Guru purnima kab hai 2025, Guru Poornima Importance In Hindi, गुरु पूर्णिमा का महत्तव हिन्दी में, क्या करे गुरु पूर्णिमा को. Guru Purnima 2025: गुरु पूर्णिमा एक हिंदू त्योहार है और इस दिन हम शिक्षक और आध्यात्मिक गुरुओं का सम्मान करते हैं | यह हिंदू कैलेंडर के अनुसार आषाढ़ महीने की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। "गुरु" शब्द संस्कृत के शब्द "गु" से आया है जिसका अर्थ है "अंधकार" और "रु" का अर्थ है "दूर करना।" इसलिए गुरु वह होता है जो अज्ञानता के अंधकार को दूर करते है और हमें सत्य का प्रकाश देखने में मदद करते है। हिंदू धर्म में, गुरु पूर्णिमा हमारे सभी जीवित और ब्र्हम्लीन गुरुओं का सम्मान करने का समय है। हम उनके मार्गदर्शन और शिक्षाओं के लिए अपना आभार व्यक्त करते हैं, और उनके निरंतर आशीर्वाद के लिए प्रार्थना करते हैं। गुरु पूर्णिमा पर, लोग आमतौर पर अपने गुरुओं से मिलते हैं, उनका पूजन करते हैं, उन्हें उपहार देते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं | यह उन लोगों को याद करने का दिन है जिन्होंने हमें बढ़ने और सीखने में मदद की है,...
Akshay tritiya kab hai 2025, क्या है अक्षय तृतीया, धार्मिक महत्तव , क्या करे अक्षय तृतीय को, क्या न करे इस पुण्यशाली दिन को, टोटके अक्षय तृतीय के लिए, 2025 मे अक्षय तृतीय क्यों ख़ास है.
अगर आप कोई महत्त्वपूर्ण कार्य का आरंभ करना चाहते हैं, अगर आप पुण्य प्राप्त करने के लिए कोई क्रिया करना चाहते हैं, अगर आप निर्विघ्नता से किसी कार्य को पूर्ण करना चाहते हैं, और अगर आपको मुहुर्त का ज्ञान नहीं है तो कोई बात नहीं है, अक्षय तृतीया का दिन वो शुभ दिन होता है जब कोई भी अच्छा कार्य हम शुरू कर सकते हैं, ये एक स्वयं सिद्ध मुहुर्त है.
2025 में 30 April Budhwar को है स्वयं सिद्ध महुरत अक्षय तृतीया, तृतीया तिथि 29 May को शाम को लगभग 5:34 बजे शुरू होगा और ३० तारीख को दोपहर में लगभग 2:14 बजे तक रहेगा.
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Akshay Tritiya Ka Mahatw In Hindi |
क्या है अक्षय तृतीया ?
इस दिन को “आखा तीज” के रूप में भी जानते हैं. ये दिन भगवान् परशुराम के जन्मदिन के रूप में भी मनाया जाता है जो की विष्णुजी के छठे अवतार थे. ये वो दिन है जब भगवान् गणेश जी ने महाभारत लिखना प्रारंभ किया था. ये दिन है भाग्य को जगाने का , ये दिन है सफलता के लिए क्रियाओं को करने का, ये दिन है देवी शक्तियों के आशीर्वाद लेने का.
Read in english about what to do on AKSHAY TRITYA for prosperity?
अक्षय तृतीया का धार्मिक महत्तव :
- ये दिन भगवान विष्णु और माता laxmijiji की पूजा के लिए विशेष दिन है.
- ये दिन वैशाख महीने के अमावस्या के बाद आता है.
- ऐसी मान्यता है की इस दिन किया हुआ दान का फल कभी ख़त्म नहीं होता
- ऐसी भी मान्यता है की त्रेता युग का आरंभ इस दिन से हुआ था.
- माता गंगा का आगमन भी पृथ्वी में इसी दिन हुआ था.
- कभी न नष्ट होने वाले धन को प्राप्त करने के लिए अक्षय तृतीया के दिन पूजा की जाती है.
- अक्षय तृतीया के दिन ही माँ अन्नपूर्णा का जन्म हुआ था.
- इसी दिन युधिष्ठिर को अक्षय पात्र प्राप्त हुआ था जिसके द्वारा वो जरुरत मंदों को भोजन करवाते थे.
- इसी दिन सुदामा जी कृष्णा जी से मिले थे.
- ऐसी भी मान्यता है की इसी दिन श्री कृष्ण जी ने द्रौपदी का वस्त्र हरण होने से बचाया था.
- कनकधारा स्त्रोत्रम की रचना भी अक्षय तृतीया के दिन किया गया था जिसके पाठ से धन देवी को प्रसन्न किया जाता है.
- महर्षि परशुरामजी का जन्म भी अक्षय तृतीया के दिन हुआ था ||
- मान्यता अनुसार महाभारत का युद्ध भी आज के दिन ख़त्म हुआ था |
- कुबेरजी को भी आज ही के दिन खजाना प्राप्त हुआ था |
क्या कार्य किये जाते हैं सामान्यतः अक्षय तृतीया को ?
- इस दिन सोना खरीदना शुभ माना जाता है.
- इस दिन दान देना शुभ माना जाता है.
- इस दिन अपने पूर्वजो की उन्नति हेतु भी प्रार्थनाये की जाती है.
- विष्णुजी और लक्ष्मीजी की पूजा इस दिन शुभ मानी जाती है
- इस दिन विवाह का भी मुहुर्त होता है.
- इस दिन लोग नई दूकान, फैक्ट्री, घर आदि का उद्घाटन करना भी पसंद करते हैं.
- इस दिन सिद्ध श्री यन्त्र या फिर कुबेर यन्त्र की स्थापना की जा सकती है.
- इस दिन आप गोल्ड बांड खरीद सकते हैं,म्यूच्यूअल फंड्स में निवेश कर सकते हैं.
अक्षय तृतीया के लिए कुछ विशेष टोटके:
- एक हांडी में चावल भरके उसमे एक सोने या चांदी का सिक्का रखे, उसके ऊपर एक नारियल रखे और उसे नाड़ी से बाँध दे, पूजा करके उसे अपने locker में या फिर धान जहाँ रखते हैं वह रख दे पूरे वर्ष भर के लिए. धन धान्य से घर भरा रहेगा.
- अगर सम्भव हो तो सिद्ध श्री यन्त्र को घर में पूजना चाहिए इस दिन.
- इसी दिन कुबेर यन्त्र की स्थापना भी किया जा सकता है धन -सम्पन्नता हेतु |
- श्री सूक्त के साथ श्री यन्त्र की विधिवत पूजा करके माँ लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने का ये एक ख़ास दिन है.
- इस दिन कनकधारा स्त्रोत्रम का पाठ करना भी शुभ माना जाता है.
- सोने के श्री यन्त्र की अंगूठी बनवा के उसका अभिषेक करवा के धारण करना शुभ होता है.
अक्षय तृतीया वो दिन है जब हम धन, आरोग्य, सम्पन्नता हेतु बहुत अच्छी पूजा कर सकते हैं और सफलता के रास्ते खोल सकते हैं. अतः इस दिन को छोड़ना नहीं चाहिए.
करिए पूजा अक्षय धन प्राप्ति हेतु, करिए दान अक्षय पुण्य हेतु, करिए अपने आप को शक्ति शाली, जो कमजोर है उनकी मदद कीजिये और लीजिये दुआ.
जानिए 2025 मे अक्षय तृतीया क्यों ख़ास है:
इस साल 2025 मे आखा तीज ३० अप्रैल बुधवार को है और तृतीया तिथि 29 May को शाम को लगभग 5:34 बजे शुरू होगा और ३० तारीख को दोपहर में लगभग 2:14 बजे तक रहेगा | ये दिन ख़ास है क्यूंकि- इस दिन गोचर कुंडली में गजकेसरी योग बना रहेगा वृषभ राशि में.
- इस दिन रोहिणी नक्षत्र रहेगा.
- चंद्रमा अपने उच्च राशि वृषभ में रहेंगे.
- सूर्य अपने उच्च राशि मेष में रहेंगे.
- मीन राशि में लक्ष्मी नारायण योग और धनाढ्य योग बना रहेगा.
देखा जाए तो अनेक ग्रह अपना शुभ प्रभाव प्रदान करेंगे अक्षय तृतीया के दिन |
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