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Ank Jyotish Predictions 2026 in HIndi

2026 न्यूमरोलॉजी रिपोर्ट | मूलांक अनुसार भविष्यफल (1–9) | नववर्ष अंकज्योतिष भविष्यवाणी, Ank Jyotish Predictions 2026 in HIndi. ✨ अंक ज्योतिष के अनुसार वर्ष 2026 की विशेषताएं ✨ अंक ज्योतिष के अनुसार वर्ष 2026 का अधिपति सूर्य होंगे । क्योंकि जब हम सभी अंकों को जोड़ते हैं (2+0+2+6 = 10 → 1), तो अंतिम अंक 1 प्राप्त होता है। चाल्डियन न्यूमरोलॉजी में अंक 1 के स्वामी सूर्य होते हैं। इसलिए नया वर्ष सूर्य के प्रभाव में रहेगा — शक्ति, अधिकार, नेतृत्व, व्यक्तित्व और पहचान को विशेष बल मिलेगा। साथ ही इस वर्ष अंक 2 (चंद्रमा) और अंक 6 (शुक्र) की ऊर्जा भी सक्रिय रहेगी, जो रचनात्मकता, भावनात्मक संतुलन, सौंदर्य, संबंधों और जीवन के भौतिक सुखों को बढ़ावा देगी। Ank Jyotish Predictions 2026 in HIndi ☀️ सूर्य क्या दर्शाता है? सूर्य के प्रमुख गुण: शक्ति और नेतृत्व अधिकार एवं शासन प्रसिद्धि और लोकप्रियता आत्मविश्वास और महत्वाकांक्षा नवाचार और आत्म-पहचान इसी कारण 2026 सभी को स्वतंत्रता, आत्म-विकास और नए आरंभों की ओर आगे बढ़ाएगा। लोग मजबूत निर्णय लेना चाहेंगे, अपनी पहचान व्यक्त कर...

Shiv Panchakshari Mantra Sadhna in Hindi

Shiv Panchakshari Mantra Sadhna in Hindi, क्या है शिव पंचाक्षरी मंत्र, जानिए शिव पंचाक्षरी मंत्र का महत्तव, किस विधि से जपे शिव मंत्र, FREE Download Shiv panchakshari sadhna.

अगर आप भक्त है शिवजी के , अगर आप शिवजी के मूल मंत्र का जप करते हैं, अगर आप शिव कृपा प्राप्त करने के इच्छुक है , अगर आप शिवजी के पंचाक्षरी मंत्र को जपने की विधि जानना चाहते हैं तो ये लेख आपके लिए उपयोगी है |
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Shiv Panchakshari Mantra Sadhna in Hindi

जीवन को सफल बनाने के लिए एक बहुत ही अच्छा तरीका है और वो है मंत्र साधना, मंत्र तो अनेक है परन्तु भगवान् शिव के पंचाक्षरी मंत्र की महीमा अपरम्पार है, इसका जप कोई भी कभी भी बिना संकोच के कर सकता है.

भगवान् शिव जीवन और मृत्यु के भी अधिपति है अतः उनके मंत्र का जप बड़े बिमारियों से भी हमारी रक्षा करता है इसमे कोई शक नहीं.

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जीवन की कई समस्याओं का समाधान है शिव पंचाक्षरी मंत्र का जप.

सिद्ध शिव पंचाक्षरी यन्त्र या फिर शिवलिंग की स्थापना के बाद अगर मंत्र अनुष्ठान किया जाए तो शीघ्र ही असर मालुम होता है हैं |

अगर आप शांति और सुख की खोज में है तो अपनी इच्छाओ को पूरी करने के लिए शिव मंत्र एक अच्छा माध्यम हो सकता है.

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क्या है शिव पंचाक्षरी मंत्र ?

इस मंत्र में पांच अक्षर होते हैं इसीलिए इसे पंचाक्षरी मंत्र कहा जाता है ये 5 अक्षर है “नमः शिवाय”, इसके पहले ॐ लगा देने से पूरा मंत्र बनता है “ॐ नमः शिवाय”.

यही है शिव कृपा प्राप्त करने का महा मंत्र, यही है दुःख निवृत्ति का सरल उपाय.

आइये जानते हैं कैसे जपा जाए शिव पंचाक्षरी मंत्र को :

  1. सबसे पहले साफ़ और पवित्र आसन को बिछाए और बैठ जाए सुखासन में.
  2. अब आप शिवलिंग या यन्त्र की पंचोपचार पूजा कर सकते हैं. 
  3. इसके बाद विनियोग, अंगन्यास, कर न्यास , ऋषि न्यास का पाठ करके मंत्र साधना शुरू कर सकते हैं. 

A ) आइये करते हैं शिवपंचाक्षरी मंत्र का विनियोग –

इसके अंतर्गत हम संकल्प लेते हैं की हम जप क्यों कर रहे हैं.

“ॐ अस्य श्री शिवपंचाक्षरी मंत्रस्य वामदेव ऋषिः , पंक्तिश्छन्दः, शिवो देवता,  मं बीजं, यं शक्तिः वां कीलकम सदाशिव कृपा प्रसादोपलब्धि पूर्वकर्मखिलपुरुषार्थ सिद्धये जपे विनियोगः ”

B) आइये अब करते हैं अंगन्यास :

इसको करते समय अंगो को स्पर्श करना होता है.
“ॐ ॐ हृदयाय नमः,
ॐ नं शिरसे स्वाहा,
ॐ मं शिखाये वषट,
ॐ वां नेत्रत्रयाय वौषट,
ॐ यं अस्त्राय फट,
इति हृदयादिषडंगन्यासः “

C) आइये अब करते हैं कर न्यास :

इसको करते समय सम्बंधित अंगुली को छूना चाहिए.
“ॐ ॐ अन्गुष्ठाभ्याम नमः,
ॐ नं तर्जिनिभ्याम नमः,
ॐ मं मध्यमाभ्याम नमः ,
ॐ  शिंअनामिकाभ्याम नमः,
ॐ वां कनिष्ठ्काभ्याम नमः,
ॐ यं करतलकरपृष्ठाभ्याम नमः

D) अब करते है ऋषि न्यास :

ॐ वामदेवर्षये नमः शिरसि
पंक्तिश्छन्दसे नमः मुखे,
शिव देवताये नमः हृदये,
मं बीजाय नमः गुह्ये ,
यं शक्तये नमः पादयो,
वां कीलकाय नमः नाभो ,
विनियोगाय नमः सर्वांगे


4. अब इसके बाद आप मंत्र जप शुरू कर सकते हैं. यथा शक्ति रोज सुबह शाम आसन पर बैठकर जप करे और दिनभर जब भी समय मिले मन में भी जपते रहे.

मंत्र जपते समय ऐसा सोचे की भगवान् शिव की कृपा आपके जीवन को सफल बना रही है, सारी परेशानिया ख़त्म हो रही है, आप स्वस्थ और संपन्न हो रहे है.

शिव की कृपा से बिगड़ते काम बनते है, शिव की कृपा से जीवन सफल हो जाता है अतः शिव पूजा करके जीवन को सफल बनाए.

मंत्रोच्चार के साथ गहरी और पूर्ण शांति का अनुभव कीजिये, सबसे शक्तिशाली ध्यान मंत्र १००८ बार जप
ध्यान संगीत, आंतरिक शांति को महसूस करने, खुद को रिचार्ज करने का सबसे अच्छा तरीका है।
सबसे शक्तिशाली ओम नमः शिवाय ध्यान संगीत, शिव धुन ।
यह भगवान शिव का नाम जप आपके मन और शरीर को दिव्य स्पंदनों से भर देगा और आपकी आभा को बदल देगा।
इस मंत्र को कोई भी बिना झिझक सुन सकता है और जप भी कर सकता है।

Om namah shivay ||ॐ नमः शिवाय मंत्र


नमः शिवाय मंत्र का जाप करने से अनिष्ट शक्तियों का नाश होता है और व्यक्ति को बड़ी समस्याओं से मुक्ति मिलती है।



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