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Bhadrapad Amavasya Kab Hai jyotish upaay

Bhadrapad Amavasya 2025 Date, Amavasya Kab Hai, भाद्रपद अमावस्या कब है 2025, कुश ग्रहणी अमावस्या के लिए ज्योतिष उपाय  | इस साल कुशग्रहणी अमावस्या 23 अगस्त को है और शनिवार होने के कारण "शनि अमावस्या" भी रहेगा | अमावस्या तिथि प्रारंभ : २२ अगस्त को दिन में लगभग 11:57  बजे. अमावस्या तिथि समाप्त : २३ अगस्त को दिन में लगभग 11:36 बजे   हिंदी पंचांग के अनुसार भाद्रपद महीने की अमावस्या को कुश ग्रहणी और कुशोत्पतिनी अमावस्या के नाम से भी जानते हैं| ये अती महत्त्वपूर्ण दिन है और इस दिन जीवन में से बाधाओं को दूर करने के लिए विभिन्न प्रकार की पूजाओं को किया जाता है | Bhadrapad Amavasya Kab Hai jyotish upaay Watch Details on YouTube इस अमावस्या का एक नाम कुश ग्रहणी अमावस्या है जिससे पता चलता है की इस दिन एक पवित्र घास को इकट्टा किया जाता है और पूरे साल प्रयोग किया जाता है, इस घास का नाम है कुश | हर पूजा में इसका प्रयोग किया जाता है, हर कर्मकांड में इसका उपयोग होता है| पूजन के अवसर पर हम अनामिका अंगुली में कुश की अंगूठी पहनते हैं जिसे की पवित्री कहा जाता है | आइये जानते है...

Shukra aur Guru Ki Yuti Se GajLaxmi Yoga Ke Fayde

२१ अगस्त तक मिथुन राशि में शुक्र-गुरु की युति- जानिए आपकी राशि पर इसका क्या असर होगा

🔯 परिचय

इस समय गोचर कुंडली में एक अत्यंत महत्वपूर्ण योग बन रहा है — शुक्र (Venus) और गुरु (बृहस्पति / Jupiter) की युति मिथुन राशि में। यह शुभ युति २१ अगस्त तक बनी रहेगी और इसका असर सभी १२ राशियों पर विभिन्न रूपों में दिखाई देगा।

शुक्र प्रेम, सौंदर्य, कला और भौतिक सुखों का कारक है, जबकि गुरु ज्ञान, विस्तार, धर्म और समृद्धि का प्रतीक है। जब ये दोनों ग्रह एक साथ होते हैं, तो जीवन के कई क्षेत्रों में संतुलन, आकर्षण और वृद्धि का योग बनता है।

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Shukra aur Guru Ki Yuti Se GajLaxmi Yoga Ke Fayde


आइए जानते हैं इस गजलक्ष्मी योग का आपकी राशि पर क्या प्रभाव पड़ेगा और आपको क्या लाभ मिल सकता है।

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♈ मेष राशि (Aries)

भाव: तृतीय भाव
इस युति से साहस और आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। भाई-बहनों से सहयोग मिलेगा। संचार कौशल में सुधार होगा और कार्यस्थल पर आपकी बातों का प्रभाव बढ़ेगा। यह समय कुछ नया सीखने के लिए बेहद अनुकूल है।

♉ वृषभ राशि (Taurus)

भाव: धन भाव
आर्थिक लाभ के संकेत हैं। निवेश से मुनाफा हो सकता है और पारिवारिक सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी। आय के नए स्रोत खुल सकते हैं, लेकिन धन प्रबंधन में संतुलन बनाए रखें।

♊ मिथुन राशि (Gemini)

भाव: लग्न भाव
आपका व्यक्तित्व आकर्षक बनेगा। आत्मविश्वास बढ़ेगा और नए संबंध बन सकते हैं। प्रेम जीवन और करियर दोनों में उन्नति के संकेत हैं। यह समय निजी विकास के लिए बहुत लाभकारी है।

♋ कर्क राशि (Cancer)

भाव: द्वादश भाव
विदेश यात्रा या विदेशी संबंधों से लाभ हो सकता है। मानसिक शांति और आध्यात्मिक रुझान बढ़ेगा। ध्यान और साधना लाभ देंगे, परंतु खर्चों पर नियंत्रण जरूरी होगा।

♌ सिंह राशि (Leo)

भाव: एकादश भाव
आय में वृद्धि, नेटवर्किंग के नए अवसर, और मित्रों से सहयोग मिलेगा। कोई बड़ी इच्छा पूरी हो सकती है। टीमवर्क और स्पष्ट लक्ष्य से आप सफल हो सकते हैं।

♍ कन्या राशि (Virgo)

भाव: दशम भाव
करियर में उन्नति, प्रमोशन और नई जिम्मेदारियों के योग बन रहे हैं। वरिष्ठों से सहयोग मिलेगा। कार्यक्षेत्र में सौम्यता और समझदारी से आपको सफलता मिलेगी।

♎ तुला राशि (Libra)

भाव: भाग्य भाव
भाग्य का साथ मिलेगा। धार्मिक यात्रा, उच्च शिक्षा या विदेश में अध्ययन के अवसर मिल सकते हैं। बड़ों के मार्गदर्शन का लाभ उठाएं।

♏ वृश्चिक राशि (Scorpio)

भाव: अष्टम भाव
गुप्त ज्ञान, रिसर्च और बीमा से लाभ मिल सकता है। यह समय आत्मचिंतन और रहस्यमय विषयों की ओर झुकाव का है। जोखिम भरे फैसलों में सावधानी रखें।

♐ धनु राशि (Sagittarius)

भाव: सप्तम भाव
विवाह योग्य जातकों को अच्छे प्रस्ताव मिल सकते हैं। व्यापारिक साझेदारियों से लाभ होगा। रिश्तों में पारदर्शिता और संवाद बनाए रखें।

♑ मकर राशि (Capricorn)

भाव: षष्ठ भाव
स्वास्थ्य में सुधार होगा। पुराने रोगों से राहत मिलेगी। कार्यक्षेत्र में प्रतियोगियों पर विजय मिलने की संभावना है। नियमित दिनचर्या बनाए रखें।

♒ कुंभ राशि (Aquarius)

भाव: पंचम भाव
प्रेम संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी। रचनात्मक क्षेत्रों, शिक्षा और बच्चों से जुड़े मामलों में लाभ होगा। भावनाओं में संतुलन रखें और अपनी प्रतिभा को उभारें।

♓ मीन राशि (Pisces)

भाव: चतुर्थ भाव
घर-परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी। प्रॉपर्टी या वाहन से संबंधित लाभ मिल सकता है। माता से संबंध मधुर रहेंगे। भावुक निर्णयों से बचें और व्यावहारिकता अपनाएं।


✅ निष्कर्ष

शुक्र और गुरु की युति, जिसे गजलक्ष्मी योग कहा जाता है, एक अत्यंत शुभ योग है। यह जीवन में प्रेम, संतुलन, भौतिक और आध्यात्मिक उन्नति का द्वार खोल सकता है। अपनी-अपनी राशि के अनुसार इस समय का सदुपयोग कर आप जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में लाभ प्राप्त कर सकते हैं।


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