Guru purnima kab hai 2025, Guru Poornima Importance In Hindi, गुरु पूर्णिमा का महत्तव हिन्दी में, क्या करे गुरु पूर्णिमा को. Guru Purnima 2025: गुरु पूर्णिमा एक हिंदू त्योहार है और इस दिन हम शिक्षक और आध्यात्मिक गुरुओं का सम्मान करते हैं | यह हिंदू कैलेंडर के अनुसार आषाढ़ महीने की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। "गुरु" शब्द संस्कृत के शब्द "गु" से आया है जिसका अर्थ है "अंधकार" और "रु" का अर्थ है "दूर करना।" इसलिए गुरु वह होता है जो अज्ञानता के अंधकार को दूर करते है और हमें सत्य का प्रकाश देखने में मदद करते है। हिंदू धर्म में, गुरु पूर्णिमा हमारे सभी जीवित और ब्र्हम्लीन गुरुओं का सम्मान करने का समय है। हम उनके मार्गदर्शन और शिक्षाओं के लिए अपना आभार व्यक्त करते हैं, और उनके निरंतर आशीर्वाद के लिए प्रार्थना करते हैं। गुरु पूर्णिमा पर, लोग आमतौर पर अपने गुरुओं से मिलते हैं, उनका पूजन करते हैं, उन्हें उपहार देते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं | यह उन लोगों को याद करने का दिन है जिन्होंने हमें बढ़ने और सीखने में मदद की है,...
ज्येष्ठ अमावस्या कब है 2024, kya karen jyesth amavasya ko, जून 2024 में अमावस्या की तारीख और उपाय |
ज्येष्ठ अमावस्या 2024:
जून 2024 में 6 तारीख बृहस्पतिवार को अमावस्या तिथि है | हिंदू धर्म में इस दिन का विशेष महत्त्व है यह एक ऐसा समय है जब हम अपने पूर्वजों और दिवंगत आत्माओं के सम्मान में अनुष्ठान करते हैं |
- अमावस्या तिथि 5 जून बुधवार को लगभग शाम में 7:57 बजे से शुरू होगा और
- अमावस्या तिथि 6 तारीख को शाम में लगभग 6:08 बजे तक रहेगा |
![]() |
Jyeshta Amavasya Kab Hai |
2024 में ज्येष्ठ अमावस्या की ख़ासा बातें :
- इस दिन शनि जयंती, वट सावित्री व्रत और अमावस्या का संयोग मिलेगा हमे 6 तारीख को जिससे ये दिन विशेष हो जायेगा |
- इस दिन वृषभ राशि में 5 ग्रहों की युति देखने को मिलेगी |
- गोचर कुंडली में चन्द्र, बुध, शुक्र, मंगल, राहू, केतु, और शनि ग्रह शुभ के रहेंगे |
- सूर्य और गुरु शत्रु राशि में रहेंगे |
- इस दिन रोहिणी नक्षत्र रहेगा अतः भगवान् शिव के पूजन से भी विशेष लाभ मिलेगा |
- गोचर कुंडली में गजकेसरी योग और बुधादित्य राज योग भी बना रहेगा | ज्येष्ठ अमावस्या 2024
आइये जानते हैं की ज्येष्ठ अमावस्या को क्या कर सकते हैं ?
- इस दिन हम पितरों की शांति के लिए और अपने जीवन में से बाधाओं को हटाने के लिए पूजन कर सकते हैं,
- तीर्थ में स्नान करके पूजन और दान करना दरिद्रता को हटाता है |
- पूर्वजों के निमित्त तर्पण अवश्य करना चाहिए |
- ये अमावस्या गुरुवार को है अतः जिन लोगों के कुंडली में गुरु ग्रह ख़राब हैं वे लोग गुरु ग्रह की शांति पूजा भी करवा सकते हैं या फिर गुरु के जप भी शुरू करवा सकते हैं | ज्येष्ठ अमावस्या 2024
- पितृ दोष, प्रेत दोष, चंडाल योग के उपाय भी ज्येष्ठ अमावस्या को किये जा सकते हैं |
- इस दिन पिंड दान करना भी बहुत शुभता लाता है जीवन में |
- अमावस्या के दिन भगवद्गीता का पाठ भी किया जा सकता है |
- अगर सक्षम हैं तो ब्राहमणों को भोजन करवा के धन, वस्त्र का दान करना चाहिए और आशीर्वाद लेना चाहिए |
- अगर समय हो तो वृद्धाश्रम में सेवा करना चाहिए |
ज्येष्ठ अमावस्या को क्या नहीं करना चाहिए ?: ज्येष्ठ अमावस्या 2024
- इस दिन चूँकि चन्द्र बल क्षीण रहता है अतः शुभ कार्यो को शुरुआत नहीं करना चाहिए |
- शादी, सगाई या मुंडन इस दिन नहीं करवाना चाहिए |
- गृह प्रवेश नहीं करना चाहिए |
- नए कार्यो की शुरुआत नहीं करनी चाहिए |
- इस दिन किसी भी प्रकार के नशे से बचना चाहिए |
- किसी का भी अपमान न करें |
ज्येष्ठ अमावस्या कब है 2024, kya karen Jyeshta amavasya ko, जून 2024 में अमावस्या की तारीख और उपाय |
Comments
Post a Comment