Mangal Ka Dhanu Rashi Mai Gochar kab hoga, धनु राशि में मंगल का 12 राशियों पर प्रभाव, jyotish updates, Rashifal in hindi. 🌟 7 दिसम्बर 2025 – मंगल का धनु राशि में गोचर वैदिक ज्योतिष अनुसार सभी 12 राशियों पर प्रभाव 7 दिसम्बर 2025 को अग्नि तत्व ग्रह मंगल गुरु की राशि धनु में प्रवेश करेंगे । यह गोचर साहस, उत्साह, उच्च लक्ष्य व आध्यात्मिक विकास को बढ़ाता है। मंगल ऊर्जा, क्रिया और जोश का प्रतीक है जबकि धनु स्वतंत्रता, ज्ञान व धर्म का प्रतिनिधित्व करता है। Mangal Ka Dhanu Rashi Mai Gochar यह समय आपको बड़े सपने देखने और कार्य करने की क्षमता प्रदान करेगा। नई दिशाओं में कदम बढ़ेंगे, विदेश से जुड़ी गतिविधियाँ बढ़ेंगी और न्याय तथा सत्य की भावना मजबूत होगी। परंतु जल्दबाज़ी, बहसबाज़ी और आवेगी निर्णय हानि भी दे सकते हैं। Watch Rashifal in hindi On Youtube 🔮 12 राशियों पर मंगल धनु गोचर का प्रभाव ♈ मेष राशि मंगल आपके स्वामी ग्रह होने के कारण यह गोचर आपके लिए बेहद ऊर्जा और साहस लेकर आएगा। रोमांच, यात्रा और नए अनुभवों की इच्छा बढ़ेगी। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी और आप अपने विचारों...
Kalsarp Yog Se Mukti Ke Liye Totke | कालसर्प योग दूर करने के उपाय
कालसर्प योग (Kalsarp Yog) ज्योतिष शास्त्र में एक महत्वपूर्ण योग माना जाता है। बहुत से लोग इसे बेहद खतरनाक मानते हैं, लेकिन वास्तव में यह उतना भयावह नहीं है जितना समझा जाता है। कुंडली में ऐसे कई योग होते हैं जो कालसर्प से भी अधिक प्रभावशाली होते हैं।
कालसर्प योग से मुक्ति पाने के आसान टोटके
कालसर्प योग कैसे बनता है?
जब सूर्य, चन्द्रमा, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र और शनि – ये सातों ग्रह राहु और केतु के बीच आ जाते हैं, तब कालसर्प योग का निर्माण होता है। यह योग जातक के जीवन में बाधाएं और विलंब पैदा करता है।
कालसर्प योग से होने वाली समस्याएँ:
- कड़ी मेहनत करने पर भी उचित फल न मिलना
- जीवन साथी मिलने में देरी
- विद्यार्थियों को पढ़ाई में कठिनाई
- संतान से संबंधित समस्याएँ
- मानसिक तनाव, उदासी और क्रोध
कालसर्प योग से छुटकारा पाने के टोटके
अगर आपकी जन्म कुंडली में कालसर्प योग है तो इन आसान उपायों को अपनाने से राहत मिल सकती है:
- पंचमी तिथि को शिवालय में जाकर नाग पूजा करें।
- नाग मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना करें।
- सांप की बाम्बी की मिट्टी लाकर ताबीज में धारण करें।
- अगर पंचमी बुधवार को हो तो चांदी/तांबे का नाग-नागिन का जोड़ा जल में प्रवाहित करें।
- प्रतिदिन नवनाग स्तोत्र का पाठ करें।
- शिव पूजा सबसे प्रभावशाली उपाय है।
- चांदी/सोने/तांबे के नाग-नागिन बनवाकर 18 दिन पूजा करें और फिर उन्हें जल में विसर्जित करें।
- कालसर्प शांति पूजा कराएं।
- नाग पंचमी पर विशेष पूजा करें।
- कालसर्प यंत्र की स्थापना कर नियमित पूजन करें।
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