Skip to main content

Posts

Showing posts from February, 2018

Latest Astrology Updates in Hindi

Dev Shayani Ekadashi Ki Mahima in Hindi

देव शयनी एकादशी कब है 2025 में , पद्मा एकादशी , हरी शयनी एकादशी किसको कहते है, क्या करे देव शयनी एकादशी को सफलता के लिए, जानिए ग्रहों की स्थिति . Devshayani Ekadashi 2025: अषाढ़ शुक्ल पक्ष का ग्यारहवां दिन बहुत ख़ास होता है भारत मे विशेषतः क्यूंकि मान्यता के अनुसार इस दिन भगवान् विष्णु क्षीर सागर मे सोने के लिए चले जाते हैं. अलग अलग प्रान्तों मे अषाढ़ मास के ग्यारस को अलग लग नामो से जाना जाता है जैसे पद्मा एकादशी, प्रथमा एकादशी, हरी शयनी एकादशी आदि.   इस पुरे दिन और रात भक्त गण भगवान् विष्णु की पूजा और आराधना मे लगे रहते हैं. इसी दिन चातुर्मास की शुरुआत भी होती है अर्थात इस दिन से ४ महीने तक साधू संत विशेष पूजा आराधना करते हैं और कहीं जाते आते भी नहीं है. Watch Video here वर्ष  2025  मे हरी शयनी एकादशी 6 जुलाई को है|  मान्यता के अनुसार पद्मा एकादशी की शुरुआत राजा मानदाता से जुडी है. इन्होने अंगीरा ऋषि के कहने से अषाढ़ मास के ग्यारस को व्रत और विशेष पूजा की जिससे की इनके राज्य मे वर्षा हुई और सम्पन्नता आई. तभी से लोग भी इस दिन को मनाने लगे.  Devshaya...

Bhagwat Katha Saptah Ka Mahattw

Bhagwat Katha Saptah Ka Mahattw श्रीमद् भागवद् कथा को सारे ग्रंथो का सार कहा जाता है इसी कारण ये पुरे विश्व में हिन्दुओ द्वारा सुना जाता है, इसका पाठ किया जाता है और करवाया भी जाता है. कई संत तो अपना पूरा जीवन सिर्फ श्रीमद् भागवद् के कहानियो को सुनाने में भी बिता देते हैं. ये एक पवित्र ग्रन्थ है जिसमे ये बताया गया है की जीवन को कैसे जिए और कैसे आसानी से मुक्ति प्राप्त करे इस कलयुग में. ऐसी मान्यता है की भागवद् कथा को सुनना और कहना दोनों ही भगवान् विष्णु की कृपा को आकर्षित करता है और जीवन सफल हो जाता है. अगर कोई पूर्ण भक्ति भाव से श्रीमद् भागवद् कथा को पढ़ता है, सुनता है या सुनाता है तो इसमें कोई शक नहीं की जीवन मे आश्चर्य जनक बदलाव होते हैं.  श्रीमद् भागवद् कथा आयोजन का महत्त्व: अनुभव में देखा गया है और श्रीमद् भागवद् में भी उल्लेख है की बहुत से फायदे होते हैं इस पवित्र आयोजन को करने के – अगर कोई अनुभवी वक्ता से इस कथा को सुनता है तो भक्तगण एक अद्भुत अवस्था में चले जाते हैं और आनंदानुभूति करते हैं. श्रीमद् भागवद् का जहाँ पर आयोजन होता है वहां पर स्वास्थ्य और सम्प...

Staff Aur Jyotish, स्टाफ और ज्योतिष

Kaise paayen achha staff jyotish dwara, ज्योतिष द्वारा कैसे पायें अच्छा स्टाफ, कौन सा ग्रह जुड़ा है स्टाफ से, वास्तु और ज्योतिषीय सलाह अच्छे स्टाफ के लिए. अगर आप कोई कंपनी चलते हैं, अगर आप कोई व्यपार चलाते हैं, अगर आप कोई संस्था चलते है तो ये लेख आपके लिए बहुत लाभदायक हो सकता है, इसमे आपको बताया जा रहा है की कैसे कोई ग्रह जुड़ा होता है काम करने वाले लोगो से , कैसे वास्तु और ग्रह असर डालते हैं लोगो पर, काम करने वालो पर, आपसी संबंधो पर. अगर आपके पुरे प्रयास करने के बावजूद भी आप स्टाफ के साथ अच्छे सम्बन्ध नहीं बना पा रहे है , अगर स्टाफ आपके यहाँ टिकते नहीं है तो इसका अर्थ ये है की निश्चित ही आपके कुंडली मे ग्रह थिंक स्थिति मे नहीं है या फिर व्यापारिक स्थल पर वास्तु दोष है. Staff Aur Jyotish, स्टाफ और ज्योतिष आइये जानते है सबसे पहले की कौन सा ग्रह काम करने वाले लोगो से जुड़ा है: शनि ग्रह एक ऐसा ग्रह है जो की स्टाफ पर सीधे असर करता है. अतः इस ग्रह का अध्ययन करना जरुरी है अगर स्टाफ से सम्बंधित समस्या का आप सामना कर रहे है. आइये जानते है की शनि ग्रह के ख़राब होने से मालिक या स्वामी...

Parad Shivling Ki Pooja Kaise Kare

Parad shivling ki pooja kaise kare asaan tarike se, जानिए आसान तरीका घर में पारद के शिवलिंग की पूजा करने का. जैसा की हम जानते हैं की पारद के शिवलिंग की पूजा से स्वास्थ्य, सम्पन्नता, मान सम्मान आदि की प्राप्ति हो सकती है. तो इस लेख में हम जानेंगे की कैसे करे आसान तरीके से पारे के शिवलिंग की पूजा.  Parad Shivling Ki Pooja Kaise Kare पारे के शिवलिंग का अध्यात्मिक महत्त्व है. पारद के शिवलिंग का धार्मिक महत्त्व है.  इसके पूजा से धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष की प्राप्ति संभव है. अतः इसकी पूजा करनी चाहिए.  पारद संहिता में पारे के लिंग के महत्त्व को विस्तार से बताया गया है.  पारे का शिवलिंग हमे नकरात्मक शक्तियों से बचाता है.  ये जीवन को सफल बनाने में मदद करता है.  इसकी पूजा से रोगों से मुक्ति संभव है.  पापो से मुक्ति के लिए भी लोग पारे के लिंग की पूजा करते हैं.  Read in english about how to worship Mercury shivling? आइये जानते हैं की पारद/मरकरी के शिवलिंग की पूजा कैसे करे ? कुछ विशेष दिन होते हैं जब शिवलिंग की पूजा विशेष फल देता है जैसे शिव...

Mano Ya Na Mano Jyotish Kaam Karta Hai

Mano Ya Na Mano Jyotish Kaam Karta Hai हम अक्सर लोगो को ज्योतिष विषय पर बहस करते हुए देख सकते हैं. कुछ लोग ज्योतिष को बहुत गहराई से मानते हैं और कुछ लोग इसका विरोध करते हैं, इसे अंध विश्वास मानते हैं. दशको से ये बहस का विषय रहा है. परन्तु फिर भी ऐसे बहुत से ज्योतिष हैं जो की लगातार ज्योतिष पर शोध और अध्ययन कर रहे हैं और लोगो का सही मर्दर्शन कर रहे हैं. लोग अपने भविष्य के बारे में जानते हैं, अपने काम काज के बारे में जानते हैं, सही व्यापार के विषय में जानते हैं, विवाह के समय की जानकारी निकालते हैं, प्रेम जीवन के बारे में जानते हैं, यश, नाम, ख्याति कब मिलेगी , या जानना चाहते हैं. ज्योतिष में खगोलीय घटनाओं का अध्ययन से मानव पर उसके प्रभाव के अध्ययन को करता है. ज्योतिष के बारे में एक और बात ये जान लेना चाहिए की ये एक मात्र विषय है जो की भविष्य के घटनाओं का पता लगाने के लिए किया जाता है. हर व्यक्ति ये जानने को उत्सुक है की भविष्य के गर्भ में क्या छुपा है और ज्योतिष इसमें मदद करता है.  जिन लोगो ने ज्योतिष का अध्ययन नहीं किया है और किसी अच्छे ज्योतिष से संपर्क नहीं किया है वे...

Kundli Ka Gahraai Se Adhyan

ज्योतिष ग्रहों, नक्षत्रो और खगोलीय घटनाओं के अध्ययन का विज्ञान है. हमारे जन्म पत्रिका में 9 ग्रह जिनमे सूर्य, चन्द्रमा, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु, केतु है अलग अलग भावो में बैठे रहते हैं, ज्योतिष का काम है इनके स्थिति, शक्ति, दृष्टी आदि का अध्ययन करके भविष्यवाणी करे. हर व्यक्ति की कुंडली एक दुसरे से भिन्न होती है और इसी के आधार पर उसके रंग, रूप, बोल चाल, व्यक्तित्त्व आदि में भिन्नता आती है. Kundli Ka Gahraai Se Adhyan हर व्यक्ति की अपनी एक सोच होती है, व्यवहार होता है. इसका कारण ये है की हर व्यक्ति के ऊपर ग्रहों का प्रभाव अलग हुआ है. ये सब कुंडली/जन्मपत्रिका के गहराई से अध्ययन से पता चलता है.  पृथ्वी घूम रहा है, सूर्य भी चल रहा है, हर ग्रह अपनी गति से चल रहा है लगातार और इसी बदलाव का असर लोगो के जीवन पर भी पड़ता है. इसी कारण जब ग्रह दशाये बदलती है तो व्यक्ति के जीवन में भी बदलाव देखा जाता है. इस बात का पता ज्योतिष से लगाया जाता है.  >जब कुंडली या जन्म पत्रिका का गहराई से अध्ययन होता है तो 5 बातो का ध्यान ज्योतिष रखते हैं: ग्रह कौन से भाव में बैठे है....

Mauni Amavasya Ke Saath Somwati Amavasya Mahattwa in Hindi

Mauni Amavasya Ke Saath Somwati Amavasya Mahattwa in Hindi, सोमवती अमावस्या के साथ मौनी अमावस्या का महत्त्वा जानिए, क्या करे इस दिन सफलता को आकर्षित करने के लिए, कैसे दूर करे दुर्भाग्य को. अमावस्या का दिन और रात्रि का बहुत महत्त्व है. इस दिन पितरो और आत्माओं की शांति हेतु पूजा पाठ का जिक्र शाश्त्रो मे मिलता है. परन्तु जब अमावस्या किसी विशेष दिन और तिथि को आये तो उस दिन का महत्त्व बहुत अधिक बढ़ जाता है और इस दिन विशेष मनोकामनाओं को पूरा करने के लिए विशेष पूजा करने का समय होगा है. Mauni Amavasya Ke Saath Somwati Amavasya Mahattwa in Hindi जब अमावस्या सोमवार को आये तो उस दिन को “सोमवती अमावस्या ” कहते है. इसके साथ अगर नक्षत्र श्रवण आ जाए तो “सर्वार्थ सिद्धि ” का योग भी बन जाता है और दिन मौनी अमावस्या भी कहलाता है. ये दिन पितर दोष शांति पूजा, प्रेत दोष शांति पूजा, ग्रहण शांति पूजा आदि के लिए महत्त्व रखता है. अगर कोई इस दिन आत्माओं की शांति हेतु प्रार्थना करता है तो निश्चित ही अच्छे परिणाम प्राप्त होते हैं. आइये जानते हैं सोमवती अमावस्या के साथ मौनी अमावस्या का महत्त्व : अग...