Kundli Ke Pahle Ghar Mai Shani Ka Fal, लग्न में शनि का प्रभाव, कुंडली के पहले भाव में शनि का फल, लग्न में शनि के उपाय, Saturn in 1st house. जन्म कुंडली में पहला घर जिसे की लग्न भी कहा जाता है बहुत महत्त्वपूर्ण होता है क्यूंकि इसका सम्बन्ध हमारे मस्तिष्क से होता है और इसीलिए हमारे निर्णय लेने की क्षमता को प्रभावित करता है, लग्न में मौजूद ग्रह और राशि का बहुत गहरा प्रभाव जातक पर रहता है जीवन भर | Kundli Ke Pahle Ghar Mai Shani Ka Fal Read in English - Saturn in First House Impacts अब आइये जानते हैं शनि ग्रह के बारे में कुछ ख़ास बातें ज्योतिष के अनुसार : हमारे कर्मो के फल को देने वाले ग्रह हैं शनिदेव इसीलिए इन्हें न्याय के साथ जोड़ा जाता है | वैदिक ज्योतिष के अनुसार शनि का सम्बन्ध मेहनत, अनुशाशन, गंभीरता, जिम्मेदारी, स्वाभिमान, दुःख, अहंकार, देरी, भूमि, रोग आदि से होता है | शनि ग्रह मेष राशि में नीच के होते हैं और तुला राशि में उच्च के होते हैं | शनि ग्रह की मित्र राशियाँ हैं – वृषभ, मिथुन और कन्या| शनि ग्रह की शत्रु राशियाँ है – कर्क, सिंह और वृश्चिक| Watch Video Here शनि की दृष्
अंक 4 का रहस्य, अंक चार वाले व्यक्तियों के गुण, अंक 4 के रत्न और धातु, ज्योतिष द्वारा समाधान, number 4 astrology in Hindi, characteristics of Number 4.
अंक ज्योतिष में अगर हम किसी रहस्यमयी अंक के बारे में बात करे तो वो अंक है 4. चार अंक का स्वामी ग्रह है राहू जिसे इंग्लिश में हम युरेनस भी कहते हैं.
अंक ज्योतिष में अगर हम किसी रहस्यमयी अंक के बारे में बात करे तो वो अंक है 4. चार अंक का स्वामी ग्रह है राहू जिसे इंग्लिश में हम युरेनस भी कहते हैं.
अंक 4 में हम उन लोगो को लेते हैं जिनका जन्म महीने के 4, 13, 22 , 31 तारीख को हुआ हो.
- इनका दिमाग बहुत ही तार्किक होता है जिसके कारण बहस में इनसे जीतना संभव नहीं होता है. ऐसा भी देखा गया है की राहू के कारण ऐसे लोग परा विज्ञान के क्षेत्र में भी खोजबीन करते रहते हैं.
- तंत्र, मंत्र , यन्त्र आदि में भी इनकी रूचि होती है और ये सफल भी होते हैं. किसी भी चीज के बारे में कुछ अलग हट के सोचना इन लोगो का स्वभाव होता है जिसके कारण इनके शत्रु कब कौन बन जाता है ये पता ही नहीं चलता.
- अपने वृहद् सोच के कारण ऐसे लोग समाज में क्रान्ति लाने में भी आगे रहते हैं. ये लकीर के फकीर नहीं होते हैं. किसी भी घटना के पीछे क्या है, इसे ये लोग भली प्रकार से समझ सकते हैं.
- ऐसे लोग थोड़े वैरागी भी होते हैं और वर्तमान में भरोसा रखते हैं.
- ये किसी से ज्यादा अपेक्षा नहीं रखते हैं परन्तु भवुक होते हैं जिसके कारण इनको बुरा भी जल्दी लगता है. इनको अकेला रहना भी पसंद है. ये अपनी ही दुनिया में मस्त रहना जानते हैं और इनको वो पसंद भी है.
- हल्का नीला रंग इनके लिए शुभ है, धातु में पञ्च धातु और रत्नों में गोमेद इनके लिए शुभ है. नीलम भी इनको अच्छा फल देता है. परन्तु रत्न धारण करने से पहले जन्म पत्रिका अवश्य दिखा लेना चाहिए |
- राहू अगर कुंडली में शुभ हो तो ऐसा व्यक्ति निश्चित ही जीवन में सफल होता है और अलग हटके नाम करता है वही दूसरी और राहू के खराब होने पर आपको कई प्रकार के भयानक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में अच्छे ज्योतिष द्वारा समाधान जरुरी होता है.
- अगर कुंडली में राहू की स्थिति बहुत अच्छी हो और जातक का मूलांक भी ४ हो तो ऐसे जातक राजा जैसे जीवन जीते हैं |
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