surya grahan Date and time, 21 september 2025 surya grahan, कहाँ कहाँ दिखेगा सूर्य ग्रहण, जानिए ज्योतिषीय प्रभाव,surya grahan ke upay. Surya Grahan September 2025: इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 21 सितंबर को लगेगा इस दिन सर्वपितृ अमावस्या भी है । यह आंशिक सूर्यग्रहण कुछ खास देशों में ही दिखाई देगा। भारत में ये सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा इसीलिए यहाँ सूतक मान्य नहीं होगा. 21 सितंबर के सूर्य ग्रहण के दौरान चंद्रमा सूर्य को आंशिक रूप से ढक लेगा। ज्योतिष के अनुसार सूर्य ग्रहण का समय किसी भी प्रकार की साधना के लिए सबसे श्रेष्ठ समय होता है अतः जो लोग मंत्र साधना, तंत्र साधना, कुंडलिनी साधना करते हैं उनके लिए सिद्धि प्राप्त करने का सुनहरा अवसर होगा | कब लगता है सूर्य ग्रहण ? जब पृथ्वी और सूर्य के बीच में चंद्रमा आ जाता है तब सूर्य का प्रकाश कुछ समय के लिए पृथ्वी पर नहीं पंहुच पाता है धरती पर अँधेरा छा जाता है | इसी को कहते हैं सूर्य ग्रहण | Surya Grahan 2025 Suraya grahan Mai Kya kare Jyotish Anusar क्या 21 September का सूर्य ग्रहण भा...
मुलेठी क्या है, इसके फायदे क्या है, कैसे प्रयोग करे और क्या सावधानियां हो सकती है मुलेठी के उपयोग के दौरान.
मुलेठी हर जगह आसानी से पंसारी के दूकान पे उपलब्ध होने वाली वस्तु है. इसका प्रयोग वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति मे बहुत होता है और घरो मे भी लोग इसका प्रयोग आसानी से कर लेते हैं.
मुलेठी एक जड़ है जो की प्राकृतिक तौर पर मिठास लिए होती है. अंग्रेजी मे इसे licorice कहते हैं और पेट रोग, श्वास रोग, अलसर, त्वचा रोग आदि मे इसका प्रयोग होता है.
मुलेठी एक जड़ है जो की प्राकृतिक तौर पर मिठास लिए होती है. अंग्रेजी मे इसे licorice कहते हैं और पेट रोग, श्वास रोग, अलसर, त्वचा रोग आदि मे इसका प्रयोग होता है.
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Mulethi Ke Fayde In Hindi मुलेठी के फायदे |
आइये जानते है मुलेठी के कुछ प्रयोग:
- ये वैकल्पिक औषधि के रूप मे प्रयोग होती है.
- मुलेठी पेट के अन्दर के घावों को भी ठीक करने मे मदद करता है अगर किसी विशेषज्ञ के मार्गदर्शन मे लिया जाए.
- गैस्ट्रिक अल्सर और छोटी आंत के अलसर को ठीक करने मे भी इसका स्तेमाल होता है.
- सर्दी खांसी मे भी इसका स्तेमाल किया जाता है घरेलु इलाज के रूप मे.
- ज्यादा खांसी होने पर मुलेठी के चूर्ण को शहद मे मिला के चाटा जाता है. इसके टुकड़े को भी लेके चूसा जा सकता है.
- त्वचा समस्या समाधान मे भी इसका प्रयोग होता है.
- श्वास सम्बन्धी समस्याओं को दूर करने के लिए भी इसका प्रयोग बहुत अच्छा होता है.
- अपच समस्या को दूर करने मे भी इसका प्रयोग होता है.
आइये अब जानते हैं मुलेठी के प्रयोग मे क्या सावधानियां रखना चाहिए:
मुलेठी क्या है, इसके फायदे क्या है, कैसे प्रयोग करे और क्या सावधानियां हो सकती है मुलेठी के उपयोग के दौरान.हालांकि इसका प्रयोग देशी इलाज के तौर पर किया जाता है फिर भी कुछ सावधानियां रखना अच्छा होता है.
- शोध बताते है की इसके ज्यादा स्तेमाल से सेक्स की शक्ति घटती है अतः ध्यान रखना चाहिए.
- मुलेठी का ज्यादा स्तेमाल किडनी पर भी दुष्प्रभाव डाल सकता है.
- अगर किसी को ब्लड प्रेशर की समस्या हो तो उसे भी मुलेठी का स्तेमाल नहीं करना चाहिए या फिर चिकित्सक के मार्गदर्शन मे ही करे.
- जिन महिलाओं ने गर्भ धारण किया हो उनको भी इसका स्तेमाल नहीं करना चाहिए.
- ह्रदय सम्बंधित रोग से कोई ग्रस्त हो तो भी मुलेठी का स्तेमाल पूछ कर ही करना चाहिए.
अतः मुलेठी एक आसान उपाय है कई रोगों के लिए और घरेलु इलाज के तौर पर इसका स्तेमाल आसानी से किया जा सकता है.
मुलेठी क्या है, इसके फायदे क्या है, कैसे प्रयोग करे और क्या सावधानियां हो सकती है मुलेठी के उपयोग के दौरान.
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