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Rashi Ka Tattw Se Sambandh Jyotish Mai

राशियों के तत्व कैसे प्रभावित करते हैं व्यक्तित्त्व और व्यवहार को, मेरी राशि का तत्व कौन सा है, तत्त्व के आधार पर करियर, तत्त्व के आधार पर जातक के गुण और अवगुण, राशि मित्रता के आधार पर सम्बन्ध कैसे प्रभावित होते हैं |

राशि चक्र तत्वों के रहस्यों का अनावरण

12 राशियों के अलग अलग तत्त्व से सम्बन्ध होते हैं जैसे पृथ्वी, वायु, अग्नि और जल | ज्योतिष का दिलचस्प पहलु ये है की जिस राशि का जिस तत्त्व से सम्बन्ध होता है उसका प्रभाव व्यक्तित्व , व्यवहार में देखने को मिलता है इसीलिए राशियों से सम्बंधित तत्त्व का अध्ययन करना आवश्यक होता है | 

राशि चक्र में 12 राशियाँ होती है मेष, वृषभ, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुम्भ और मीन | हर तत्त्व के साथ 3 राशियाँ जुडी हुई हैं | 

Rashi ke Tattw Kaun Se hain, राशियों के तत्व कैसे प्रभावित करते हैं व्यक्तित्त्व और व्यवहार को, मेरी राशि का तत्व कौन सा है, तत्त्व के आधार पर करियर
Rashi Ka Tattw Se Sambandh Jyotish Mai

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राशि और तत्त्व तालिका : 

  1. मेष, सिंह और धनु राशि का सम्बन्ध अग्नि तत्त्व से होता है |
  2. वृषभ, कन्या और मकर राशि का सम्बन्ध पृथ्वी तत्त्व से होता है |
  3. मिथुन, तुला और कुम्भ राशि का सम्बन्ध वायु तत्त्व से होता है |
  4. कर्क, वृश्चिक और मीन  राशि का सम्बन्ध जल तत्त्व से होता है |

आइये अब विस्तार से समझते हैं तत्त्वों को : 

पृथ्वी तत्व : 

इस तत्त्व का मुख्य गुण है व्यावहारिकता, विश्वसनीयता और जिम्मेदारी अतः जिनकी राशि वृषभ, कन्या और मकर हैं उनमे हमे ये सब गुण देखने को मिल सकते हैं | पृथ्वी तत्त्व के प्रभाव से जातक व्यावहारिक, धैर्यवान और अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित होता है | ऐसे लोग स्थिरता और सुरक्षा को महत्व देते हैं। पृथ्वी तत्व के कारण जागरूकता, सुरक्षा, स्थिरता, शक्ति आदि के गुण पैदा होते हैं |  

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जल तत्त्व :

इस तत्त्व का मुख्य गुण है चंचलता, भावनात्मक और सहानुभूति अतः जो लोग कर्क, वृश्चिक और मीन राशि के हैं उन लोगो में रचनात्मकता, सहानुभूति, भाव वेग आदि के गुण देखने को मिलते हैं | जल तत्त्व के कारण रहस्यों को खोजना, किसी विषय के गहरे में उतरना, समय के साथ आगे बढ़ते जाने का गुण पैदा होता है | 

वायु तत्त्व

इस तत्त्व का मुख्य गुण है मिलनसारिता, बौद्धिकता, अस्थिरता अतः जिन लोगो की राशि मिथुन, तुला और कुम्भ है उनके अन्दर ये सारे गुण देखने को मिल सकते हैं | ऐसे लोग सामाजिक कार्यो में, बौद्धिक कार्यो में सफल होते हैं | आपका दिमाग आपका सबसे शक्तिशाली उपकरण है, और आप अक्सर विचारों की खोज करने, बहस में शामिल होने और सार्थक कनेक्शन खोजने के लिए तैयार रहते हैं। आपकी खुली सोच और संचारी स्वभाव आपको एक शानदार बातचीत करने वाला बनाता है। वायु तत्त्व के कारण गतिशील रहना, स्पष्ट रहने के गुण पैदा होते हैं |

अग्नि तत्त्व:

इस तत्त्व का मुख्य गुण है तेज, उर्जा, जूनून अतः जिन लोगो की राशि मेष, सिंह और धनु हैं उनमे हमे ये गुण देखने को मिल सकते हैं | ऐसे लोग अपने लक्ष्य को लेके जुनूनी हो सकते हैं, अपने काम करने में पूरी उर्जा लगा देते हैं, कुछ अलग करने के लिए उत्साहित रहते हैं |  जोखिम उठाने को तैयार रहते हैं | अग्नि तत्त्व के कारण नेता बनने के गुण, आगे बढ़ने की उत्कट अभिलाषा, जोखिम उठाने का साहस, उत्सुकता आदि गुण पैदा होते हैं | 

पढ़िए वैदिक ज्योतिष में 12 राशियों को जानिये 

राशि के तत्त्वों का रिश्तो पर असर : 

व्यक्तियों के बीच अनुकूलता का आकलन करने में राशि चक्र के तत्वों को समझना महत्वपूर्ण है। जिन राशियों में समान तत्व होते हैं, वे जीवन के प्रति अपने समान दृष्टिकोण के कारण एक-दूसरे के साथ अच्छी तरह मेल खाते हैं। पृथ्वी के संकेत साझा व्यावहारिकता से जुड़ते हैं, जल के संकेत गहरी भावनात्मक समझ के माध्यम से जुड़ते हैं, वायु के संकेत बौद्धिक सद्भाव में पनपते हैं, और अग्नि के संकेत एक-दूसरे के जुनून को प्रज्वलित करते हैं।

राशियों के तत्वों के आधार पर ही पति-पत्नी, प्रेमी-प्रेमिका,मित्रों का पारस्परिक संबंध आदि पर विचार किया जाता है | 

प्रत्येक राशि का जो तत्व होता है, उसके आधार पर ही राशियों में परस्पर शत्रुता, मित्रता और अधिमैत्री का निर्णय होता है| 

प्रत्येक तत्व के शत्रु, मित्रऔर अधिमित्र तत्व हैं- 

  1. अग्नि तत्व का अधिमित्र-वायु, मित्र-पृथ्वी, शत्रु-जल है|
  2. पृथ्वी तत्व का अधिमित्र जल, मित्र-अग्नि, शत्रु-वायु है|
  3. वायु का अधिमित्र अग्नि,मित्र-जल, शत्रु-पृथ्वी|
  4. जल का अधिमित्र-पृथ्वी, मित्र-वायु, शत्रु-अग्नि होता है|

उदाहरण के लिए-

  • मेष राशि की अधिमित्र राशियाँ हैं मिथुन, तुला, कुम्भ | मित्र राशियाँ हैं वृषभ, कन्या, मकर और शत्रु राशि हैं कर्क, वृश्चिक, मीन  | 
  • वृषभ राशि की अधिमित्र राशियाँ हैं- कर्क, वृश्चिक, मीन| वृषभ राशि की मित्र राशियाँ हैं – मेष, सिंह, धनु  और शत्रु राशि है मिथुन, तुला और कुम्भ |
  • मिथुन राशि की अधिमित्र राशियाँ हैं मेष, सिंह, धनु| मित्र राशियाँ हैं कर्क, वृश्चिक, मीन और शत्रु राशियाँ हैं वृषभ, कन्या और मकर |

इसी प्रकार हम अन्य राशियों के अधि मित्र और शत्रु राशि निकाल सकते हैं | 

पढ़िए 12 Houses in Kundli 

राशि चक्र के तत्व करियर विकल्पों को कैसे प्रभावित करते हैं?

विभिन्न तत्व निश्चित कैरियर पथों की ओर आकर्षित होते हैं; पृथ्वी राशियाँ व्यावहारिक भूमिकाओं में उत्कृष्टता प्राप्त करती हैं, वायु राशियाँ संचार-संबंधी क्षेत्रों में फलती-फूलती हैं, जल राशियाँ रचनात्मक व्यवसायों की ओर आकर्षित होती हैं, और अग्नि राशियाँ नेतृत्व की स्थिति अपनाती हैं।

निष्कर्ष:

राशि चक्र के तत्वों की जानकारी हमारे  व्यक्तित्व, रिश्तों और जीवन यात्रा में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करती है। चाहे आप पृथ्वी की स्थिरता, जल की गहराई, वायु की बुद्धि, या अग्नि के जुनून के साथ अधिक प्रतिध्वनित हों, प्रत्येक तत्व आपकी विशिष्टता में योगदान देता है। इन तत्वों को अपनाने से आपको और आपके आस-पास की दुनिया के बारे में गहरी समझ पैदा हो सकती है।

राशियों के तत्त्व को जानके मित्र और शत्रु का निर्णय हो सकता है | इसे जानके आप अपने संबंधो के बीच की निकटता को भी समझ सकते हैं की किनके साथ आपकी सम्बन्ध मजबूत हैं और क्यों | 

कुछ अनुभवी ज्योतिष तत्त्व के आधार पर राशि मिलान को बहुत महत्त्व देते हैं विवाह से पहले | इससे यह पता चलता है कि किस राशि वाले लोगों के साथ आपके संबंध कैसे रहेंगे, इसलिए विवाह के पूर्व लड़का और लड़की की मैत्री राशि जरूर देखी जानी चाहिए| 

राशियों के तत्व कैसे प्रभावित करते हैं व्यक्तित्त्व और व्यवहार को, मेरी राशि का तत्व कौन सा है, तत्त्व के आधार पर करियर, तत्त्व के आधार पर जातक के गुण और अवगुण, राशि मित्रता के आधार पर सम्बन्ध कैसे प्रभावित होते हैं |

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