Skip to main content

Hindi Jyotish Website

Hindi astrology services || jyotish website in hindi|| Kundli reading || Birth Chart Calculation || Pitru Dosha Remedies || Love Life Reading || Solution of Health Issues in jyotish || Career Reading || Kalsarp Dosha Analysis and remedies || Grahan Dosha solutions || black magic analysis and solutions || Best Gems Stone Suggestions || Kala Jadu|| Rashifal || Predictions || Best astrologer || vedic jyotish || Online jyotish || Phone jyotish ||Janm Kundli || Dainik Rashifal || Saptahik Rashifal || love rashifal

Hartalika Teej Ka Mahattwa In Hindi

हरतालिका तीज का त्यौहार कब है २०२२ में , तीज पूजा का असान तरीका, hartalika teej significance in hindi, क्या फायदे है हरतालिका तीज का , हरतालिका व्रत और कथा, क्या करे मनोकामना पूर्ण करने के लिए हरतालिका तीज को, 30 august ko graho ki sthiti kaisi rahegi.

भारत में भाद्रपद महीने के तृतीय तिथि को एक और महत्त्वपूर्ण त्यौहार मनाया जाता है जिसे हरतालिका तीज कहते है. ये त्यौहार कुंवारी और शादीसुदा महिलाए दोनों के लिए महत्त्व रखता है. कुंवारी कन्याएं और शादी सुदा महिलायें इस त्यौहार को बहुत ही उत्साह से मनाती है. 

hartalika teej vrat katha in hindi, hartalika teej 2022 vidhi, hartalika teej katha in hindi, hartalika teej 2022 muhurat, hartalika teej puja vidhi,
Hartalika Teej Ka Mahattwa In Hindi

Haritalika Teej 2022 Mahurat: 

हिन्दू पंचांग अनुसार हरतालिका तीज भाद्रपद शुक्लपक्ष की तृतीया तिथि को आती है | सन 2022 में हरतालिका तीज 30 अगस्त २०२२ , दिन मंगलवार को मनेगा | इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखकर अपने पति की लम्बी आयु होने, उनके सुखी जीवन और आरोग्यता के लिए व्रत रखती हैं.

2022 हरतालिका तीज व्रत: शुभ मुहूर्त:

पंचांग के अनुसार, भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 29 अगस्त दिन सोमवार को दिन में 3:23 पर शुरू होगी और 30 अगस्त २०२२ को दिन में 3:34 तक रहेगी |


ऐसी मान्यता है की इस पूजा को करने से परिवार में सुख और सम्पन्नता आती है, शादी शुदा महिलाए अपने पति की लम्बी उम्र के लिए ये पूजा करती है. कुंवारी कन्या मनपसंद पति के लिए ये पूजा करती है. इस पूजा में देवी पार्वती के साथ शिवजी की पूजा होती है.

हरतालिका तीज का व्रत बहुत कठिन होता है क्यूंकि इस दिन जल और अन्न दोनों ही मना रहता है, इस दिन धैर्य और शक्ति की परीक्षा होती है. जो महिलायें और कन्याएं ये उपवास करती है वो महान है और शक्तिशाली है. पूरी रात महिलायें और कन्याएं पूजा पाठ में ही समय बिताती है, मंत्र जप करती है, भजन करती है, कहानी सुनती है. पति भी अपनी पत्नी की सहायता करते हैं पूजा की तैयारी में.

क्या आप जानते हैं की हरतालिका के बाद गणेश चतुर्थी आती है.

कुछ राज्यों में लोग शिव और पार्वती जी की शोभायात्रा भी निकलते हैं , भक्त गण भजन कीर्तन करते, नाचते-गाते चलते हैं. धार्मिक नगरियों जैसे उज्जैन, महेश्वर, ओम्कारेश्वर, आदि में तो वातावरण ही बदल जाता है, हर तरफ शिव मंत्रो और भजन सुनाई देते हैं.

काफी उत्साह नजर आता है भक्तो में इस पूजा को लेके, बाजार में नै रौनक आ जाती है. 

hartalika teej vrat katha in hindi, hartalika teej 2022 vidhi, hartalika teej katha in hindi, hartalika teej 2022 muhurat, hartalika teej puja vidhi, hartalika teej 2022 samagri list.

आइये जानते हैं हरतालिका तीज सामग्री की लिस्ट :

  • भगवान शिव, माता पार्वती और गणेश जी बनाने के लिए काली मिट्टी|
  • पूजा की चौकी
  • पीला वस्त्र
  • केला के पत्ते
  • जनेऊ
  • कच्चा सूत
  • नए वस्त्र
  • बेलपत्र, धतूरा, भांग, शमी पत्र, 
  • एक जोड़ी जनेऊ/यज्ञोपवीत भगवन शिव और गणेश जी के लिए 
  • मां पार्वती के लिए एक हरी साड़ी
  • सुहाग /श्रृंगार का सामान
  • कलश, अक्षत्, दूर्वा, तेल, घी, कपूर, अबीर, श्रीफल, चंदन, गाय का दूध, गंगाजल, दही, चीनी, शहद और पंचामृत चीजें भी हरियाली व्रत पूजा के लिए चाहिए.

आइये जानते हैं तीज पूजा कैसे की जाती है :

माँ पार्वती जो की महिलाओं और कन्याओं के लिए एक आदर्श है क्यूंकि उन्होंने बरसो तक तपस्या करके भागवान शिव को पाया. उन्होंने ये बता दिया की तपस्या द्वारा कुछ भी पाया जा सकता है.

क्या आप जानते हैं की हरतालिका के १ दिन बाद ऋषि पंचमी आती है?

इसी कारण भक्त भी पूजा पाठ द्वारा मनोकामना पूर्ण करना चाहते हैं. पूरी रात्रि को महिलाए और कन्याएं मंदिर में एकत्रित होती हैं या फिर किसी एक जगह एकत्रित होते हैं, विशेष व्यवस्थाएं की जाती है पूजा के लिए और कुछ कुछ अंतराल में पूजाएँ की जाती है. तीज की कथा भी ब्राह्मण द्वारा या फिर किसी भक्त के द्वारा पढ़ी जाती है और सब सुनते हैं. पूरी रात दीप दान किया जाता है. फूल, फल, भोग द्वारा माताजी और शिवजी की कृपा प्राप्त करने के लिए चढ़ाएं जाते हैं.

एक और महत्त्वपूर्ण बात ये है की इस रात्रि शिवलिंग मिटटी से बनाए जाते हैं और और सुबह उन्हें पूजन के बाद विसर्जित कर दिया जाता है. 

आइये जानते हैं हरतालिका तीज पूजा के फायदे:

  • इस पूजा के द्वारा मनचाहा साथी मिल सकता है. 
  • तीज पूजा के द्वारा गंभीर बीमारियों से छुटकारा मिल सकता है. 
  • इस पूजा के द्वारा सम्पन्नता को लाया जा सकता है. 
  • जाने अनजाने किये पाप से छुटकारा मिल सकता है. 
  • लड़कियां कुंडली के दोषों से मुक्त हो सकती है.
अतः इस पूजा को करके सुखी और अच्छा जीवन जिया जा सकता है.


मां पार्वती को प्रसन्न करने के मंत्र:
ॐ शक्तये नमः, ॐ उमाये नमः , ॐ पार्वत्ये नमः |


भगवान शिव को प्रसन्न करने के मंत्र: ॐ शिवाये नमः, ॐ उमापतये नमः, ॐ हराय नमः

 

आइये जानते हैं 30 अगस्त , मंगलवार को, तीज के दिन ग्रहों की स्थिति कैसी रहेगी ?

  • hartalika teej ke din सूर्य, चन्द्रमा, बुध,गुरु, शनि और केतु शुभ के रहेंगे गोचर कुंडली में जो की बहुत ही अच्छा रहेगा |
  • इसी के साथ बुध और चन्द्रमा की युति रहेगी जिससे महिलायें अपनी पती के लम्बी आयु के लिए सफलतापूर्वक पूजाए कर सकती है |
तो देखा जाए तो 6 ग्रहों की सकारात्मक शक्ति भक्तो को प्राप्त होगी जिसके कारण 2022 की हरतालिका तीज की पूजा मनोकामनाओ को पूरा करने में बहुत सहायक होगी |
 
हरतालिका तीज का त्यौहार कब है २०२२ में , तीज पूजा का असान तरीका, hartalika teej significance in hindi, क्या फायदे है हरतालिका तीज का , हरतालिका व्रत और कथा, क्या करे मनोकामना पूर्ण करने के लिए हरतालिका तीज को, 30 august ko graho ki sthiti kaisi rahegi.
30 agusut ko graho ki sthiti kaisi rahegihartalika teej vrat katha in hindi, hartalika teej 2022 vidhi, hartalika teej katha in hindi, hartalika teej 2022 muhurat, hartalika teej puja vidhi, hartalika teej 2022samagri list.

Comments

Popular posts from this blog

om kleem krishnaay namah mantra ka mahattw

om kleem krishnaya namah benefits in hindi, ॐ क्लीं कृष्णाय नमः मंत्र के लाभ और अर्थ, ॐ क्लीं नमः का जाप कैसे करे, क्लीं बीज का रहस्य वशीकरण मंत्र ॐ क्लीं कृष्णाय नमः का रहस्य.  क्लीं बीज मंत्र काली देवी से संबंधित है और बहुत शक्तिशाली है। इस मंत्र के जाप से एक दिव्य आभा और आकर्षण शक्ति विकसित होती है जो दैवीय ऊर्जाओं के साथ-साथ भौतिक सुखों को आकर्षित करने में मदद करती है।  श्री कृष्ण भगवान विष्णु के अवतार हैं और महान व्यक्तित्व, प्रेम, ज्ञान और बुद्धि के प्रतीक हैं। om kleem krishnaay namah mantra ka mahattw " ॐ क्लीं कृष्णाय नमः " एक अद्भुत मंत्र है जो जप करने वाले को सब कुछ प्रदान करने में सक्षम है और इसलिए भक्तों द्वारा दशकों से इसका उपयोग किया जाता रहा है। यह मंत्र देवी दुर्गा के साथ-साथ कृष्ण की भी शक्ति रखता है और इसलिए यह उन सभी के लिए एक दिव्य मंत्र है जो जीवन में जल्द ही सफलता चाहते हैं। "ॐ क्लीं कृष्णाय नमः" एक शक्तिशाली मंत्र है जो आंतरिक आध्यात्मिक ऊर्जा का आह्वान करता है जिसका लगातार जप किया जाता है इसलिए जो लोग आध्यात्मिक विकास चाहते हैं उनके लिए

Suar Ke Daant Ke Totke

Jyotish Me Suar Ke Daant Ka Prayog , pig teeth locket benefits, Kaise banate hai suar ke daant ka tabij, क्या सूअर के दांत का प्रयोग अंधविश्वास है. सूअर को साधारणतः हीन दृष्टि से देखा जाता है परन्तु यही सूअर पूजनीय भी है क्यूंकि भगवान् विष्णु ने वराह रूप में सूअर के रूप में अवतार लिया था और धरती को पाताल लोक से निकाला था. और वैसे भी किसी जीव से घृणा करना इश्वर का अपमान है , हर कृति इस विश्व में भगवान् की रचना है. Suar Ke Daant Ke Totke सूअर दांत के प्रयोग के बारे में आगे बताने से पहले कुछ महत्त्वपूर्ण बाते जानना चाहिए : इस प्रयोग में सिर्फ जंगली सूअर के दांत का प्रयोग होता है. किसी सूअर को जबरदस्त मार के प्रयोग में लाया गया दांत काम नहीं आता है अतः किसी भी प्रकार के हिंसा से बचे और दुसरो को भी सचेत करे. वैदिक ज्योतिष में सूअर के दांत के प्रयोग के बारे में उल्लेख नहीं मिलता है. इसका सूअर के दांत के प्रयोग को महुरत देख के ही करना चाहिए. कई लोगो का मनना है की सुकर दन्त का प्रयोग अंधविश्वास है परन्तु प्रयोग करके इसे जांचा जा सकता है , ऐसे अनेको लोग है जो अपने बच्चो

84 Mahadev Mandir Ke Naam In Ujjain In Hindi

उज्जैन मंदिरों का शहर है इसिलिये अध्यात्मिक और धार्मिक महत्त्व रखता है विश्व मे. इस महाकाल की नगरी मे ८४ महादेवो के मंदिर भी मौजूद है और विशेष समय जैसे पंचक्रोशी और श्रवण महीने मे भक्तगण इन मंदिरों मे पूजा अर्चना करते हैं अपनी मनोकामना को पूरा करने के लिए. इस लेख मे उज्जैन के ८४ महादेवो के मंदिरों की जानकारी दी जा रही है जो निश्चित ही भक्तो और जिज्ञासुओं के लिए महत्त्व रखती है.  84 Mahadev Mandir Ke Naam In Ujjain In Hindi आइये जानते हैं उज्जैन के ८४ महादेवो के मंदिरों के नाम हिंदी मे : श्री अगस्तेश्वर महादेव मंदिर - संतोषी माता मंदिर के प्रांगण मे. श्री गुहेश्वर महादेव मंदिर- राम घाट मे धर्मराज जी के मंदिर मे के पास. श्री ढून्देश्वर महादेव - राम घाट मे. श्री अनादी कल्पेश्वर महादेव- जूना महाकाल मंदिर के पास श्री दम्रुकेश्वर महादेव -राम सीढ़ियों के पास , रामघाट पे श्री स्वर्ण ज्वालेश्वर मंदिर -धुंधेश्वर महादेव के ऊपर, रामघाट पर. श्री त्रिविश्तेश्वर महादेव - महाकाल सभा मंडप के पास. श्री कपालेश्वर महादेव बड़े पुल के घाटी पर. श्री स्वर्न्द्वार्पलेश्वर मंदिर- गढ़ापुलिया