होती है. हर वर्ष कुछ बड़े बदलाव जीवन में लेके आता है, कुछ लोगो के जीवन में चुनौतियाँ बढ़ जाती है, कुछ लोगो को अपार सफलता मिलती है, कुछ राशी में शनि के प्रभाव् के कारण बहुत उथल पुथल भी होता है. ये सब हम जानेगे इस लेख में. rashifal 2019 in hindi पढ़िए २०१९ में परिवारिक सुख के बारे में, प्रेम विवाह के बारे में, व्यवसाय के बारे में, विवाह आदि के बारे में. हमे ये भी जानेंगे की 2019 को खुशहाल बनाने के लिए मेष, वृषभ, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुम्भ मीन राशी वालो को क्या करना चाहिए. आइये सबसे पहले वर्ष फल को जानते हैं: इस वर्ष के राजा शनि है. मंत्री सूर्य/रवि है. शनि न्याय के देवता है साथ ही एक क्रूर ग्...

Laxmi Bandhan Ka Samadhan

लक्ष्मी बंधन क्या होता है, कैसे जाने की तंत्र द्वारा बाँधा गया है, कैसे मुक्ति पायें, जानिए ज्योतिष द्वारा हल लक्ष्मी बंध समस्या का. ये सवाल अक्सर कई जगहों से हुआ है की हम पर लक्ष्मी बंधन किया गया है, कही से भी आय नहीं हो पा रही है, जबकि पहले सब ठीक चल रहा था. अचानक से व्यापार पूरा ख़त्म हो गया और अब जिस काम में भी हाथ डालते है, घाटा होता है.  Laxmi Bandhan Ka Samadhan जब ऐसा हो तो जरुरी नहीं की हमेशा किसी ने तंत्र द्वारा बाँधा हो, कई बार किसी ख़राब ग्रह के कारण भी ऐसा होता है अतः पूरी तरह जांच करवाने के बाद ही सही प्रयोग करना चाहिये. बहरहाल इस लेख में हम ये जानेनेगे की लक्ष्मी बंधन क्या होता है और कैसे जाने की ऐसा कुछ हुआ है.  आइये जानते हैं की laxmi bandhan क्या है? कई बार ऐसा होता है की किसी का व्यापार या नौकरी बहुत अच्छी चल रही होती है और अचानक से सब ख़त्म हो जाता है, इसका कारण ये हो सकता है की किसी जलने वाले या फिर किसी शत्रु ने जानबुझकर नुक्सान पहुचाने के लिए बंधन प्रयोग किया हो जिसके कारण सब ख़त्म होता जा रहा हो, दिमाग ने काम करना बंद कर दिया हो, जिस भी काम...