Shukra Ka Mesh Rashi Mai Gochar Ka Rashifal, Shukra mesh rashi mai kab jayenge, , शुक्र का राशी परिवर्तन का 12 राशियों पर क्या असर होगा | Shukra ka Gochar Mesh Rashi Mai 2025: 31 May 2025 शनिवार को शुक्र अपने उच्च राशि मीन से निकल के अपने सम राशि मेष में प्रवेश करेंगे, ये परिवर्तन दिन में लगभग 11:16 बजे होगा | यहाँ ध्यान रखने वाली बात ये है की मेष राशि में पहले से ही बुध बैठे हैं जिससे शुक्र और बुध की युति होगी और लक्ष्मीनारायण योग बनेगा. वैदिक ज्योतिष के अनुसार शुक्र ग्रह का सम्बन्ध प्रेम, रोमांस, भौतिक सुख सुविधा, विलासिता ग्लेमर, आकर्षण शक्ति आदि से है इसीलिए शुक्र का गोचर हमेशा ही बहुत महत्त्व रखता है | Shukra Ka Mesh Rashi Mai Gochar Ka Rashifal Shukra Ka Mesh Rashi Mai Gochar Ka Rashifal शुक्र जब भी राशि बदलते हैं तो लोगो के व्यक्तिगत जीवन में, कला जगत में, फैशन इंडस्ट्री, ग्लैमर की दुनिया में बहुत बड़े बदलाव देखने को मिलते हैं | Watch On YouTube आइये जानते हैं की 2025 में शुक्र के मेष राशि में गोचर का असर 12 राशियों पर क्या होने वाला है ? मेष राशिफल : ...
कैसे जीते अपने डर को, जानिए कुछ बेहतरीन उपाय डर से बाहर आने के लिए, कैसे जियें सफल जीवन.
भय एक अहसास है कुछ खोने का, जैसे सामाजिक स्टेटस खोने का, किसी व्यक्ति से बिछड़ने का, धन हानि का, संपत्ति खोने का, ऐशो आराम से जीने का आदि. भय के बारे में मुख्य बात ये है की ये जातक को भिखारी जैसे बना सकता है. मन से व्यक्ति गुलामो जैसे जीवन जीने के लिए मजबूर हो जाता है भय के कारण और जीवन को नरक बना लेता है.
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Apne Dar Ko Kaise Jeete Shaandar Jivan Jeene ke Liye |
भय एक श्राप है जो जातक के वर्तमान और भविष्य को ख़राब कर सकता है अतः इससे बाहर आना बहुत जरुरी होता है. हमेशा सचेत रहिये और किसी भी हालत में डर को अपने अन्दर घुसने मत दीजिये.
आइये देखते है की कैसे डर उत्पन्न होता है मन में ?
- जब एक पढ़ा लिखा व्यक्ति नौकरी नहीं पाता है तो डर उत्पन्न हो जाता है.
- जब किसी को अपने पसंद का जीवन साथी नहीं मिल पाता है तो डर उत्पन्न होने लगता है.
- जब व्यापार नीचे आने लगता है तो व्यक्ति नकारात्मक भावों से भर जाता है.
- कुछ लोग तो ऊँची आवाज से भी घबरा जाते हैं.
- अगर बिजली चली जाए तो भय उत्पन्न हो जाता है.
- एक ने दुल्हन को नए परिवार में जाने का डर होता है.
- कुछ लोगो को तो हर नए व्यक्ति से मिलने से भी डर लगता है.
- कुछ लोगो को यात्रा से डर लगता है.
- कुछ लोग तो बिना किसी कारण के भी भय ग्रस्त रहते हैं.
- जब काम के दौरान बॉस से टारगेट मिलता है तो भी भय उत्पन्न होने लगता है.
- कुछ लोगो को इंटरव्यू के नाम से भी भय लगता है.
अतः हम कह सकते हैं की भय कहीं भी, किसी को भी परेशान कर सकता है. इस डर में भयंकर शक्ति होती है. ये किसी को भी ख़त्म कर सकता है, ये जीवन को बर्बाद कर सकता है.
पढ़िए अपने भय, डर, चिंता से कैसे मुक्ति पायें आसानी से
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आइये जानते हैं की डर के कारण जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है?
- लम्बे समय तक डर में रहने के कारण जातक अवसाद में जा सकता है और व्यक्ति सकारात्मक नहीं सोच पाता है.
- भय के कारण व्यक्ति अपने आपको संसार से दूर करने लगता है.
- भय के कारण जातक एकांत जीवन जीने लगता है.
- इसके कारण डरावने सपने भी आने लगते हैं.
- डर के कारण व्यक्ति अन्धकार में प्रवेश कर जाता है और हार का सामना करता है.
- भय और चिंता के कारण व्यक्तिगत जीवन, कामकाजी जीवन, सामाजिक जीवन अस्तव्यस्त हो जाता है.
- कई प्रकार की मानसिक और शारीरिक बीमारियाँ घेरने लगती है.
आइये जानते है की ज्योतिष क्या कहता है डर के विषय में:
ज्योतिष में भय के बहुत से कारण पता चलते हैं जो की आगे बताये जा रहे हैं –
- जब भी कोई शत्रु ग्रह महादशा या अंतर दाशा में आ जाए तो जातक के अन्दर भय उत्पन्न होने लगता है.
- अगर कुंडली में कालसर्प मजबूत हो तो भी जातक भय से जूझने लगता है और जीवन भर भयभीत रहता है.
- कुंडली में ग्रहण योग भी भय को उत्पन्न कर सकता है.
- कुंडली में कमजोर ग्रह भी डर को उत्पन्न करते हैं.
- नकारात्मक उर्जा के प्रभाव के कारण भी कोई व्यक्ति भय से ग्रस्त हो सकता है.
अतः भय के बहुत से कारण हो सकते हैं पर जरुरी ये है की भय से जल्द से जल्द मुक्ति पाया जाए जिससे जीवन में सफलता प्राप्त करने की गति को बढ़ाया जा सके अन्यथा जीवन से शांति, सम्पन्नता, स्वास्थ्य जाने लगता है.
क्या करे जब भय उत्पन्न होने लगे मन में ?
- सबसे पहले डर के कारण का पता लगाए इमानदारी से और उसे हटाने का प्रयास करे शांति से. इसके लिए आप अपने से बड़ो से बात कर सकते हैं, दोस्तों से बात कर सकते हैं. अगर फिर भी रहत न मिले तो ज्योतिष या साइकेट्रिस्ट से परामर्श लेना चाहिए.
- अगर ज्योतिष किसी कर्मकांड करने की सलाह दे तो उसे करना चाहिए.
- सही रत्न धारण करके भी जीवन को भयमुक्त किया जा सकता है.
- उचित मन्त्र जप करके भी जीवन को सफल किया जा सकता है.
- गहरा ध्यान करके भी भय से बाहर आया जा सकता है.
कैसे जीते अपने डर को, जानिए कुछ बेहतरीन उपाय डर से बाहर आने के लिए, कैसे जियें सफल जीवन.
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