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Somwati Amavasya Ka Mahattwa In Hindi

2023 में सोमवती अमावस कब है?, सोमवती अमावस्या को क्या करना चाहिए?, सोमवती अमावस्या का महत्व क्या है?, ज्योतिष उपाय सफल जीवन के लिए,  अमावस्या के लिए मंत्र.

भारत मे साधारणतः ये देखा जाता है की सोमवती अमावस्या को लोग पवित्र नदियों मे स्नान करते है, विशेष पूजा पाठ करते है , दान करते है.

20 फ़रवरी को सोमवती अमावस्या रहेगी जब कुंडली में मौजूद चन्द्र दोष और पितृ दोष से छुटकारे के लिए विशेष पूजन किया जा सकता है | 
अमावस्या तिथि 19 फ़रवरी को शाम को 4:21 बजे से शुरू होगा जिससे अमावस्या की रात्रि 19 को रहेगी |
 
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Somwati Amavasya Ka Mahattwa In Hindi

आइये समझते है सोमवती अमावस्या को:

जब अमावस सोमवार को आती है तब उसे सोमवती अमावस कहते हैं. ये भगवान् शिव के पूजा का विशेष दिन माना जाता है, पितरो के पूजन के लिए भी शुभ दिन है साथ ही चन्द्र देव के पूजन के लिए भी  शक्तिशाली  दिन माना जाता है ज्योतिष के अनुसार.

महाभारत मे भीष्म पितामह ने युधिस्ठिर को भी सोमवती अमावस्या के महत्त्व के बारे मे बताया था. इस दिन भगवान् शिव और पितरो की कृपा आसानी से प्राप्त की जा सकती है. इस दिन विभिन्न तरीको से शिवजी और पितरो का पूजन किया जाता है जैसे अभिषेक, हवन, तर्पण आदि.

Read in English About Significance of Somwati Amavasya 2023  

सोमवती अमावस्या का महत्त्व:

जानकारी के अनुसार इस दिन पवित्र नदियों मे स्नान करना शुभ होता है जैसे गंगा, नर्मदा, कावेरी, क्षिप्रा आदि. इसके अलावा त्रिवेणी मे भी स्नान करना पुण्य प्रदान करता है| व्यक्ति को समस्याओं, दुखो और रोगों से मुक्ति मिलती है.

ऐसी मान्यता है की इसी दिन पितरो के लिए किया गया श्राद्ध, तर्पण बहुत फलदाई होता है, इस दिन पीपल की पूजा भी की जाती है.


आइये जानते हैं ग्रहों की स्थिति कैसी रहने वाली है इस बार सोमवती अमावस्या को ?

  • सूर्य ग्रह अपने शत्रु राशि कुम्भ में रहेंगे |
  • |चंद्रमा सम राशि में रहेंगे |
  • मंगल सम राशि में रहेंगे |
  • बुध भी सम के रहेंगे |
  • गुरु अपने ही राशि मीन में रहेंगे |
  • शुक्र अपने उच्च राशि मीन में रहेंगे |
  • शनि अपने राशि कुम्भ में रहेंगे |
  • राहू शत्रु राशि में रहेंगे |
  • केतु मित्र राशि में रहेंगे |
तो देखा जाए तो ग्रहों की शक्ति भी अच्छी मिल रही है इसीलिए इस बार सोमवती अमावस्या को साधना करने के लिए बहुत ही अच्छा समय रहेगा |

क्या करे सोमवती अमावस्या को सफलता के लिए?

ये सवाल बहुत महत्त्व रखता है की क्या करे और कैसे करे. तो अब हम कुछ आसान तरीके जानते है सोमवती अमावस्या को सफल बनाने के.
  1. अगर कोई जातक आर्थिक तंगी से गुजर रहा है, पारिवारिक समस्या से गुजर रहा है, नौकरी नहीं मिल रही है कुंडली मे पितृ दोष होने के कारण तो इस दिन पवित्र नदी मे स्नान करके पितरो के निमित्त तर्पण करना चाहिए और उनसे मुसीबतों से छुटकारे के लिए प्रार्थना करना चाहिए.
  2. शिव भक्तो को चाहिए की केसर मिश्रित दूध से शिवलिंग का अभिषेक करे और रुद्राष्टक का पाठ करे. अपने दुखो के निवृत्ति हेतु प्रार्थना करे.
  3. सोमवती अमावस्या को पीपल की पूजा करे अपने गहन समस्याओं को दूर करने हेतु. वो पीपल के पेड़ ज्यादा उपयोगी है जो बहुत पुराने हो, शमशान मे हो, और जिनके निचे कोई भगवान् की मूर्ति न हो.
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  4. पीपल के पेड़ की जड़ मे केसर युक्त दूध अर्पित करे, दीपक और भोग लगाए और १०८ परिक्रमा करे और अपनी समस्याओं को दूर करने हेतु प्रार्थना करे सूक्ष्म शक्तियों से जो  वहां मौजूद है.
  5. घर मे दक्षिण-पश्चिम दिशा मे धुनी दे पितरो के नाम से.
  6. इस दिन और रात मे रूद्र पूजा भी बहुत प्रभावी होती है.
  7. अगर किसी की कुंडली मे चन्द्रमा का दोष हो, तो भी इस दिन पूजा करके लाभ लिया जा सकता है. इस दिन दूध और जल का दान शुभता लाता है. इस दिन प्याऊ लगाने के लिए दान किया जा सकता है या खुद ही प्याऊ लगाए जरुरत की जगह मे.
  8. अगर कोई काले जादू से या फिर नकारात्मक शक्तियों से परेशां है तो इस दिन किसी जानकार के मार्गदर्शन में पूजाएँ कर सकते हैं बचाव के लिए या फिर कवच का पाठ कर सकते हैं |
अतः सोमवती अमावस्या एक शुभ दिन होता है जब हम शिव कृपा , पितर कृपा को प्राप्त करके अपने जीवन को सफल बना सकते है.

सोमवती अमावस्या सिद्ध मंत्र (Somvati Amavasya 2023 Mantra)

  • ॐ कुल देवताभ्यो नमः।
  • ॐ ग्राम देवताभ्यो नमः।
  • ॐ ग्रह देवताभ्यो नमः।
  • ॐ लक्ष्मीपति देवताभ्यो नमः।
  • ॐ विघ्नविनाशक देवताभ्यो नमः।
  • ॐ नमो भगवते वासुदेवाय।
  • अयोध्या, मथुरा, माया, काशी कांचीअवन्तिकापुरी, द्वारवती ज्ञेयाः सप्तैता मोक्ष दायिका।।
  • गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वती, नर्मदा सिंधु कावेरी जलेस्मिनेसंनिधि कुरू।।
  • ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्।
  • ॐ पितृभ्य: नम।
  • ॐ नमः शिवाय  

जानिए अपनी कुंडली के अनुसार अपने भाग्य के बारे में,  अपने करियर के बारे में, अपने प्अरेम जीवन के बारे में, अपने लिए भाग्यशाली रत्न के बारे में आदि |



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