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Guru Poornima Importance In Hindi

Guru purnima kab hai 2025,  Guru Poornima Importance In Hindi, गुरु पूर्णिमा का महत्तव हिन्दी में, क्या करे गुरु पूर्णिमा को. Guru Purnima 2025:  गुरु पूर्णिमा एक हिंदू त्योहार है  और इस दिन हम शिक्षक और आध्यात्मिक गुरुओं का सम्मान करते हैं |  यह हिंदू कैलेंडर के अनुसार आषाढ़  महीने की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। "गुरु" शब्द संस्कृत के शब्द "गु" से आया है जिसका अर्थ है "अंधकार" और "रु" का अर्थ है "दूर करना।" इसलिए गुरु वह होता है जो अज्ञानता के अंधकार को दूर करते है और हमें सत्य का प्रकाश देखने में मदद करते है। हिंदू धर्म में, गुरु पूर्णिमा हमारे सभी जीवित और ब्र्हम्लीन गुरुओं का सम्मान करने का समय है। हम उनके मार्गदर्शन और शिक्षाओं के लिए अपना आभार व्यक्त करते हैं, और उनके निरंतर आशीर्वाद के लिए प्रार्थना करते हैं। गुरु पूर्णिमा पर, लोग आमतौर पर अपने गुरुओं से मिलते हैं, उनका पूजन करते हैं, उन्हें उपहार देते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं |  यह उन लोगों को याद करने का दिन है जिन्होंने हमें बढ़ने और सीखने में मदद की है,...

Anidra Ke 10 Jyotish Karan aur Samadhan

Anidra Ke 10 Jyotish Karan aur Samadhan, kya upay karen neend ke liye, kin graho ke kaaran neend me pareshani aati hai, कुंडली से कैसे जाने अनिद्रा के कारण ?, अच्छी नींद के लिए क्या उपाय करें ?, Sleep and Astrology.

निद्रा को देवी रूप ही माना गया है इसीलिए देवी आराधना में ये प्रार्थना करते हैं की - या देवी सर्वभूतेषु निद्रा-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥

अर्थात  जो देवी सभी प्राणियों में नींद के रूप में विराजमान हैं, उनको बारंबार नमस्कार है।

एक अच्छी नींद हमे पूरी तरह से उर्जा से भर देती है और जो लोग अच्छी नींद नहीं ले पाते हैं उन्हें काफी परेशानियों से गुजरना पड़ता है साथ ही अनेक प्रकार के रोग भी उत्पन्न हो जाते हैं |

Anidra Ke 10 Jyotish Karan aur Samadhan, kya upay karen neend ke liye, kin graho ke kaaran neend me pareshani aati hai, अनिद्रा के  ज्योतिष कारण
Anidra Ke Jyotish Karan aur Samadhan


नींद और ज्योतिष का सम्बन्ध :

ज्योतिष के अनुसार हर समस्या के पीछे ग्रहों का हाथ होता है अतः अगर नींद नहीं आ रही हो तो भी जन्म कुंडली के अध्ययन से उसके कारण का पता लगाया जा सकता है | Anidra Ke 10 Jyotish Karan aur Samadhan

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आइये जानते हैं कौन से साधारण कारण नींद को प्रभावित करते हैं :

  • अगर कोई बहुत ज्यादा चिंता करता हो तो उसे नींद नहीं आती है |
  • अगर कोई बहुत ज्यादा भयभीत हो तो भी उसे नींद नहीं आती है |
  • अगर किसी के मन में विचारों का बाढ़ आ रहा हो तो भी नींद नहीं आती है | 
  • अगर कोई असहनीय दर्द से गुजर रहा हो तो भी नींद नहीं आती है |

तो देखा जाए तो अशांत मन ही हमे अच्छी नींद से दूर रखता है | 

पढ़िए स्वास्थ्य समस्याओ के 14 ज्योतिषी कारण 

अब आइये जानते हैं कौन कौन से ज्योतिषीय कारण नींद को प्रभावित करते हैं :

  1. जन्म कुंडली का पहले घर का सम्बन्ध हमारे दिमाग से होता है अतः अगर ये भाव ख़राब हो, कमजोर हो तो ऐसे में जातक को अच्छी नींद बहुत कम ही आती है और अनिद्रा की समस्या बनी रह सकती है |
  2. जन्म कुंडली का बारहवां भाव का सम्बन्ध भी हमारे नींद से होता है अतः अगर ये भाव ख़राब हो या कमजोर हो तो भी जातक को अच्छी नींद नहीं मिल पाती है |
  3. अगर जन्म कुंडली के पहले और बारहवें भाव  पर किसी अशुभ ग्रह की दृष्टि पड़ रही हो तो भी जातक को नींद की समस्या से गुजरना पड़ता है | Anidra Ke 10 Jyotish Karan aur Samadhan
  4. अगर जन्म पत्रिका के पहले और बारहवें घर के स्वामी ही कमजोर हो या पीड़ित हो तो भी जातक को नींद की समस्या से गुजरना पड़ता है |
  5. जन्म कुंडली का चौथा भाव सुख का होता है अतः अगर सुख भाव ही ख़राब हो तो जातक को कुछ न कुछ परेशानी बनी रहती है जिसके कारण अच्छी नींद नहीं हो पाती है |
  6. अगर जन्म कुंडली का आठवां या छठा भाव दूषित हो तो जातक को स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानी के कारण अच्छी नींद से वंचित रहना पड़ सकता है |
  7. चन्द्रमा का सीधा सम्बन्ध हमारे मन से होता है अतः अगर  जन्म कुंडली में चन्द्र ग्रह दूषित हो, कमजोर हो तो ऐसे में जातक को नींद की समस्या से गुजरना पड़ता है | 
  8. अगर जन्म कुंडली में चन्द्र ग्रहण योग बन रहा हो विशेष कर अगर लग्न में बन जाए तब तो निश्चित ही जातक की नींद को प्रभावित करता है |
  9. अगर जातक के ऊपर अशुभ ग्रहों की दशाएं चल रही हो तो जीवन में अनेक संकट उत्पन्न होते हैं जिससे चिंताएं बढ़ जाती है और नींद प्रभावित होती है | 
  10. इसके अलावा अगर वास्तु दोष हो अर्थात अगर सोने वाले कमरे अर्थात बेड रूम में उर्जा संतुलित न हो तो भी अच्छी नींद संभव नहीं है | Anidra Ke 10 Jyotish Karan aur Samadhan

आइये जानते हैं कौन से उपाय हमारी सहायता कर सकते हैं अच्छी नींद में :

आगे बढ़ने से पहले ये भी ध्यान रखें की समस्या के आधार पे समाधान अलग अलग हो सकते हैं इसीलिए सभी समाधान सबके लिए नहीं है |

  • जन्म पत्रिका में जो ग्रह समस्या दे रहे हो उससे सम्बंधित दान करना शुभ परिणाम देता है |
  • इस श्लोक का पाठ रोज सुबह शाम किया करें  “या देवी सर्वभूतेषु निद्रा-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥"
  • अगर चन्द्रमा कमजोर हो तो आप चांदी का कड़ा पहन सकते हैं, चांदी का चैन पहन सकते हैं या फिर मोती धारण कर सकते हैं |
  • अगर ग्रहण योग बना हो तो ऐसे में सोने से पहले हाथ मुह धो लिया करें | 
  • मन जायदा बैचैन हो तो नमक के पानी में 20 मिनट पैर डाल के बैठा करें फिर सोने जाया करें |
  • इस बात का ध्यान रखें की आपके सोने के कमरे में वेंटिलेशन अच्छा हो जिससे शुद्ध वायु का संचार होता रहे | Anidra Ke 10 Jyotish Karan aur Samadhan
  • सोने के कमरे में टीवी न हो तो बहुत अच्छा होता है |
  • अगर आपको कमरे में जाते ही कुछ अजीब गंध आये तो ऐसे में कमरे की सफाई करके उसमे गंगा जल रोज छिडके और गूगल की धुनी दे, ऐसा रोज करने से कमरे से नकारात्मक उर्जा का नाश होगा और आपको अच्छी नींद आने लगेगी |
  • अपने बेडरूम में सोने से 1 घंटे पहले थोडा भीमसेनी कपूर छिड़क दिया करें |
  • बेड रूम में ज्यादा चटकीला रंग का प्रयोग न करें |
  • सोने से पहले अच्छी किताबे पड़ने की आदत डाले न की टीवी देखने की |
  • अगर ख़राब चन्द्रमा के कारण नींद में परेशानी हो तो रोज सोने के समय पलंग के पास एक लोटे में जल भरकर रखें। साथ ही सुबह उठकर उस जल को पौधों में डाल दें। ऐसा करने से नींद से जुड़ी समस्याएं परेशान नहीं करेंगी। Anidra Ke 10 Jyotish Karan aur Samadhan
  • आप अपनी जन्म पत्रिका भी जरुर दिखवाएं ज्योतिष को जिससे सही कारणों का पता लगाया जा सके और सही उपाय बताया जा सके |

Neend na ane ke jyotishi karan kya hote hain, kya upay karen neend ke liye, kin graho ke kaaran neend me pareshani aati hai, कुंडली से कैसे जाने नींद न आने के कारण ?, अच्छी नींद के लिए क्या उपाय करें ?, Sleep and Astrology, Anidra Ke 10 Jyotish Karan aur Samadhan.

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