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Deepawali Ki Pooja Kab Kare?

Deepawali Ki Pooja Kab Kare 2025,  दीपावली पूजा का समय,  Deepawali ki pooja kab kare, Diwali puja muhurat 2025, Diwali puja ka samay, Laxmi puja muhurat 2025, Diwali puja timing. दीपोत्सव बहुत ही ख़ास होता है हर हिन्दू के लिए क्यूंकि इस दिन विशेष रूप से धन की देवी महालक्ष्मी की पूजा होती है जो की अपने भक्तो को प्रसन्न होने पर धन, वैभव प्रदान करती है जिससे व्यक्ति इस भौतिक संसार में ऐशो आराम से जीता है.  आइये जानते हैं दिवाली पूजन की सही तारीख 2025 : अमावस्या तिथि 20 अक्टूबर को दिन में लगभग 3:45 पे शुरू होगा और 21 अक्टूबर को शाम 5:54 बजे तक रहेगा अतः दीपावली पूजन 20 की रात्री को ही करना शुभ रहेगा | Deepawali Ki Pooja Kab Kare? दिवाली प्रकाश का उत्सव है और ये कार्तिक महीने की अमावस्या को मनाया जाता है. भारतीय लोग इस उत्सव को बहुत ही हर्ष और उल्लास से मनाते हैं पूरी दुनिया में.  हर व्यक्ति के लिए धन बहुत महत्त्व रखता है और इसी कारण रोज हर कोई धन पाने के लिए संघर्ष करता रहता है. दिवाली पर पूजन करने से माता की कृपा प्राप्त होती है और व्यक्ति के आय के स्त्र...

Ratno Ki Gunwatta Ke Baare Mai Kaise Jaane

Ratno Ki Gunwatta Ke Baare Mai Kaise Jaane, रत्नों की गुणवत्ता का महत्तव, अच्छे और शुभ रत्नों की पहचान क्या हो सकता है, नकली और असली रत्न.

अगर आप कभी रत्न खरीदने गए है तो निश्चित ही आपको सही रत्न खरीदने में परेशानी आई होगी, इसका कारण है की रत्नों के इतने प्रकार आ गए है आज के दौर में की असली कौन सा है और नकली कौनसा , ये समझ नहीं आता है. कुछ लोग नकली रत्न को असली रत्नों के कीमत में बेच देते हैं, कुछ तो सीधे ही नकली दे देते हैं, रोज लोग नकली रत्नों को खरीद के धोखे के शिकार हो रहे हैं. अतः ये बहुत जरुरी है की हमे रत्नों के बारे में कुछ जानकारी हो. इस लेख में हम रत्नों के के रहस्य को जानने की कोशिश करेंगे.
jyotish me ratno ki gunwatta ko janiye
Ratno Ki Gunwatta Ke Baare Mai Kaise Jaane

  • ज्ञान और जागरूकता ही हमे सुरक्षित रख सकता है इस कलयुग में.
  • ऐसे कुछ परिक्षण होते हैं जो की हम आँखों और हाथो से कर सकते हैं परन्तु कुछ परिक्षण के लिए लैब की जरुरत होती है. आइये जानते हैं रत्नों के गुणवत्ता के बारे में.
  • कुछ ऐसे परिक्षण जो की आँखों और हाथो से संभव है जैसे रत्नों के रंगों की पहचान, पारदर्शिता, चिकनापन, रत्नों के अन्दर में किसी प्रकार के धब्बे आदि.
  • कुछ ऐसे परिक्षण जिनके लिए लैब जरुरी है जैसे वजन, घनत्व, सही रत्न आदि.

हमेशा इस बात का ध्यान रखे की सर्टिफाइड रत्न ही ख़रीदे जिसमे की हमे निम्न जानकारियां मिल जाती है –

  1. रत्न का वजन :
  2. रत्न का घनत्व :
  3. रत्न की पहचान :
  4. रत्न का माप आदि.

रत्नों से सम्बंधित एक कड़वा सच :

ये एक सच्चाई है की सभी के लिए उच्च गुणवत्ता के असली रत्न धारण करना संभव नहीं है क्यूंकि इनकी कीमत लाखो में होती है, उनके लिए यही सलाह है की निम्न गुणवत्ता के रत्न भी धारण किये जा सकते हैं हालांकि परिणाम में थोडा बहुत अंतर पड़ेगा.

निम्न गुणवत्ता के रत्न में सर्टिफाइड मिलते हैं अगर आप अच्छी जगह से ख़रीदे.

इस बात का ध्यान रखना चाहिए की कुछ रत्न पारदर्शी होते हैं और कुछ नहीं अतः गलत जानकारी के साथ कुछ न ढूंढे अन्यथा धोखा खा सकते हैं.

आइये अब जानते हैं की रत्नों के रंग कैसे होते हैं :

Ratno Ki Gunwatta Ke Baare Mai Kaise Jaane, रत्नों की गुणवत्ता का महत्तव, अच्छे और शुभ रत्नों की पहचान क्या हो सकता है, नकली और असली रत्न.
  • माणिक्य गुलाबी रंग लिए होता है और इसका सम्बन्ध सूर्य ग्रह से होता है.
  • मोती सफ़ेद रंग का होता है परन्तु कुछ मोती क्रीम कलर का शेड लिए भी होता है और ये चन्द्रमा से सम्बन्ध रखता है.
  • मूंगा लाल और नारंगी लाल में उपलब्ध होता है और इसका सम्बन्ध मंगल ग्रह से होता है.
  • पन्ना हरे रंग का होता है और इसका सम्बन्ध बुध ग्रह से होता है.
  • पिला पुखराज पिला रंग लिए होता है और इसका सम्बन्ध गुरु ग्रह से होता है.
  • हीरा चमकता हुआ पत्थर होता है और इसका सम्बन्ध शुक्र ग्रह से होता है.
  • नीलम का सम्बन्ध नील रंग से होता है और ये शनि ग्रह से सम्बन्ध रखता है.
  • गोमेद काले रंग का शेड लिए होता है और इसका सम्बन्ध राहू से होता है.
  • लह्सुनिये का सम्बन्ध केतु से होता है और इसके बीच में एक रेखा होती है.
ये संभव है की हमे रत्न में धब्बे, रेखा आदि नजर आये अगर हम माध्यम दर्जे की रत्न खरीदते हैं. परन्तु अगर किसी में ज्यादा समस्या दिखे तो उस रत्न को त्याग देना चाहिए अन्यथा उर्जा के संचार में समस्या उत्पन्न होगी.
  • रत्नों की कीमत गुणवत्ता और उपलब्धता के आधार पर बदलती रहती है. 
  • रत्न अलग अलग देशो से मंगवाए जाते हैं जैसे कुछ रत्न ब्राजील देश से आते हैं, कुछ रत्न श्रीलंका से आते हैं , कुछ कोलंबिया से आते हैं, कुछ जापान से तो कुछ इटली से आते हैं. 
  • रत्न हमेशा विश्वसनीय स्थान से ही खरीदने चाहिए और विश्वसनीय व्यक्ति से.


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