RinHarta Ganesh Stotra With Lyrics And Hindi Meaning, ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र | तुरंत फल देने वाला ऋण हर्ता गणेश स्त्रोत्रम. RinHarta Ganesh Stotra: यह स्तोत्र भगवान गणेश के उस दिव्य रूप का स्मरण कराता है जो भक्तों के जीवन से ऋण, बाधाएँ, कष्ट और आर्थिक तंगी जैसी समस्याओं को दूर करने वाला माना जाता है। नियमित रूप से श्रद्धा और शुद्ध भाव से इसका पाठ करने से मन में आत्मविश्वास बढ़ता है, नकारात्मकता दूर होती है और जीवन में स्थिरता तथा समृद्धि का मार्ग खुलता है। यह स्तोत्र मानसिक शांति प्रदान करता है और व्यक्ति को अपने कार्यों में सफल होने की प्रेरणा देता है। मान्यता है कि भगवान गणेश की कृपा से असमर्थता दूर होकर जीवन में उन्नति और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। साधक हर प्रकार के ऋण, दुःख और दरिद्रता से मुक्ति पाता है. RinHarta Ganesh Stotra With Lyrics And Hindi Meaning सुनिए YouTube में Lyrics Of RinHarta Ganesh Strotram : विनियोगः ॐ अस्य श्रीऋण-हरण-कर्तृ-गणपति-मन्त्रस्य सदा-शिव ऋषिः, अनुष्टुप छन्दः, श्रीऋण-हर्ता गणपति देवता, ग्लौं बीजं, गं शक्तिः, गों कीलकं, मम सकल...
मुलेठी क्या है, इसके फायदे क्या है, कैसे प्रयोग करे और क्या सावधानियां हो सकती है मुलेठी के उपयोग के दौरान.
मुलेठी हर जगह आसानी से पंसारी के दूकान पे उपलब्ध होने वाली वस्तु है. इसका प्रयोग वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति मे बहुत होता है और घरो मे भी लोग इसका प्रयोग आसानी से कर लेते हैं.
मुलेठी एक जड़ है जो की प्राकृतिक तौर पर मिठास लिए होती है. अंग्रेजी मे इसे licorice कहते हैं और पेट रोग, श्वास रोग, अलसर, त्वचा रोग आदि मे इसका प्रयोग होता है.
मुलेठी एक जड़ है जो की प्राकृतिक तौर पर मिठास लिए होती है. अंग्रेजी मे इसे licorice कहते हैं और पेट रोग, श्वास रोग, अलसर, त्वचा रोग आदि मे इसका प्रयोग होता है.
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| Mulethi Ke Fayde In Hindi मुलेठी के फायदे |
आइये जानते है मुलेठी के कुछ प्रयोग:
- ये वैकल्पिक औषधि के रूप मे प्रयोग होती है.
- मुलेठी पेट के अन्दर के घावों को भी ठीक करने मे मदद करता है अगर किसी विशेषज्ञ के मार्गदर्शन मे लिया जाए.
- गैस्ट्रिक अल्सर और छोटी आंत के अलसर को ठीक करने मे भी इसका स्तेमाल होता है.
- सर्दी खांसी मे भी इसका स्तेमाल किया जाता है घरेलु इलाज के रूप मे.
- ज्यादा खांसी होने पर मुलेठी के चूर्ण को शहद मे मिला के चाटा जाता है. इसके टुकड़े को भी लेके चूसा जा सकता है.
- त्वचा समस्या समाधान मे भी इसका प्रयोग होता है.
- श्वास सम्बन्धी समस्याओं को दूर करने के लिए भी इसका प्रयोग बहुत अच्छा होता है.
- अपच समस्या को दूर करने मे भी इसका प्रयोग होता है.
आइये अब जानते हैं मुलेठी के प्रयोग मे क्या सावधानियां रखना चाहिए:
मुलेठी क्या है, इसके फायदे क्या है, कैसे प्रयोग करे और क्या सावधानियां हो सकती है मुलेठी के उपयोग के दौरान.हालांकि इसका प्रयोग देशी इलाज के तौर पर किया जाता है फिर भी कुछ सावधानियां रखना अच्छा होता है.
- शोध बताते है की इसके ज्यादा स्तेमाल से सेक्स की शक्ति घटती है अतः ध्यान रखना चाहिए.
- मुलेठी का ज्यादा स्तेमाल किडनी पर भी दुष्प्रभाव डाल सकता है.
- अगर किसी को ब्लड प्रेशर की समस्या हो तो उसे भी मुलेठी का स्तेमाल नहीं करना चाहिए या फिर चिकित्सक के मार्गदर्शन मे ही करे.
- जिन महिलाओं ने गर्भ धारण किया हो उनको भी इसका स्तेमाल नहीं करना चाहिए.
- ह्रदय सम्बंधित रोग से कोई ग्रस्त हो तो भी मुलेठी का स्तेमाल पूछ कर ही करना चाहिए.
अतः मुलेठी एक आसान उपाय है कई रोगों के लिए और घरेलु इलाज के तौर पर इसका स्तेमाल आसानी से किया जा सकता है.
मुलेठी क्या है, इसके फायदे क्या है, कैसे प्रयोग करे और क्या सावधानियां हो सकती है मुलेठी के उपयोग के दौरान.

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