Skip to main content

Latest Astrology Updates in Hindi

Shani Vakri Kab Honge

Shani vakri kab honge 2025, वक्री शनि 2025 की तारीख और समय, Shani Vakri 2025 Date and Time, 12 राशियों पर वक्री शनि का क्या असर होगा ? Vakri Shani : वैदिक ज्योतिष के अनुसार कर्मो के फल को देने वाले ग्रह हैं शनिदेव, मेहनत और इमानदारी देने वाले ग्रह है शनि देव | इस समय shani अपनी सम राशि मीन में मौजूद है | Shani Vakri 2025 in July: शनि ग्रह १३ जुलाई को सुबह लगभग 7 बजकर 24 मिनट पर वक्री हो जायेंगे गोचर कुंडली में | वक्री अवस्था में शनि अत्यंत शक्तिशाली हो जाते हैं और इसका असर हमे लोगो के जीवन, राजनीती, मौसम में साफ़ साफ़ दिखने लगता है |  शनि ग्रह 28 नवम्बर २०२५ तक वक्री अवस्था में रहेंगे अतः 5 महीनो में हमे लोगो के जीवन में बहुत अधिक बदलाव देखने को मिलेंगे, कुछ लोग तो बहुत लाभान्वित होंगे तो कुछ लोगो के जीवन में पेशानियाँ बढ़ जायेंगी | शनि देव कर्म फल के दाता है, न्याय के देवता है अतः वक्री अवस्था में ये लोगो को जीवन को बहुत ज्यादा प्रभावित करते हैं |  शनि हमारे जीवन का आत्मनिरीक्षण करने और हमारे वर्तमान और भविष्य के जीवन को बेहतर बनाने के लिए कुछ अच्छे निर्णय लेने में मदद करत...

Paush Amavasya Ka Mahattw In Hindi

पौष अमावस्या का महत्त्व, जानिए पौष अमावस्या में पूजा और व्रत का महत्त्व, क्या करे पोश अमावस्या को सफलता के लिए. 

पौष का महिना बहुत महत्त्व रखता है भारतीय ज्योतिष के हिसाब से क्यूंकि इस महीने में बहुत से महत्ववपूर्ण पूजाएँ होती है. हिन्दू पंचांग के हिसाब से ये महिना दसवां महिना है और इस महीने की जो अमावस्या है वो कहलाती है “पौष अमावस्या”. इस दिन को की जाने वाली पूजाएँ सफलता के रास्ते खोल देती है, पितरो को संतुष्ट करती है, धनागमन के रस्ते खोलती है, जीवन को निष्कंटक बनती है.
paush amavasya ke fayde in hindi jyotish
Paush Amavasya Ka Mahattw In Hindi

अतः अगर कोई जीवन में धन की सुरक्षा चाहते हो, पितृ दोष से मुक्ति चाहते हो, शनि, राहू, केतु , ग्रहण योग के दुष्प्रभाव को कम करना चाहते हो तो उनके लिए पौष अमावस्या बहुत महत्त्व रखती है.

जो लोग पौष अमावस्या को ह्रदय से प्रार्थना , पूजा पाठ करते हैं उनको पितरो का आशीर्वाद प्राप्त होता है , इसमें कोई शक नहीं है. ये अमावस्या सर्दियों में आता है और श्राद्ध और तर्पण करने के लिए एक बहुत ही अच्छा दिन है उन लोगो के लिए जो की ब्रह्मलीन हो चुके हैं.

आइये जानते हैं किस प्रकार की पूजाएँ हो सकती है पौष अमावस्या को :

  1. जो लोग पितृ दोष, कालसर्प दोष, ग्रहण दोष, काले जादू से ग्रस्त है, धन की कमी से जूझ रहे हैं उनके लिए पौष अमावस्या बहुत महत्त्व रखता है और विभिन्न प्रकार के पूजाए करके लाभ पा सकते हैं-
  2. अगर कुंडली में पितृ दोष है तो इस दिन तर्पण और श्राद्ध करना या फिर पितृ शांति यज्ञ करना शुभ होता है.
  3. कुंडली में अगर ग्रहण योग परेशानी पैदा कर रहा हो तो पौष अमावस को ग्रहण शांति पूजा भी की जा सकती है.
  4. अगर को काले जादू के प्रभाव में हो तो इसे हटाने के लिए भी इस दिन पूजाए शुभ मानी जाती है.
  5. अगर कोई आर्थिक तंगी से जूझ रहा हो तो इस दिन महालक्ष्मी की पूजा भी कर सकते हैं.
  6. शिव पूजा तो सभी के लिए इस दिन शुभ रहता है.

आइये अब जानते हैं कुछ ऐसे उपाय जो घर में कोई भी आसानी से कर सकता है :

  • पितृ दोष को कम करने के लिए और उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए पौष अमावस्या को केसर की धूप पितरो के नाम से पुरे घर में दीजिये.
  • श्री गणेश का अभिषेक दूर्वा घास से करे उनके मंत्रो का जप करते हुए, इससे बहुत सी बाधायें नष्ट हो जाती है.
  • अपने घर, ऑफिस की कोने कोने से सफाई करे और पवित्र जल का छिडकाव करे साथ ही गूगल या सम्ब्रानी धुप दीजिये सब तरफ.
  • आप शिव मंत्रो का जप करते हुए शिवलिंग का अभिषेक भी कर सकते हैं जल से, दूध से, पंचामृत से सुखी और संपन्न जीवन के लिए.
  • जरुरतमंदो की मदद करे कपडे, भोजन, धन आदि से इस दिन और पुण्य अर्जित करे.
  • जानवरों के पीने के लिए जल का इन्तेजाम
  • अगर कोई काले जादू से परेशान है तो उन्हें निम्बू से उतरा करना चाहिए साथ ही निम्बुओ की माला बना के महाकाली को अर्पित करना चाहिए और एक दीपक भी जलाना चाहिए, साथ ही सुरक्षा के लिए प्रार्थना करना चाहिए.
अतः अगर आप अच्छा भाग्य चाहते हैं, शुभ शक्तियों का आशीर्वाद चाहते हैं, संपन्न जीवन चाहते हैं तो पौष अमावस्या में पूजा पाठ जरुर करे अपनी क्षमता के अनुसार.



और सम्बंधित लेख पढ़े :
सोमवती अमावस्या का महत्त्व
पितृ मोक्ष अमावस्या का महत्त्व
हरियाली अमावस्या का महत्त्व
mauni amavasya ka mahattw hindi mai


पौष अमावस्या का महत्त्व, जानिए पौष अमावस्या में पूजा और व्रत का महत्त्व, क्या करे पोश अमावस्या को सफलता के लिए.

Comments

Popular posts from this blog

Kuldevi Strotram Lyrics

Kuldevi Strotram Lyrics, कुलदेवी स्त्रोत्रम पाठ के फायदे, कुलदेवी का आशीर्वाद कैसे प्राप्त करें, कुलदेवी को प्रसन्न करने का शक्तिशाली उपाय | हिन्दुओं में कुलदेवी या कुलदेवता किसी भी परिवार के मुख्य देवी या देवता के रूप में पूजे जाते हैं और ये उस परिवार के मुख्य रक्षक भी होते हैं | किसी भी विशेष कार्य को करने से पहले कुलदेवी या कुलदेवता को पूजने की मान्यता है |  आज के समय में बहुत से परिवारों को उनके कुलदेवी या कुलदेवता का पता नहीं होता है अतः ऐसे में चिंता की बात नहीं है| कुलदेवी स्त्रोत्रम का पाठ करके और सुनके हम अपने कुलदेवी की कृपा प्राप्त कर सकते हैं |  Kuldevi Strotram Lyrics सुनिए YouTube में कुलदेवी स्त्रोत्रम  Lyrics of Kuldevi Strotram:  ॐ नमस्ते श्री  शिवाय  कुलाराध्या कुलेश्वरी।   कुलसंरक्षणी माता कौलिक ज्ञान प्रकाशीनी।।1   वन्दे श्री कुल पूज्या त्वाम् कुलाम्बा कुलरक्षिणी।   वेदमाता जगन्माता लोक माता हितैषिणी।।2   आदि शक्ति समुद्भूता त्वया ही कुल स्वामिनी।   विश्ववंद्यां महाघोरां त्राहिमाम् शरणागत:।।3   त्रैलोक...

Bank Account kab khole jyotish anusar

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बैंक खाता कब खोलें, बैंक खाता खोलने के लिए सबसे अच्छा दिन चुनकर सौभाग्य कैसे बढ़ाएं,  when to open bank account as per astrology ,  ज्योतिष के अनुसार बैंक खाता खोलने का शुभ दिन, नक्षत्र और समय, ज्योतिष के अनुसार बचत कैसे बढ़ाएं? बैंक खाता खोलने का निर्णय एक बहुत ही महत्वपूर्ण निर्णय है और इसलिए इसे खोलने के लिए सबसे अच्छा दिन, सर्वश्रेष्ठ नक्षत्र, सर्वश्रेष्ठ महुरत चुनना अच्छा होता है । शुभ समय पर खोला गया बैंक खाता व्यक्ति को आसानी से संपन्न बना देता है |  बिना प्रयास के सफलता नहीं मिलती है अतः अगर हमे सफल होना है ,धनाढ्य बनना है, अमीर बनना है तो हमे सभी तरफ से प्रयास करना होगा, हमे स्मार्ट तरीके से काम करना होगा |  प्रत्येक व्यवसाय या कार्य में बैंक खाता आवश्यक है। चाहे आप एक कर्मचारी या उद्यमी हों चाहे आप एक व्यवसायी हों या एक गैर-कामकाजी व्यक्ति, बैंक खाता आमतौर पर हर एक के पास होता है। बैंक खाता हर एक के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि हम इस पर अपनी बचत रखते हैं, यह इसीलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि प्रत्येक लेनदेन बैंक खाते के माध्यम...

Mahakal Kawacham || महाकाल कवच

महाकाल कवच के बोल, महाकाल कवचम के क्या फायदे हैं। Mahakal Kavacham || Mahakaal Kavach || महाकाल कवच || इस लेख में अति गोपनीय, दुर्लभ, शक्तिशाली कवच के बारे में बता रहे हैं जिसे की विश्वमंगल कवच भी कहते हैं। कवच शब्द का शाब्दिक अर्थ है सुरक्षा करने वाला | जिस प्रकार एक योद्धा युद्ध में जाने से पहले ढाल या कवच धारण करता है, उसी प्रकार रोज हमारे जीवन में नकारात्मक्क शक्तियों से सुरक्षा के लिए महाकाल कवच ढाल बना देता है | जब भी कवच का पाठ किया जाता है तो देविक शक्ति दिन भर हमारी रक्षा करती है |  कवच के पाठ करने वाले को अनैतिक कार्यो से बचना चाहिए, मांसाहार नहीं करना चाहिए, किसी भी प्रकार की हिंसा नहीं करना चाहिए | Mahakal Kavach का विवरण रुद्रयामल तंत्र में दिया गया है और ये अमोघ रक्षा कवच है | Mahakal Kawacham || महाकाल कवच  किसी भी प्रकार के रोग, शोक, परेशानी आदि से छुटकारा दिला सकता है महाकाल कवच का पाठ | इस शक्तिशाली कवच के पाठ से हम बुरी शक्तीयो से बच सकते हैं, भूत बाधा, प्रेत बाधा आदि से बच सकते हैं | बच्चे, बूढ़े, जवान सभी के लिए ये एक बहुत ही फायदेमंद है | बाबा महाकाल ...