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Ulte Hanuman Mandir Kaha hain

विश्व की एक मात्र उलटे हनुमान मंदिर कहाँ हैं, क्या विशेषता है इस मंदिर की, जानिए पौराणिक कथा |

उज्जैन से करीब 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है विश्व का एकमात्र चमत्कारिक उलटे हनुमान मंदिर | इस लेख में हम जानेंगे इस इस मंदिर के बारे में | 

  • यहाँ पर क्यों है हनुमानजी की उलटी मूर्ती|
  • कैसी होती है इस मंदिर में मनोकामना पूरी |
  • कब जा सकते हैं इस हनुमान मंदिर में ?
  • कैसे पंहुचे इस मंदिर में ?

विश्व की एक मात्र उलटे हनुमान मंदिर कहाँ हैं, क्या विशेषता है इस मंदिर की, जानिए पौराणिक कथा |
Ulte Hanuman Mandir Kaha hain 


पुरे देश में लगभग हर गाँव, शहर, कसबे में हनुमानजी के मंदिर हमे देखने को मिल जाते हैं परन्तु Ulte Hanuman Mandir पुरे विश्व में एक ही है | हनुमानजी की रामभक्ति के बारे में सभी जानते हैं और कलयुग में भी हनुमानजी की पूजा से लोग अपने जीवन को सफलता पूर्वक जीते हैं | 

हनुमानजी के वैसे तो अनेक चमत्कारी मंदिर है पर मध्य प्रदेश के उज्जैन से करीब 25 किलोमीटर की दूरी पर सांवेर में स्थित है उलटे हनुमानजी का मंदिर | 

यह मंदिर बजरंगबली जी के भक्तों के लिए बहुत ख़ास है  और इससे जुडी कथा भी ख़ास है |

हनुमान अष्टमी, हनुमान जयंती, शनिवार, मंगलवार आदि ख़ास समय पर देश भर से भक्त यहाँ दर्शनों के लिए आते हैं | 

इस मंदिर में हनुमान जी के साथ ही भगवान राम, सीता माता, लक्ष्मण जी और शिव-पार्वती जी की भी मूर्तियां भी स्थापित हैं | 

पढ़िए हनुमान तांडव स्त्रोत्रम के बारे में 

हनुमान कवच के बारे में 

हनुमान अष्टक अर्थ के साथ 

आइये जानते हैं क्यूँ है इस मंदिर में हनुमानजी की उलटी मूर्ती :

पौराणिक कथा के अनुसार रामायण काल में जब भगवान राम और रावण का युद्ध हो रहा था. उस वक्त अहिरावण अपना रुप बदलकर भगवान राम की सेना में शामिल हो गया. इसके बाद रात के वक्त जब सब सो रहे थे तब अहिरावण अपनी मायावी शक्ति से श्रीराम और लक्ष्मणजी को मूर्छित कर अपने साथ पाताल लोक ले गया. जब वानर सेना को इस बात का पता चला तो हड़कंप मच गया.

जब हनुमान जी को इसका पता चला तो वे अहिरावण को खोजते हुए पाताल लोक पहुंच गए, वहां बजरंगबली ने अहिरावण का वध किया और भगवान श्री राम और लक्ष्मणजी को वापस ले आए. माना जाता है कि सांवेर ही वह स्थान था जहां से हनुमान जी पाताल लोक में गए थे.

जिस वक्त हनुमान जी पाताल लोक जाने के लिए प्रवेश कर रहे थे उस वक्त उनके पैर आकाश की ओर और सिर धरती की ओर था. इसी वजह से हनुमान जी के उल्टे स्वरुप की प्रतिमा स्थापित की गई.

देखिये विडियो में YouTube पर  

आइये जानते हैं भक्तो को मनोकामना कैसे पूरी होती है उलटे हनुमान मंदिर में ?

जानकारी के अनुसार अगर कोई भी व्यक्ति 3 या 5 मंगलवार  ulte hanuman mandir में दर्शनों के लिए आते हैं और यहाँ पूजन करते हैं तो जीवन में कैसा भी कष्ट हो दूर हो जाता है | 

यहाँ पर मंगलवार को हनुमानजी को चोला भी चढ़ाया जाता है | 

हनुमान जी का ध्यान मन्त्र 

आइये और जानते हैं उलटे हनुमान मंदिर के बारे में :

  1. यहाँ पर सकारात्मक ऊर्जा के साथ बेहद शांतिपूर्ण माहौल का अनुभव होगा | शहर के कोलाहल से दूर एक शांत और शक्तिशाली स्थान है | 
  2. यहाँ दर्शन करने वालो को एक अलग ही दिव्य शक्ति का अहसास होता है | 
  3. यह मंदिर इंदौर से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है |
  4. इस मंदिर का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्त्व है |
  5. इस मंदिर में आप 12 महीने में से कभी भी आ सकते हैं |
  6. यहाँ पर चोला ऊपर से नीचे की और चढ़ता है क्यूंकि हनुमानजी के चरण ऊपर है |

कैसे पंहुच सकते हैं उलटे हनुमान मंदिर ?

  • नजदीकी एअरपोर्ट इंदौर है जहाँ से आप कैब या टैक्सी करके यहाँ तक आ सकते हैं |
  • आप अगर बस से आना चाहते हैं तो भी इंदौर या उज्जैन से सांवेर के लिए बस मिलती है| आप सांवेर उतर के आसानी से मंदिर में दर्शनों के लिए जा सकते हैं | 
  • आप अगर अपने स्वयं के वाहन से आ रहे हैं तो इंदौर और उज्जैन के बीच सांवेर रुक के दर्शन कर सकते हैं उलटे हनुमान जी का | 

विश्व की एक मात्र उलटे हनुमान मंदिर कहाँ हैं, क्या विशेषता है इस मंदिर की, Ulte Hanuman Temple Details, जानिए पौराणिक कथा |

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