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Latest Astrology Updates in Hindi

Budh Ka Vrishcik Raashi mai gochar kab hoga

Budh grah ka vrischik rashi mai gochar kab hoga October 2025, जनिये राशिफल, वृश्चिक राशि में बुध का प्रभाव 2025, Budh ka gochar October. Budh Gochar Vrischik Rashi Mai: बुध 24 अक्टूबर 2025 को दिन में लगभग 12:24  पे वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे | वैदिक ज्योतिष के हिसाब से बुध का सम्बन्ध बुद्धि, एकाग्रता, वाणी, त्वचा, सौंदर्य,  मित्र, बोलने-सुनने की शक्ति, सुगंध आदि से होता है | यहाँ विशेष बात जो ध्यान रखने वाली है वो ये की वृश्चिक रहस्यमय राशि है | वृश्चिक राशि अपने भावुक, चुंबकीय और अक्सर रहस्यमय स्वभाव के लिए जानी जाती है। यह गहराई, तीव्रता और परिवर्तन से जुड़ी राशि है। अतः बुध का ये गोचर जीवन को गहराई से समझने और छिपी हुई सच्चाइयों को उजागर करने की हमारी क्षमता को बढ़ा सकता है। वृश्चिक राशि में बुध खोजी बातचीत, मनोवैज्ञानिक अंतर्दृष्टि और दिखावे के पीछे छिपे सत्य को पहचानने की गहरी नज़र को प्रोत्साहित करता है। कुछ लोगों के संचार शैली का विकास होगा, कुछ लोगों के अन्दर ईर्ष्या की भावना का विकास होगा, कुछ लोग अंतर्ज्ञान की खोज में लग जायेंगे, कुछ लोग आत्म निरिक्षण में लग...
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Mangal Ka Vrischik Rashi Mai Gochar Ka 12 Rashiyo Par Prabhav

Mangal Ka Vrischik Rashi Mai Gochar Ka 12 Rashiyo Par Prabhav, वृश्चिक राशि में मंगल के गोचर का प्रभाव, ज्योतिष अपडेट, मंगल गोचर तिथि और समय। Mangal Ka Vrischik Rashi Mai Gochar:  वैदिक ज्योतिष में, मंगल ऊर्जा, साहस, कर्म और दृढ़ संकल्प का ग्रह है। यह शक्ति, जुनून, अनुशासन और योद्धा भावना का प्रतिनिधित्व करता है। मंगल हमारे लक्ष्यों को प्राप्त करने की प्रेरणा, शारीरिक स्फूर्ति और चुनौतियों का सामना करने की क्षमता को नियंत्रित करता है। बलवान होने पर, यह नेतृत्व, आत्मविश्वास और प्रतिस्पर्धा में सफलता प्रदान करता है; पीड़ित होने पर, यह क्रोध, आवेग, आक्रामकता या संघर्ष का कारण बन सकता है। मंगल मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी है, और इसका उग्र स्वभाव पहल, वीरता और कर्म के माध्यम से परिवर्तन लाने की शक्ति का प्रतीक है। 27 अक्टूबर 2025 को मंगल वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा और यहाँ शक्तिशाली हो जाएगा, तीव्रता, साहस और परिवर्तन लाएगा - लेकिन अगर समझदारी से प्रबंधन न किया जाए तो आवेग और संघर्ष भी लाएगा। Mangal Ka Vrischik Rashi Mai Gochar Ka 12 Rashiyo Par Prabhav Watch Rashifal In Hindi O...

Sudarshan Kavach Lyrics Aur Fayde

Sudarshan Kavach, सुदर्शन कवच, Sudarshan Kavach Lyrics Aur Fayde.   सुदर्शन चक्र को भगवान् विष्णु के सबसे शक्तिशाली अस्त्र के रूप में जाना जाता है और सुदर्शन कवच पाठ के अनेक आध्यात्मिक, मानसिक और दैहिक लाभ माने गए हैं। यह कवच भगवान विष्णु के सुदर्शन चक्र की शक्ति से युक्त माना जाता है, जो नकारात्मक शक्तियों, दुष्ट विचारों और अशुभ प्रभावों से साधक की रक्षा करता है। सुदर्शन कवच का नियमित रूप से पाठ करने से आत्मबल और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है, साथ ही भय, असुरक्षा और मानसिक तनाव से मुक्ति मिलती है। यह साधक के चारों ओर एक दिव्य सुरक्षा कवच का निर्माण करता है, जो उसे अदृश्य दुष्प्रभावों, दृष्टिदोष और ग्रह-पीड़ा से बचाता है। धार्मिक दृष्टि से, इस कवच का स्मरण और पाठ भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करने का माध्यम माना जाता है, जिससे जीवन में शांति, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। नियमित रूप से सच्चे भाव से इसका जप करने पर मन एकाग्र होता है, नकारात्मक विचार दूर होते हैं, और साधक का आध्यात्मिक विकास तीव्र गति से होता है। Sudarshan Kavach Lyrics Aur Fayde सुनिए सुदर्शन क...

Guru Ka Pravesh Kark Rashi Mai - 12 Rashiyo Par Prabhav

Guru Ka Pravesh Kark Rashi Mai - 12 Rashiyo Par Prabhav, कर्क राशि का गुरु कैसे रहेंगे 12 राशियों के लिए, jyotish updates, rashifal. बृहस्पति विस्तार, ज्ञान, दर्शन, प्रचुरता, उदारता और विकास का ग्रह है। कर्क राशि चंद्रमा द्वारा शासित एक जल राशि है, जो भावनात्मक गहराई, घर, परिवार, जड़ों, पोषण, सुरक्षा और आंतरिक भेद्यता से जुड़ी है। जब बृहस्पति कर्क राशि में प्रवेश करता है, तो इसे अनुकूल या उच्च स्थिति में माना जाता है, जिसका अर्थ है कि बृहस्पति के गुण अधिक आसानी से और अधिक शक्ति के साथ चमकते हैं। Guru Ka kark Rashi Mai Gochar 18 October 2025: जब विस्तार, ज्ञान और प्रचुरता का ग्रह बृहस्पति, 18 अक्टूबर को पोषण देने वाली कर्क राशि में प्रवेश करेंगे, तो सामूहिक ऊर्जा भावनात्मक विकास, आंतरिक उपचार और जीवन में सुरक्षा की भावना बढ़ेगी । चंद्रमा द्वारा शासित कर्क राशि परिवार, घर, जड़ों और हमारी अंतरतम भावनाओं को नियंत्रित करती है। चूँकि बृहस्पति कर्क राशि में उच्च के होते है, इसलिए इसका प्रभाव विशेष रूप से प्रबल और शुभ होता है, जो करुणा, पोषण और व्यक्तिगत नवीनीकरण के विषयों ...

Santan Mai Deri Ke Jyotishiy Karan Aur Samadhan

Santan Mai Deri Ke Jyotishiy Karan Aur Samadhan, क्यों देरी होती है संतान होने में , ज्योतिष और संतान प्राप्ति , संतान प्राप्ति हेतु ज्योतिषीय मार्ग दर्शन. एक सुन्दर, स्वस्थ संतान की चाह हर दंपत्ति को होती है परन्तु कुछ लोगो को इसमे बहुत परेशानी होती है, समय पर संतान न होना कई परेशानियों को जन्म देता है. कुछ दंपत्ति तो पूर्ण रूप से काबिल होने के बावजूद भी संतान लाभ से वंचित रह जाते हैं , इसके कई कारण हो सकते हैं परन्तु उन सिर्फ ज्योतिष द्वारा ही जाना जा सकता है. Santan Mai Deri Ke Jyotishiy Karan Aur Samadhan कुंडली में ग्रहों को देखकर बहुत कुछ जाना जाता है जो की ऊपर से नहीं दीखता है. आइये जानते हैं कुछ कारण जिससे की संतान प्राप्ति में देरी होती है : अगर विवाह में गुण मिलन में अंक कम मिल रहे हो तो विशेषकर अगर भकूट दोष हो तो संतान समस्या आ सकती है. अगर कुंडली का संतान भाव दूषित हो तो भी संतान होने में देरी हो सकती है. कई बार काले जादू के कारण किसी महिला की कोख बाँध दी जाती है जिसके कारण भी संतान नहीं हो पाती है सभी काबिलियत होने के बावजूद भी. कुछ लोग सर्प श्राप के कार...

Santan Prapti Yoga Kundli Mai In Hindi

कुंडली में संतान प्राप्ति योग, कुंडली में कैसे जाने संतान सुख के बारे में, क्या करे स्वस्थ संतान प्राप्ति के लिए ज्योतिष के अनुसार, संतान प्राप्ति में बाधा और समाधान ज्योतिष द्वारा. Santan yoga in kundli, hindi jyotish to know about santan problems remedies. जीवन में विवाह उपरान्त संतान का होना एक महात्वपूर्ण घटना होती है, ये पति और पत्नी को एक नई दृष्टि प्रदान करती है और जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लाती है. ऐसे बहुत से लोग है जो संतान सुख से वंचित है और संतान प्राप्ति के लिए खूब जातन करते हैं परन्तु सफल नहीं हो पा रहे हैं. Santan Prapti Yoga Kundli Mai In Hindi इसका कारण ज्योतिष द्वारा पता लगाया जा सकता है. कुंडली हमारे जीवन का आइना है अतः इसके द्वारा हम बहुत कुछ जान सकते हैं. कुंडली में 12 भाव होते हैं और सभी अलग अलग विषय से जुड़े है जिनका अध्यन कई रहस्यों से पर्दा उठा देता है जो की उन्सुल्झे है. संतान नहीं होने के कारण भी ज्योतिष द्वारा जाना जा सकता है. इस लेख में संतान समस्या के कारण और समाधान पर प्रकाश डाला जा रहा है. क्यों आती है है समस्याए संतान प्राप्ति में, क्य...

Deepawali Ki Pooja Kab Kare?

Deepawali Ki Pooja Kab Kare 2025,  दीपावली पूजा का समय,  Deepawali ki pooja kab kare, Diwali puja muhurat 2025, Diwali puja ka samay, Laxmi puja muhurat 2025, Diwali puja timing. दीपोत्सव बहुत ही ख़ास होता है हर हिन्दू के लिए क्यूंकि इस दिन विशेष रूप से धन की देवी महालक्ष्मी की पूजा होती है जो की अपने भक्तो को प्रसन्न होने पर धन, वैभव प्रदान करती है जिससे व्यक्ति इस भौतिक संसार में ऐशो आराम से जीता है.  आइये जानते हैं दिवाली पूजन की सही तारीख 2025 : अमावस्या तिथि 20 अक्टूबर को दिन में लगभग 3:45 पे शुरू होगा और 21 अक्टूबर को शाम 5:54 बजे तक रहेगा अतः दीपावली पूजन 20 की रात्री को ही करना शुभ रहेगा | Deepawali Ki Pooja Kab Kare? दिवाली प्रकाश का उत्सव है और ये कार्तिक महीने की अमावस्या को मनाया जाता है. भारतीय लोग इस उत्सव को बहुत ही हर्ष और उल्लास से मनाते हैं पूरी दुनिया में.  हर व्यक्ति के लिए धन बहुत महत्त्व रखता है और इसी कारण रोज हर कोई धन पाने के लिए संघर्ष करता रहता है. दिवाली पर पूजन करने से माता की कृपा प्राप्त होती है और व्यक्ति के आय के स्त्र...