Shani amavas kab hai 2025, कैसे छुटकारा पायें शनि के बुरे प्रभाव से, शनि अमवस्या को क्या करे सफलता के लिए?, शनि के टोटके, शनि पीड़ा से मुक्ति के उपाय, शनि अमावस्या अनुष्ठान| 2025 में 29 मार्च, शनिवार को रहेगा साल का पहला शनि अमावस्या | अमावस्या तिथि २८ तारीख को रात्री में लगभग 7:57 बजे शुरू होगी और 29 तारीख को शाम को लगभग 4:28 बजे तक रहेगी. एक और विशेष बात ये है की इसी दिन उत्तराभाद्रपद नक्षत्र रहेगा जिसके स्वामी शनि हैं और इसी दिन शनि का राशि परिवर्तन भी होगा . Shani amavas: हिन्दू धर्म में शनि अमावस्या का बहुत अधिक महत्तव है. इस दिन पवित्र नदियों के किनारे मैले जैसा वातावरण हो जाता है, लोग पवित्र नदियों में स्नान करते है और नदी तट पर ही पूजा पाठ आदि करते हैं कृपा प्राप्त करने के लिए. इस दिन पितृ शांति की पूजा होती है, काले जादू से मुक्ति हेतु भी ये दिन विशेष महत्तव रखता है, नजर दोष, उपरी हवा से बचाव के लिए भी इस दिन विशेष क्रियाये की जाती है. इस दिन शनि पूजा का भी बहुत लाभ मिलता है. इसी कारण शनिवार को पड़ने वाले अमावस्या का बहुत अधिक महत्तव होता है...
९ आदते जिनसे अवसाद हो सकता है, जानिए कुछ आदतों को जिनसे स्वास्थय पर ख़राब असर होता है
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9 Adate Jo Depression Laate Hai Jivan Mai |
इस तेज रफ़्तार जीवन में हम सब भाग रहे है अपने जरूरतों को पूरा करने के लिए जैसे धन, ऐश्वर्य, अच्छा खाना, अच्छा रहना आदि. और इसी दौड़ में हम खुद को भूल जाते हैं. हमारे अन्दर ऐसी कुछ आदते बन जाती है जिनसे की हमारा नुक्सान होने लगता है. देर सबेर ऐसी आदतों से अवसाद भी होने लगता है और अनेक स्वास्थ्य समस्याएं पैदा होने लगती है.
आइये जानते हैं ९ ऐसी आदतों के बारे में जिनसे जीवन में समस्या आ सकती है:
- सही समय पर नहीं सोना – आज कल लोगो को रात में मस्ती मजा करने की आदत पड़ गई है जिसके लिए लोग क्लब, होटल आदि में जाते हैं. इसके कारण नींद ख़राब होती है और पूरी भी नहीं हो पाती है. धीरे धीरे ये आदत हमारे स्वास्थ्य पर गलत असर डालती है, दिमाग पूरी तरह से आराम नहीं करने कारण अवसाद ग्रस्त हो सकता है. अतः इस आदत को सुधार के अच्छा जीवन जिया जा सकता है.
- सही समय पर सुबह का नाश्ता नहीं करना – ये देखा गया है की लोग नाश्ते को महत्त्व नहीं देते हैं बस काम के लिए भागते हैं, चलते फिरते ही कुछ खा लेते है. परन्तु यहाँ ये बात ध्यान रखना चाहिए की नाश्ता हमे उर्जा देता है और अगर आप सही नाश्ता नहीं करेंगे तो धीरे धीरे शारीर और दिमाग कमजोर होने लगेगा जिससे परेशानी बढ़ेगी.
- धुम्रपान करना – ये एक हानि कारक आदत है जिसका असर हमारे मन मस्तिष्क और शारीर पर बहुत ख़राब पड़ता है. इससे वायु प्रदुषण भी बढ़ता है. इससे धमनियों में रुकावट पैदा होती है और अन्य बीमारियाँ पैदा होती है जिससे की आगे जाके डिप्रेशन होता है.
- किसी भी काम के लिए गाडी की आदत – आज हम गाडी के आदि होते जा रहे है, घर के बहार से भी कुछ लाना होगा तो चल के नहीं जायेंगे, गाडी लेके जाते हैं. इससे धीरे धीरे हमारा स्टैमिना कम होने लगता है. हम ज्यादा बहरी काम नहीं कर पाते हैं. शारीर में लचीलापन भी कम होने लगता है. अतः रोज कुछ देर पैदल चलने की आदत डालिए. छोटे छोटे कामो के लिए गाड़ी का प्रयोग छोड़िये.
- तार्किक कामो में दिमाग न लगाना – ये भी अवसाद का एक मुख्य कारण है, तार्किक खेलो, कार्यो में दिमाग लगने से उसमे विकास होता है और ऐसे काम करना जिनको पसंद नहीं है वे लोग कमजोर मानसिकता के कारण जल्दी अवसादग्रस्त हो जाते हैं. अतः रोज पहेली सुलझाने की कोशिश करे, तार्किक खेल खेले.
- असामाजिक होना – ये भी एक महत्त्वपूर्ण कारण है अवसाद का, जो लोग एकांत रहते हैं उनमे अवसाद जल्दी पनपता है. अतः अपने दोस्तों, साथियो , परिवार के सदस्यों के साथ बात करिए, मस्ती करिए और अपने मूड को बदलिए.
- फ़ास्ट फ़ूड की आदत होना – फ़ास्ट फ़ूड जिनको जंक फ़ूड भी कहते हैं बहुत हानिकारक होते हैं. इनसे स्वास्थ्य पर गहरा असर होता है. इनसे दिमाग भी धीरे धीरे काम करना बंद करने लगता है, अलास्यता छाने लगती है. और लम्बे समय में अवसाद को जन्म देता है.
- प्राकृतिक वातावरण की कमी – आज कल हम हर सुविधा के लिए मशीनों के आदि होते जा रहे है जैसे कूलर, एसी, आर.ओ. कॉफ़ी मशीन, रोटी मकर आदि. जिसके कारण शारीर को प्राकृतिक तौर पर उर्जा नहीं मिल पाती है. इससे भी धीरे धीरे शारीर कमजोर होने लगता है, अतः प्रकृति के साथ समय बिताइए.
- विडियो गेम या मोबाइल गेम खेलने के आदि होना – आज कल हर कोई मोबाइल में गेम खेलते नजर आता है, बच्चो को मोबाइल गेम या विडियो गेम ही पसंद आते हैं जिससे पूर्ण विकास में बाधा आती है. बाहरी खेल भी जरुरी होता है जिससे मानसिक और शारीरिक विकास होता है.
अतः ऊपर हमने ९ आदते ऐसी देखि जिनसे की स्वास्थ्य ख़राब होता है और धीरे धीरे अवसाद होने लगता है. इन आदतों से सावधान रहिये और अपने और अपनों को बचाइये.
अगर अवसाद से ग्रस्त है आप या आपके परिचित तो उनकी कुंडली भी अवश्य दिखाए ज्योतिष को जिससे की सही ज्योतिषीय उपाय भी किया जा सके.
९ आदते जिनसे अवसाद हो सकता है, डिप्रेशन के लक्षण जानिएजानिए कुछ आदतों को जिनसे स्वास्थय पर ख़राब असर होता है, 9 habits which creates depression.
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