Skip to main content

Hindi Jyotish Website

Hindi astrology services || jyotish website in hindi|| Kundli reading || Birth Chart Calculation || Pitru Dosha Remedies || Love Life Reading || Solution of Health Issues in jyotish || Career Reading || Kalsarp Dosha Analysis and remedies || Grahan Dosha solutions || black magic analysis and solutions || Best Gems Stone Suggestions || Kala Jadu|| Rashifal || Predictions || Best astrologer || vedic jyotish || Online jyotish || Phone jyotish ||Janm Kundli || Dainik Rashifal || Saptahik Rashifal || love rashifal

Tabeej ke Prayog aur Fayde

ताबीज क्या होता है, कैसे बनते हैं तावीज, क्या फायदे होते हैं अमुलेट्स के ज्योतिष अनुसार, कैसे पहनते है इसे?.
ताबीज का नाम हम सभी जानते हैं, बचपन से ताबीज का स्तेमाल हिन्दू परिवारों में होता आया है | बच्चे के जन्म होते ही उसे नजर से बचाने के ताबीज पहनाया जाता है, बुरी नजर से बचाने के ताबीज पहनाया जाता है. यही नहीं बड़े बूढ़े भी ज्योतिष से परामर्श ले के हिन्दू ताबीज को धारण करते हैं काले जादू से बचने के लिए, धन बाधा को दूर करने के लिए, अपनी शक्ति बढाने के लिए, प्रेत बाधा को दूर करने के लिए आदि.

ताबीज को कुछ लोग अभिमंत्रित लॉकेट भी बोलते हैं, कुछ लोग कवच भी बोलते हैं, अंग्रेजी में इसे अमुलेट बोला जाता है. इसे हाथ के बाजू में भी बंधा जाता है और गले में भी बंधा जाता है.
janiye Tabeej ke Prayog aur Fayde in hindi jyotish
Tabeej ke Prayog aur Fayde

क्या होता है ताबीज?

साधारणतः किसी भोज पत्र या कागज पर कोई मंत्र लिख कर उसे अभिमंत्रित करके किसी चांदी या ताम्बे या सोने के छोटे से डब्बी में रखके जातक को दिया जाता है बंधने के लिए इसे ही ताबीज कहते है. ये एक प्रकार का कवच होता है जो बंधने वाले को अलग अलग बुरी शक्तियों से बचाता है और इच्छाओं को पूरी करता है.
हिन्दू, मुस्लिम, सिख, इसाई, सभी अलग अलग प्रकार के तबिजो का प्रयोग करते हैं अतः देखा जाए तो सभी धर्मो में ताबीज का प्रयोग होता आया है.

आइये देखते हैं की कीतने प्रकार से ताबीज बनाए जाते हैं?

अलग अलग ज्योतिष, तांत्रिक विभिन्न प्रकार से अमुलेट बनाते हैं जैसे –
  • कुछ ज्योतिष विशेष कार्य की सिद्धि के लिए मन्त्र को कागज पर लिखके अभिमंत्रित करके ताबीज बनाते हैं.
  • कुछ तांत्रिक भभूत को अभिमंत्रित करके डब्बी में रखके पहनाते हैं मनोकामना सिद्दी के लिए.
  • कुछ जानकार अलग अलग वस्तुओ को डब्बी में रखके पहनते हैं जैसे राई, नमक, मिर्ची के बीज,नाखून, सिन्दूर आदि.

आइये देखते हैं की कौन कौन से कार्यो के लिए तबिजो का उपयोग होता आया है?

  1. बुरी नजर से बचाने के लिए माताएं अपने बच्चो को ताबीज पहनाती है.
  2. कुछ लोग प्रेत बाधा से बचने के लिए विशेष प्रकार के अमुलेट धारण करते हैं.
  3. कुछ लोग धन के रास्ते खोलने के लिए धनाकर्षण ताबीज का प्रयोग करते हैं.
  4. काले जादू से बचने के लिए भी तावीज बनाए जाते हैं.
  5. गंभीर रोगों से बचने हेतु भी अभिमंत्रित लोकेट्स बनाये जाते हैं.
  6. वशीकरण ताबीज भी बनते हैं.
  7. बाजीकरण के लिए भी इसका प्रयोग होता आया है.
  8. प्रेम संबंधो को प्रगाढ़ करने के लिए भी अमुलेट का प्रयोग होता आया है दशको से.

कौन सी डब्बी में बनाया गया ताबीज सबसे ज्यादा शक्तिशाली होता है?

ताबीज अलग अलग प्रकार के डब्बियो में यन्त्र, मंत्र, वस्तुओं को रखके बनाया जाता है परन्तु सबसे अच्छा और ज्यादा समय तक कौन से धातु वाला ताबीज काम करता है.
  • सबसे ज्यादा प्रभावी सोने के डब्बी में बनाया गया ताबीज होता है.
  • इसके बाद चांदी की डब्बी का महत्त्व है.
  • चांदी के बाद ताम्बे की डब्बी काम में आती है.
  • आज कल दुसरे धातुओं से बने ताबीज भी मिलते हैं, सब अपनी अपनी हेसियत के अनुसार इसे बनवाते हैं और प्रयोग करते हैं.
  • इसके अलावा कपड़ो में भी रखके सिलके इसका प्रयोग होता आया है.

क्या ताबीज काम करता है ?

ये सवाल अक्सर बहुत से लोग करते आये हैं की अमुलेट सही मायने में काम करता है तो इस विषय में ये कहना होगा की ये इस बात पर निर्भर करता है की इसे बनाया किसने है. अगर ताबीज बनाने का तरीका आता है तो ये काम करेगा अन्यथा नहीं.
तावीज बनाने में किन बातो का ख्याल रखना आवश्यक होता है?
इसके लिए कुछ बातो का ध्यान रखना बहुत जरुरी होता है जैसे –
  1. शुभ महूरत में ही इसे बनाए और इस बात का भी ध्यान रखे की कार्य अनुसार महूरत भी अलग अलग होते हैं अतः जल्दी न करते हुए, सही दिन और सही समय का इन्तेजार करना चाहिए.
  2. स्थान की पवित्रता का विशेष ध्यान रखे.
  3. जिस यन्त्र को लिखने के लिए जिस वास्तु का वर्णन मिले उससे ही बनाए. जैसे कुछ को अनार की कलम से लिखना होता है, किसी को केसर की स्याही से लिखना होता है, किसी को हल्दी से, किसी को काजल से, किसी को सोने की या चांदी की कलम से आदि. मारण, मोहन, वशीकरण, उच्चाटन, भूत या प्रेत बाधा से मुक्ति के लिए विभिन्न प्रकार के वस्तुओ का प्रयोग होता है.
  4. डब्बी अपने बजट के अनुसार प्रयोग में लाना चाहिए. ज्योतिष को कुंडली दिखा के आप ये भी जान सकते है की कौन सा धातु आपके लिए शुभ है और उस धातु की डब्बी आप स्तेमाल कर सकते हैं.
  5. श्रद्धा और विश्वार जरुरी है लाभ प्राप्त करने के लिए.



अगर आप भी किसी समस्या से ग्रस्त है तो ज्योतिष से परामर्श लेके आप अपने जीवन को सुखी कर सकते हैं.
जानिए कौन सा रत्न आपके लिए शुभ है?
कौन सी पूजा आपके लिए शुभ है?
कौन सा अमुलेट आपके लिए शुभ होगा?
कौन सा यन्त्र रखना चाहिए आदि.

,hindu taweej, kaise banta hai tabeej, power of amulet, how to make locket, benefits of wearing spelled lockets, ताबीज क्या होता है, कैसे बनते हैं तावीज, क्या फायदे होते हैं अमुलेट्स के ज्योतिष अनुसार, कैसे पहनते है इसे?.

Comments

Popular posts from this blog

om kleem krishnaay namah mantra ka mahattw

om kleem krishnaya namah benefits in hindi, ॐ क्लीं कृष्णाय नमः मंत्र के लाभ और अर्थ, ॐ क्लीं नमः का जाप कैसे करे, क्लीं बीज का रहस्य वशीकरण मंत्र ॐ क्लीं कृष्णाय नमः का रहस्य.  क्लीं बीज मंत्र काली देवी से संबंधित है और बहुत शक्तिशाली है। इस मंत्र के जाप से एक दिव्य आभा और आकर्षण शक्ति विकसित होती है जो दैवीय ऊर्जाओं के साथ-साथ भौतिक सुखों को आकर्षित करने में मदद करती है।  श्री कृष्ण भगवान विष्णु के अवतार हैं और महान व्यक्तित्व, प्रेम, ज्ञान और बुद्धि के प्रतीक हैं। om kleem krishnaay namah mantra ka mahattw " ॐ क्लीं कृष्णाय नमः " एक अद्भुत मंत्र है जो जप करने वाले को सब कुछ प्रदान करने में सक्षम है और इसलिए भक्तों द्वारा दशकों से इसका उपयोग किया जाता रहा है। यह मंत्र देवी दुर्गा के साथ-साथ कृष्ण की भी शक्ति रखता है और इसलिए यह उन सभी के लिए एक दिव्य मंत्र है जो जीवन में जल्द ही सफलता चाहते हैं। "ॐ क्लीं कृष्णाय नमः" एक शक्तिशाली मंत्र है जो आंतरिक आध्यात्मिक ऊर्जा का आह्वान करता है जिसका लगातार जप किया जाता है इसलिए जो लोग आध्यात्मिक विकास चाहते हैं उनके लिए

Suar Ke Daant Ke Totke

Jyotish Me Suar Ke Daant Ka Prayog , pig teeth locket benefits, Kaise banate hai suar ke daant ka tabij, क्या सूअर के दांत का प्रयोग अंधविश्वास है. सूअर को साधारणतः हीन दृष्टि से देखा जाता है परन्तु यही सूअर पूजनीय भी है क्यूंकि भगवान् विष्णु ने वराह रूप में सूअर के रूप में अवतार लिया था और धरती को पाताल लोक से निकाला था. और वैसे भी किसी जीव से घृणा करना इश्वर का अपमान है , हर कृति इस विश्व में भगवान् की रचना है. Suar Ke Daant Ke Totke सूअर दांत के प्रयोग के बारे में आगे बताने से पहले कुछ महत्त्वपूर्ण बाते जानना चाहिए : इस प्रयोग में सिर्फ जंगली सूअर के दांत का प्रयोग होता है. किसी सूअर को जबरदस्त मार के प्रयोग में लाया गया दांत काम नहीं आता है अतः किसी भी प्रकार के हिंसा से बचे और दुसरो को भी सचेत करे. वैदिक ज्योतिष में सूअर के दांत के प्रयोग के बारे में उल्लेख नहीं मिलता है. इसका सूअर के दांत के प्रयोग को महुरत देख के ही करना चाहिए. कई लोगो का मनना है की सुकर दन्त का प्रयोग अंधविश्वास है परन्तु प्रयोग करके इसे जांचा जा सकता है , ऐसे अनेको लोग है जो अपने बच्चो

84 Mahadev Mandir Ke Naam In Ujjain In Hindi

उज्जैन मंदिरों का शहर है इसिलिये अध्यात्मिक और धार्मिक महत्त्व रखता है विश्व मे. इस महाकाल की नगरी मे ८४ महादेवो के मंदिर भी मौजूद है और विशेष समय जैसे पंचक्रोशी और श्रवण महीने मे भक्तगण इन मंदिरों मे पूजा अर्चना करते हैं अपनी मनोकामना को पूरा करने के लिए. इस लेख मे उज्जैन के ८४ महादेवो के मंदिरों की जानकारी दी जा रही है जो निश्चित ही भक्तो और जिज्ञासुओं के लिए महत्त्व रखती है.  84 Mahadev Mandir Ke Naam In Ujjain In Hindi आइये जानते हैं उज्जैन के ८४ महादेवो के मंदिरों के नाम हिंदी मे : श्री अगस्तेश्वर महादेव मंदिर - संतोषी माता मंदिर के प्रांगण मे. श्री गुहेश्वर महादेव मंदिर- राम घाट मे धर्मराज जी के मंदिर मे के पास. श्री ढून्देश्वर महादेव - राम घाट मे. श्री अनादी कल्पेश्वर महादेव- जूना महाकाल मंदिर के पास श्री दम्रुकेश्वर महादेव -राम सीढ़ियों के पास , रामघाट पे श्री स्वर्ण ज्वालेश्वर मंदिर -धुंधेश्वर महादेव के ऊपर, रामघाट पर. श्री त्रिविश्तेश्वर महादेव - महाकाल सभा मंडप के पास. श्री कपालेश्वर महादेव बड़े पुल के घाटी पर. श्री स्वर्न्द्वार्पलेश्वर मंदिर- गढ़ापुलिया