Shree Parmeshwar Stutih(Devdaruvanasth Krutam) Lyrics, Hindi Meaning of Shree Parmeshwar Stutih, शिव स्तुति. “श्री परमेश्वर स्तुतिः (देवदारुवनस्थ मुनि कृतम्)” एक अत्यंत पवित्र और आध्यात्मिक स्तोत्र है, जिसकी रचना देवदारु वन में तपस्या करने वाले मुनि ने भगवान शिव की आराधना स्वरूप की थी। यह स्तुति भगवान परमेश्वर के साक्षात् स्वरूप की भक्ति, ज्ञान और तप की भावना को प्रकट करती है। इसमें शिव के निराकार और साकार दोनों रूपों की प्रशंसा की गई है, जो यह दर्शाती है कि वे सम्पूर्ण सृष्टि के मूल कारण, पालक और संहारकर्ता हैं। इस स्तुति का पाठ साधक के मन को शुद्ध करता है, अहंकार को दूर कर आत्मज्ञान और मोक्ष की ओर अग्रसर करता है। देवदारु वन, जहाँ यह स्तुति उत्पन्न हुई, केवल एक भौगोलिक स्थान नहीं बल्कि तप, वैराग्य और अंतर्मन की शांति का प्रतीक है। यह स्तुति भारतीय आध्यात्मिक परंपरा और शिवभक्ति की अखंड धारा का प्रतिनिधित्व करती है। “श्री परमेश्वर स्तुतिः” का श्रवण या पाठ मन को शांति, शक्ति और दिव्यता से भर देता है, और भक्त को परमात्मा के साथ एकत्व का अनुभव कराता है। इस प्रकार, यह स्तोत्र...
कमजोर सूर्य का प्रभाव जीवन में, कैसे बढ़ाए सूर्य की शक्ति को , क्या नुक्सान होता है सूर्य कमजोर होने से ज्योतिष के हिसाब से, जानिए कुछ ख़ास उपाय अच्छे जीवन के लिए. Kamjor Surya Ka Jivan Par Prabhav Aur Upaay Jyotish Me ग्रहों का शक्तिशाली होना बहुत महत्त्व रखता है कुंडली में. ज्योतिष के हिसाब से अगर किसी की कुंडली में ग्रह शक्तिशाली होते है तो वो जातक सफल जीवन आसानी से जी सकता है. परन्तु कुंडली में ग्रह शुभ हो परन्तु कमजोर हो तो भी जातक को संघर्ष करना होता है. एक अच्छा ज्योतिष कुंडली में सिर्फ ग्रहों की शुभता नहीं देखता है अपितु ग्रहों की शक्ति को भी देखता है और फिर उसके हिसाब से उपाय निकाले जाते है. साधारणतः हम कुंडली में सिर्फ ख़राब ग्रहों के बारे में जानना चाहते हैं परन्तु कमजोर ग्रहों को भी देखना चाहिए. कोई भी जातक कमजोर ग्रहों के कारण भी बहुत संघर्ष करता है. इस ज्योतिषीय लेख में हम जानेंगे कमजोर सूर्य के जीवन पर प्रभाव के बारे में. कैसे प्रभावित करता है कमजोर सूर्य जीवन को, कैसे बढ़ाए सूर्य की शक्ति को, कैसे सूर्य देव की कृपा प्राप्त करे. कौन सा रत्न सू...