Skip to main content

Latest Astrology Updates in Hindi

Durga Chalisa Online

श्री दुर्गा चालीसा हिंदी में ,Maa Durga Chalisa In Hindi, Benefits of reciting Maa Sherawali Chalisa.    Goddess durga is the most powerful hindu goddess and is also known as ADI SHAKTI. Durga chalisa is one of the best and easiest way to please bhagwati. She is the provider of all type of power and happiness in life. It is believed that lord shiva is incomplete without goddess. Devotees of Adhi shakti daily recite the verses of durga chalisa to attract health, wealth and prosperity. It is very good to recite it in navratris and mata jaagran.   Durga Chalisa Online Here is the complete Lyrics of DURGA CHALISA: नमो नमो दुर्गे सुख करनी । नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी ॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी । तिहूँ लोक फैली उजियारी ॥ शशि ललाट मुख महाविशाला । नेत्र लाल भृकुटि विकराला ॥ रूप मातु को अधिक सुहावे । दरश करत जन अति सुख पावे ॥ ४ तुम संसार शक्ति लै कीना । पालन हेतु अन्न धन दीना ॥ अन्नपूर्णा हुई जग पाला । तुम ही आदि सुन्दरी बाला ॥ प्रलयकाल सब नाशन हारी । तुम गौरी शिवशंकर प्...

Pitru Gayatri Mantra Ke Fayde in hindi

पितृ गायत्री मंत्र | Pitra Gayatri Mantra Benefits, आइये जानते हैं कैसे करें पितृ गायत्री मन्त्र का जप, पितृपक्ष में कैसे करें पूजन ?

पितृ पक्ष एक ऐसा समय है जब हम सब पितरो की कृपा को आकर्षित कर सकते हैं विभिन्न प्रकार की पूजाएँ करके | 

पितरो को प्रसन्न करने का एक बहुत ही अच्छा उपाय है पितृ गायत्री मंत्र का जप | 

|| ॐ पितृगणाय विद्महे जगत धारिणी धीमहि तन्नो पितृो प्रचोदयात् ||


श्राद्ध पक्ष में इस मंत्र का जप बहुत ही शुभ माना गया है और पितृ दोष को दूर करने में भी सहायक है |

पितृ गायत्री मंत्र | Pitra Gayatri Mantra Benefits, आइये जानते हैं कैसे करें पितृ गायत्री मन्त्र का जप, पितृपक्ष में कैसे करें पूजन ?
Pitru Gayatri Mantra Ke Fayde in hindi

हिन्दू पंचांग के अनुसार आश्विन महीने के कृष्ण पक्ष की एकम तिथि से श्राद्ध पक्ष शुरू हो जाता है जो की अमावस्या तक रहता है | 

हमारे जो भी पूर्वज है उनको पितृ पक्ष में तिथि अनुसार भोग अर्पित किया जाता है और उनसे आशीर्वाद माँगा जाता है | 

श्राद्ध पक्ष में पिंड दान भी काफी अच्छा माना जाता है जिससे की उनकी मुक्ति होती है उच्च गती होती है | 

Read in english about Benefits of PITRU GAYATRI MANTRA

पितृ गायत्री मंत्र (Pitru Gayatri Mantra) 3 प्रकार से जप सकते हैं :

  1. ॐ पितृगणाय विद्महे जगत धारिणी धीमहि तन्नो पितृो प्रचोदयात्.
  2. ॐ आद्य भूताय विद्महे सर्व सेव्याय धीमहि। शिव शक्ति स्वरूपेण पितृ देव प्रचोदयात्।
  3.  ॐ देवताभ्यरू पितृभ्यश्च महायोगिभ्य एव च । नमरू स्वाहायै स्वधायै नित्यमेव नमो नमरू।

आइये जानते हैं कैसे करें पितृ गायत्री मन्त्र का जप :

  1. प्रातः काल जल्दी उठके नित्य क्रियाओं से मुक्त हो जाएँ |
  2. सफ़ेद ऊनि आसन बिछाएं | 
  3. स्वच्छ वस्त्र धारण करें सफ़ेद हो तो उत्तम है |
  4. पितरो के निमित्त एक धुप, दीप, भोग अर्पित करें |
  5. अगर केसर की धुप दे तो अति उत्तम होता है |
  6. अगर आप तर्पण करना जानते हैं तो वो करें |
  7. फिर पितृ गायत्री का अधिक से अधिक जप करें |

पितृपक्ष में कैसे करें पूजन ?

श्राद्ध पक्ष में तिथि अनुसार होता है पूजन अर्थात जिस तिथि में हमारे परिवार के सदस्य इस पृथ्वी पे देह त्यागते हैं उसी तिथि में पूजन किया जाता है उदाहरण के लिए अगर कोई ग्यारस तिथि में जाते हैं तो उनका श्राद्ध एकादशी तिथि को ही होगा | अगर किसी की तिथि ज्ञात न हो तो ऐसे में पितृ मोक्ष अमावस्या को उनका श्राद्ध कर सकते हैं |

  • जिनका भी श्राद्ध करना हो उनकी तिथि पे संकल्प लेके पिंड दान, तर्पण करना चाहिए|
  • फिर जितना हो सके पितृ गायत्री मन्त्र का जप भी करना चाहिए |
  • गाय, कुत्ते, कौवेम चींटियो के लिए भी भोजन निकलना चाहिए 
  • फिर ब्राह्मण भोजन करवाना चाहिए |

इससे पितरगण प्रसन्न होते हैं और आशीर्वाद देते हैं जिससे पितृ दोष ख़त्म होता है, परिवार में खुशियाँ आती है, अच्छी संतान उत्पन्न होती है, रोग-शोक जाते हैं, स्वास्थ्य, सम्पन्नता आती है |

POWERFUL PITRU GAYATRI MANTRA | Pitru Paksha Shradh | पितृ गायत्री मंत्र 


ब्रह्मपुराण के अनुसार घर में किसी भी महत्त्वपूर्ण कार्यो को करने से पहले पितृ पूजन करना चाहिए सभी को, इससे कार्यो में आने वाली बढायें ख़त्म होती है | 

हिन्दुओ में पितृ पक्ष का बहुत अधिक महत्त्व है, ये समय साल में सिर्फ एक बार आता है १६ दिनों के लिए | हिन्दू पंचांग अनुसार आश्विन माह  के कृष्ण पक्ष के १६ दिन पितरो के पूजा के लिए विशेष दिन होते हैं जब हम इस जन्म उनके कुल में पैदा होने के लिए उनका धन्यवाद करते हैं, उनके और स्वयं के उन्नति के लिए पूजाये करते हैं |

आइये जानते हैं पितृ गायत्री मंत्र जप के फायदे ?

  1. श्राद्ध पक्ष में pitru gayatri mantra के जप करने से पितर प्रसन्न होते हैं जिससे इस जीवन में हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने में मदद मिलती है |
  2. अगर कुंडली में पितृ दोष हो तो पितृ गायत्री मन्त्र के जप से दूर होता है |
  3. अगर कार्यो में बाधाएं आ रही है तो ऐसे में pitru gayatri mantra का जप फायदेमंद होता है |
  4. अगर संतान होने में परेशानी हो रही हो तो ऐसे में पितृ कृपा से स्वस्थ संतान होती है |
  5. इस मंत्र के जप से नाम और यश की प्राप्ति भी होती है |
  6. नौकरी या व्यापार में आने वाली बाधाएं नष्ट होती है |

तो इस प्रकार हम पितृ गायत्री मंत्र का जप करके जीवन को संवार सकते हैं | पुरे परिवार को मिलके pitru gayatri mantra जप करना चाहिए, श्राद्ध पक्ष में तो जरुर करना चाहिए पितृ गायत्री मन्त्र का जप |


पितृ गायत्री मंत्र | Pitra Gayatri Mantra Benefits, आइये जानते हैं कैसे करें पितृ गायत्री मन्त्र का जप, पितृपक्ष में कैसे करें पूजन ?

Comments

Popular posts from this blog

om kleem kaamdevay namah mantra ke fayde in hindi

कामदेव मंत्र ओम क्लीं कामदेवाय नमः के फायदे,  प्रेम और आकर्षण के लिए मंत्र, शक्तिशाली प्रेम मंत्र, प्रेम विवाह के लिए सबसे अच्छा मंत्र, सफल रोमांटिक जीवन के लिए मंत्र, lyrics of kamdev mantra। कामदेव प्रेम, स्नेह, मोहक शक्ति, आकर्षण शक्ति, रोमांस के देवता हैं। उसकी प्रेयसी रति है। उनके पास एक शक्तिशाली प्रेम अस्त्र है जिसे कामदेव अस्त्र के नाम से जाना जाता है जो फूल का तीर है। प्रेम के बिना जीवन बेकार है और इसलिए कामदेव सभी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उनका आशीर्वाद जीवन को प्यार और रोमांस से भरा बना देता है। om kleem kaamdevay namah mantra ke fayde in hindi कामदेव मंत्र का प्रयोग कौन कर सकता है ? अगर किसी को लगता है कि वह जीवन में प्रेम से वंचित है तो कामदेव का आह्वान करें। यदि कोई एक तरफा प्रेम से गुजर रहा है और दूसरे के हृदय में प्रेम की भावना उत्पन्न करना चाहता है तो इस शक्तिशाली कामदेव मंत्र से कामदेव का आह्वान करें। अगर शादी के कुछ सालों बाद पति-पत्नी के बीच प्यार और रोमांस कम हो रहा है तो इस प्रेम मंत्र का प्रयोग जीवन को फिर से गर्म करने के लिए करें। यदि शारीरिक कमज...

Tantroktam Devi suktam Ke Fayde aur lyrics

तन्त्रोक्तं देवीसूक्तम्‌ ॥ Tantroktam Devi Suktam ,  Meaning of Tantroktam Devi Suktam Lyrics in Hindi. देवी सूक्त का पाठ रोज करने से मिलती है महाशक्ति की कृपा | माँ दुर्गा जो की आदि शक्ति हैं और हर प्रकार की मनोकामना पूरी करने में सक्षम हैं | देवी सूक्तं के पाठ से माता को प्रसन्न किया जा सकता है | इसमें हम प्रार्थना करते हैं की विश्व की हर वास्तु में जगदम्बा आप ही हैं इसीलिए आपको बारम्बार प्रणाम है| नवरात्री में विशेष रूप से इसका पाठ जरुर करना चाहिए | Tantroktam Devi suktam  Ke Fayde aur lyrics आइये जानते हैं क्या फायदे होते हैं दुर्गा शप्तशती तंत्रोक्त देवी सूक्तं के पाठ से : इसके पाठ से भय का नाश होता है | जीवन में स्वास्थ्य  और सम्पन्नता आती है | बुरी शक्तियों से माँ रक्षा करती हैं, काले जादू का नाश होता है | कमजोर को शक्ति प्राप्त होती है | जो लोग आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं उनके आय के स्त्रोत खुलते हैं | जो लोग शांति की तलाश में हैं उन्हें माता की कृपा से शांति मिलती है | जो ज्ञान मार्गी है उन्हें सत्य के दर्शन होते हैं | जो बुद्धि चाहते हैं उन्हें मिलता ह...

Rinmukteshwar mahadev mantra Ke fayde

कर्ज मुक्ति के लिए महादेव का शक्तिशाली मंत्र |  Rin Mukteshwar Mahadev Mantra | spell to overcome from debt, कहाँ पर है ऋण मुक्तेश्वर मंदिर ?, कर्ज बढ़ने के ज्योतिषीय कारण | ये मंत्र आर्थिक समस्याओं को दूर करने में बहुत मददगार है, किसी भी प्रकार के ऋण से छुटकारा दिलाने में मदद करता है, भगवान् शिव की कृपा को आकर्षित करने का बहुत ही सशक्त और सरल माध्यम है | अगर आपके ऊपर कर्जा बढ़ता जा रहा हो तो ऐसे में ऋणमुक्तेश्वर महादेव की पूजा बहुत लाभदायक है |  Rinmukteshwar mahadev mantra Ke fayde Read in english about Benefits Of RINMUKTESHWAR MANTRA हर महीने जब लेनदार पैसे मांगने आते हैं तो अच्छा नहीं लगता है , स्थिति तब और ख़राब होती है जब की देने के लिए धन नहीं होता है | कर्जा सिर्फ उस व्यक्ति को ही परेशां नहीं करता है जिसने लिया है अपितु पुरे परिवार को शर्मनाक स्थिति से गुजरने के लिए मजबूर करता है अतः जितना जल्दी हो सके कर्जे से बाहर आने की कोशिश करना चाहिए |  आज के इस युग में हर व्यक्ति दिखावटी जीवन जीना चाहता है और इसी कारण एक अंधी दौड़ में शामिल हो गया है | सुख सुविधाओं को एकत्...