Surya Ka Mithun Rashi Mai Gochar Ka Prabhav, Surya Mithun Rashi Mai kab jayenge, surya gochar june 2025, मिथुन संक्रांति क्या है, १२ राशियों पर असर | मिथुन संक्रांति का महत्त्व: Surya Ka Mithun Rashi Mai Gochar 2025: जब सूर्य वृषभ राशि से मिथुन में प्रवेश करते हैं तो उसे मिथुन संक्रांति कहते हैं| ज्योतिष के हिसाब से इस दिन के बाद अगले करीब ३१ दिन तक सूर्य मिथुन राशी में रहता है| जब सूर्य मिथुन राशि में रहते हैं तो भारत के गुवाहाटी में कामख्या मंदिर में अम्बुबाची का मेला लगता है जब मंदिर के कपाट कुछ दिनों के लिए बंद किये जाते हैं, ऐसा कहा जाता है की साल में एक बार माता कामख्या रजस्वला होती है अतः इसीलिए कुछ दिनों के लिए मंदिर का पठ बंद रहता है और इन्ही दिनों मंदिर में मेला लगता है | ये सिर्फ साल में एक बार होता है और पुरे विश्व से लोग यहाँ आते है| भारत के बहुत से भागो में इस दिन लोग भगवान् विष्णु की पूजा करते हैं. कई भागो में मानसून आ जाता है और लोग बारिश का भी आनंद लेते हैं| Surya Ka Mithun Rashi Mai Gochar 2025 Surya Ka Mithun Rashi Mai Gochar Ka Pra...
7 Chakro Par Dhyan ke Mantra, कैसे करें चक्र ध्यान, Chakra dhyan video, सुप्त शक्तियों को जगाने के लिए ध्यान.
7 Chakro Par Dhyan ke Mantra: चक्रों पर ध्यान अद्भुत होता है और इस अभ्यास को अगर रोज किया जाए तो धीरे धीरे हम अपने अन्दर की सुप्त शक्तियों को जागृत होते हुए देखेंगे |
चक्रों पर ध्यान करने से हम अपने अन्दर की उर्जा को भी बैलेंस कर पायेंगे |
तो आइये एक आसन पर बैठे और शुरू करे इस ध्यान को |
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7 Chakro Par Dhyan ke Mantra |
विडियो से करें ध्यान Watch Video Here
7 Chakro Par Dhyan ke Mantra:
- सबसे पहले "मूलाधार चक्र" पर ध्यान केन्द्रित करें, इसका सम्बन्ध पृथ्वी तत्त्व से होता है और इस चक्र को जागृत करने के लिए "लं बीज मंत्र" का प्रयोग किया जाता है | तो आइये सबसे पहले "लं बीज मंत्र" का जप करें "मूलाधार चक्र" पर ध्यान करते हुए |
- अब ध्यान को "स्वाधिष्ठान चक्र" पर लाइए, इसका सम्बन्ध जल तत्त्व से होता है और इस चक्र को जागृत करने के लिए "वं बीज मंत्र" का जप किया जाता है | तो आइये जाप करें "वं बीज मंत्र" का "स्वाधिष्ठान चक्र" पर ध्यान करते हुए | 7 Chakro Par Dhyan ke Mantra
- अब "मणिपुर चक्र" ध्यान को लाइए, इसका सम्बन्ध अग्नि तत्त्व से होता है और इस चक्र को जागृत करने के लिए "रं बीज मंत्र" का जप किया जाता है | तो आइये जाप करें रं बीज मंत्र का "मणिपुर चक्र" पर ध्यान करते हुए |
- अब "अनहद चक्र" पर ध्यान लेके आइये, इसका सम्बन्ध वायु तत्त्व से होता है और इस चक्र को जागृत करने के लिए "यं बीज मंत्र" का जप किया जाता है | तो आइये जाप करें "यं बीज मंत्र" का "अनहद चक्र" पर ध्यान करते हुए |
- अब "विशुद्ध चक्र" पर ध्यान लेके आइये, इसका सम्बन्ध आकाश तत्त्व से होता है और इस चक्र को जागृत करने के लिए "हं बीज मंत्र" का जप किया जाता है | तो आइये जाप करें "हं बीज मंत्र" का "विशुद्ध चक्र" पर ध्यान करते हुए | 7 Chakro Par Dhyan ke Mantra
- अब "आज्ञा चक्र" पर ध्यान लेके आइये, इस चक्र को जागृत करने के लिए "ॐ" का जप किया जाता है | तो आइये जाप करें "ॐ मंत्र" का "आज्ञा चक्र" पर ध्यान करते हुए |
- अब "सहस्रार चक्र" पर ध्यान लेके आइये, इस चक्र को जागृत करने के लिए अनहद नाद पर ध्यान किया जाता है अर्थात वो नाद जो स्वतः हमारे भीतर चल रहा है हर क्षण | 7 Chakro Par Dhyan ke Mantra
तो इस प्रकार अगर हम रोज इन सातों चक्रों पर ध्यान करें तो निश्चित ही हमारे अन्दर की अद्भुत शक्तियों से हमारा परिचय होने लगेगा |
7 Chakro Par Dhyan ke Mantra, कैसे करें चक्र ध्यान, Chakra dhyan video, सुप्त शक्तियों को जगाने के लिए ध्यान.
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