आषाढ़ माह की अमावस्या की तिथि, आषाढ़ अमावस्या का क्या महत्व है?, आषाढ़ अमावस्या पर हमें क्या करना चाहिए?, What is the significance of ashada Amavasya?, जीवन की बाधाओं को दूर करने के लिए ज्योतिष उपाय।
Ashadha Amavasya 2022:
अषाढ़ माह ज्योतिष के हिसाब से काफी महत्त्व रखता है और इस महीने की जो अमावस्या है वो तो अती महत्त्वपूर्ण है | हिन्दू पंचांग के अनुसार ये चौथा महिना होता है और इसके बाद श्रावण का महीना शुरू होगा |
Ashadh amaavasya को हलहारिणी अमावस्या या फिर आषाढी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है |
२०२२ में हमे 2 दिन आषाढी अमावस्या मिलेगी 28 जून और 29 जून को |
Ashadh amavasya kab hai |
Read in english about Significance of Ashad month amavasya
आइये जानते हैं अषाढ़ महीने की अमावस्या का महत्त्व :
हलहारिणी अमावस पितृ शान्ति के लिए आती उत्तम दिनों में से एक है | अगर किसी की कुंडली में कालसर्प योग या फिर पितृ दोष हो तो ऐसे में इस दिन पूजन करके लाभ लिया जा सकता है | इसके अलावा अगर किसी पे कुछ जादू टोना हुआ हो तो वो भी इस दिन पूजन करवा के बुरी शक्तियों से अपना बचाव कर सकते हैं |
आइये जानते हैं आषाढ़ अमावस्या के लिये कुछ उपाय :
- सुबह जल्दी उठ के नियमित क्रियाओं से मुक्त हो जाए |
- उसके बाद पितरो की कृपा प्राप्त करने के लिए तर्पण करे |
- इस दिन ब्राहमणों को भोजन करवाना भी बहुत लाभ दायक होता है |
- अपनी क्षमता अनुसार अन्न, वस्त्र, धन का दान करना चाहिए |
- इसके अलावा गाय, कुत्ते, कौओ, चींटियो और दिव्य शक्तियों के लिए भोजन जरुर निकालना चाहिए | इससे पितृ प्रसन्न होते हैं |
- घर के दक्षिण-पश्चिम कोने में एक दीपक जरुर जलाए पितरो के नाम पे |
- जो लोग खेती करते हैं उन्हें अषाढ़ अमावस्या को खेती करने के सामानों की पूजा करनी चाहिए |
- अगर आपके घर के आस पास कोई पुराना पीपल का पेड़ हो तो अशाड़ी अमावस को उसकी पूजा करे इससे अनेक संकट दूर होते हैं | वहां जल चढ़ाएं, दीपक जलाएं, नवैद्य अर्पित करें, धुप जलाए और आशीर्वाद मांगे | आप विशेष मनोकामना की पूर्ति के लिए पीपल के पेड़ की १०८ परिक्रमा भी कर सकते हैं |
- अमावस्या की रात्री को दीप दान का भी विशेष महत्त्व है अतः अगर आप किसी नदी के पास रहते हैं तो जरुर दीप दान करे अर्थात दीपक जला के उन्हें नदी में प्रवाहित करें |
आइये जानते हैं की अमावस्या तिथि २०२२ में कब से कब तक रहेगी ?
अषाढ़ महीने की अमावस्या 28 जून से शुरू होके 29 जून को सुबह ८:२२ तक रहेगी |
आइये जानते हैं की अषाढ़ महीने की अमवस्या को ग्रहों की स्थिति कैसी रहेगी :
इस दिन 7 ग्रह शुभ के रहेंगे गोचर कुंडली में चन्द्रमा, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि और केतु जिससे जो लोग इस दिन से कोई साधना करना चाहते हैं उन्हें सफलता जरुर मिलेगी |
राहू और मंगल की युति भी रहेगी गोचर कुंडली में जिसके कारन इस दिन और रात्री को दुर्घटनाये बढ़ सकती है अतः सावधानी रखे |
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