Surya Ka Mithun Rashi Mai Gochar Ka Prabhav, Surya Mithun Rashi Mai kab jayenge, surya gochar june 2025, मिथुन संक्रांति क्या है, १२ राशियों पर असर | मिथुन संक्रांति का महत्त्व: Surya Ka Mithun Rashi Mai Gochar 2025: जब सूर्य वृषभ राशि से मिथुन में प्रवेश करते हैं तो उसे मिथुन संक्रांति कहते हैं| ज्योतिष के हिसाब से इस दिन के बाद अगले करीब ३१ दिन तक सूर्य मिथुन राशी में रहता है| जब सूर्य मिथुन राशि में रहते हैं तो भारत के गुवाहाटी में कामख्या मंदिर में अम्बुबाची का मेला लगता है जब मंदिर के कपाट कुछ दिनों के लिए बंद किये जाते हैं, ऐसा कहा जाता है की साल में एक बार माता कामख्या रजस्वला होती है अतः इसीलिए कुछ दिनों के लिए मंदिर का पठ बंद रहता है और इन्ही दिनों मंदिर में मेला लगता है | ये सिर्फ साल में एक बार होता है और पुरे विश्व से लोग यहाँ आते है| भारत के बहुत से भागो में इस दिन लोग भगवान् विष्णु की पूजा करते हैं. कई भागो में मानसून आ जाता है और लोग बारिश का भी आनंद लेते हैं| Surya Ka Mithun Rashi Mai Gochar 2025 Surya Ka Mithun Rashi Mai Gochar Ka Pra...
चन्द्र ग्रहण 16 july, 2019 , मंगलवार, क्या करे ग्रहण काल में, क्या ना करे, राशियों पर असर.
भारतीय ज्योतिष के हिसाब से चन्द्र ग्रहण बहुत ही महत्त्व रखता है, ये वो समय होता है जिसका इन्तेजार हर साधक करता है पुरे वर्ष भर. मान्यता है की चन्द्र ग्रहण के समय किसी प्रकार की साधना सफ़लत होती है. इसी कारन तांत्रिक, मान्त्रिक, अध्यात्मिक साधक गण ग्रहण काल में सिद्धि करने हेतु क्रियाएं करते हैं.
हिंदू पंचांग के अनुसार गुरु पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण आषाढ़ पूर्णिमा की रात्रि को को उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में लगेगा. यह खंडग्रास चंद्रग्रहण है और भारत में दिखेगा. करीब 3 घंटे इस ग्रहण का समय रहेगा.
ग्रहणकाल में राहू का प्रभाव बढ़ जाने के कारण नकारात्मक उर्जाओं का प्रभाव बढ़ जाता है अतः इस समय कोई भी कार्य नहीं करना चाहिए पूजा पाठ के अलावा और बाहर तो निकलना ही नहीं चाहिए.
भारतीय ज्योतिष के हिसाब से चन्द्र ग्रहण बहुत ही महत्त्व रखता है, ये वो समय होता है जिसका इन्तेजार हर साधक करता है पुरे वर्ष भर. मान्यता है की चन्द्र ग्रहण के समय किसी प्रकार की साधना सफ़लत होती है. इसी कारन तांत्रिक, मान्त्रिक, अध्यात्मिक साधक गण ग्रहण काल में सिद्धि करने हेतु क्रियाएं करते हैं.
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chandra grahan on 16th july 2019 |
हिंदू पंचांग के अनुसार गुरु पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण आषाढ़ पूर्णिमा की रात्रि को को उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में लगेगा. यह खंडग्रास चंद्रग्रहण है और भारत में दिखेगा. करीब 3 घंटे इस ग्रहण का समय रहेगा.
आइये जानते हैं ग्रहण के बारे में कुछ ख़ास बाते:
- इस बार भी गुरु पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण लगेगा जो की भारत में दिखाई देगा.
- चन्द्र ग्रहण का समय रहेगा मंगलवार रात 1 बजकर 32 से 4 बजकर 30 मिनट तक .
- सूतक करीब ४ बजे से लग जाएगा.
- इस बार ये ग्रहण भारत के अलावा, पाकिस्तान, युक्रेन, टर्की , ईराक, ईरान, दक्षिण अफ्रीका, अन्टार्क्टिका, साउदी अरब, अफगानिस्तान में दिखाई देगा.
आइये जानते हैं की किन राशियों के लिए अशुभ रह सकता है इस बार का चन्द्र ग्रहण:
अगर आपकी राशि मेष, वृष, मिथुन, सिंह, कन्या, वृश्चिक, धनु और मकर में से कोई एक है तो आपको थोडा सावधान रहना चाहिए और कुछ भी काम इस समय नहीं करना चाहिए अन्यथा हानि, रोग, शौक हो सकता है.
आइये जानते हैं की किन राशियों के लिए शुभ रह सकता है इस बार का चन्द्र ग्रहण:
अगर आप कर्क, तुला, कुंभ और मीन में से किसी एक राशि के हैं तो आपको घबराने की आवश्यकता नहीं है. आपके ऊपर इस ग्रहण का कोई ख़राब असर नहीं होगा.
कैसे सदुपयोग करे चन्द्र ग्रहण काल का :
- ग्रहण के समय बहार बिलकुल ना निकले, जिन स्त्रियों को गर्भ हो उनके लिए तो निकलना बिलकुल मना है.
- चन्द्र ग्रहण के समय कुछ खाएं नहीं और पिए भी नहीं.
- ग्रहण के समय आप मन्त्र जप करे, ध्यान करे या अन्य अनुष्ठान करे जिससे शुभता आये.
- इस समय सोना ठीक नहीं रहता है.
- भगवान् की मूर्ति को स्पर्श ना करे.
- मौन रहकर पूरा ध्यान ईष्ट साधन में लगा दे.
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