(13 अगस्त 2025 – 18 जून 2026) — 12 राशियों का भविष्यफल
Guru Grah Ka Pravesh Punarvasu Nakshatra Mai: गुरु 13 अगस्त 2025 को पुनर्वसु नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और राहु के प्रभाव से मुक्त होंगे। 18 जून 2026 तक गुरु पुनर्वसु नक्षत्र में रहेंगे। पुनर्वसु के स्वामी स्वयं गुरु होते हैं, जिससे अब गुरु अत्यंत शक्तिशाली हो जाएंगे और अनेक लोगों की किस्मत बदल जाएगी। गुरु ग्रह धनु और मीन राशि के स्वामी हैं, इसलिए इन्हें सबसे अधिक लाभ मिलेगा।
इस समय गोचर कुंडली में गुरु मिथुन राशि में हैं, इसलिए तुला, कुम्भ और सिंह राशि वालों के लिए यह समय विशेष रूप से फलदायी रहेगा।
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Guru Grah Ka Pravesh Punarvasu Nakshatra Mai - 12 Rashiyo Par Prabhav |
आइए विस्तार से जानें कि पुनर्वसु नक्षत्र में गुरु के गोचर से 12 राशियों को क्या लाभ मिलेगा —
♈ मेष
यह गोचर आपके तृतीय भाव को सक्रिय करेगा, जिससे सीखने, संवाद करने और छोटी यात्राओं के लिए नया उत्साह आएगा। आप भाई-बहनों या पुराने दोस्तों से फिर से जुड़ सकते हैं, नई पढ़ाई शुरू कर सकते हैं, या ऐसे कौशल विकसित कर सकते हैं जो आपके व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन को बेहतर बनाएँ। आपका साहस और पहल उच्च स्तर पर होगी, जिससे आत्मविश्वास और मानसिक चपलता की आवश्यकता वाली परियोजनाओं को शुरू करने के लिए यह एक उत्कृष्ट समय होगा।
♉ वृषभ
पुनर्वसु में बृहस्पति आपके धन भाव को ऊर्जावान बनाता है, जिससे यह अवधि वित्तीय विकास, संसाधनों के संचय और बेहतर पारिवारिक सामंजस्य के लिए अनुकूल है। आप आय के नए स्रोत खोज सकते हैं, समझदारी से निवेश कर सकते हैं, या दीर्घकालिक स्थिरता बनाने पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। आपकी वाणी में बुद्धिमत्ता होगी, जो आपको गलतफहमियों को दूर करने और संबंधों को मजबूत करने में मदद करेगी। Guru Grah Ka Pravesh Punarvasu Nakshatra Mai
♊ मिथुन
बृहस्पति के आपके प्रथम भाव में होने से, आप आत्म-नवीनीकरण, आशावाद और व्यक्तिगत विकास के चरण में प्रवेश करेंगे। आत्मविश्वास बढ़ेगा, और दूसरे आपकी बुद्धिमत्ता और आकर्षण को देखेंगे। यह आपकी महत्वाकांक्षाओं, रूप-रंग और स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करने के साथ-साथ ऐसे निर्णय लेने का समय है जो आपकी दीर्घकालिक दिशा निर्धारित करते हैं।
♋ कर्क
बृहस्पति का आपके बारहवें भाव से गोचर आपका ध्यान अंतर्मुखी करेगा। आध्यात्मिक अभ्यास, ध्यान और उपचार आपको गहरी शांति प्रदान करेंगे। आप विदेश यात्रा कर सकते हैं, सांसारिक उथल-पुथल से दूर हो सकते हैं, या पुराने कर्म संबंधी मुद्दों को सुलझा सकते हैं। रुका धन प्राप्त होने के योग मजबूत होंगे, धर्म के कार्यो में रूचि बढ़ेगी. Guru Grah Ka Pravesh Punarvasu Nakshatra Mai
♌ सिंह
आपके ग्यारहवें भाव में बृहस्पति मित्रता, संबंधों और सपनों में विस्तार लाएगा। प्रभावशाली लोगों की मदद से दीर्घकालिक लक्ष्य आकार लेने लगेंगे। आपको अपने सामाजिक दायरे का समर्थन प्राप्त होगा, और आपके आदर्शों से जुड़े समुदायों के साथ सहयोग करने या जुड़ने के अवसर प्राप्त होंगे।
♍ कन्या
दसवें भाव की सक्रियता करियर में वृद्धि, पद और प्रतिष्ठा को बढ़ाती है। आपकी कड़ी मेहनत के लिए पहचान मिलने की संभावना है, और नई नेतृत्व भूमिकाएँ या पेशेवर अवसर आपके सामने आ सकते हैं। अधिकारियों के साथ आपके संबंधों में सुधार होगा, और आप एक विरासत बनाने की दिशा में निर्णायक कदम उठा सकते हैं।Guru Grah Ka Pravesh Punarvasu Nakshatra Mai
♎ तुला
बृहस्पति आपके नवम भाव को आशीर्वाद देता है, आध्यात्मिक जागृति, यात्रा और उच्च शिक्षा को प्रोत्साहित करता है। आप दर्शनशास्त्र, धर्म या सांस्कृतिक अध्ययन की खोज कर सकते हैं, या उन स्थानों की यात्रा कर सकते हैं जो व्यक्तिगत विकास को प्रेरित करते हैं। गुरु और शिक्षक एक मार्गदर्शक की भूमिका निभाएंगे, जिससे आपको अपनी दृष्टि व्यापक बनाने में मदद मिलेगी।
♏ वृश्चिक
बृहस्पति के आपके अष्टम भाव में होने से, परिवर्तन का विषय बनता है। आपको साझेदारी, विरासत या संयुक्त उद्यमों के माध्यम से लाभ हो सकता है। भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक नवीनीकरण संभव होगा, और आप अपनी छिपी हुई शक्तियों को उजागर कर सकते हैं। यह शोध, आध्यात्मिक गहराई और पुराने ज़ख्मों को भरने के लिए एक अच्छा समय है। Guru Grah Ka Pravesh Punarvasu Nakshatra Mai
♐ धनु
आपके सप्तम भाव में बृहस्पति का प्रभाव साझेदारी में सामंजस्य और नवीनीकरण लाता है—व्यक्तिगत और व्यावसायिक दोनों। रिश्ते अधिक सहायक महसूस होंगे, और नए गठबंधन बन सकते हैं जो आपको आगे बढ़ने में मदद करेंगे। अविवाहित लोगों के लिए, यह किसी महत्वपूर्ण व्यक्ति से मिलने का समय हो सकता है।
♑ मकर
आपका छठा भाव सक्रिय होता है, जिससे दैनिक दिनचर्या, स्वास्थ्य और कार्य अनुशासन में सुधार होता है। कार्यस्थल पर चुनौतियाँ आ सकती हैं, लेकिन ये समस्या-समाधान कौशल दिखाने के अवसर भी साबित होंगी। फिटनेस और व्यवस्था के प्रति प्रतिबद्धता से दीर्घकालिक लाभ प्राप्त होंगे। Guru Grah Ka Pravesh Punarvasu Nakshatra Mai
♒ कुम्भ
आपके पंचम भाव में बृहस्पति आनंद, रोमांस और रचनात्मकता लेकर आएगा। आप शौक, कलात्मक गतिविधियों या बौद्धिक जुनून को तलाश सकते हैं। प्रेम जीवन हल्का और अधिक आशावादी रहेगा, और जो लोग संतान की तलाश में हैं, उनके लिए यह अवधि गर्भधारण या उनके साथ संबंधों को मज़बूत करने के लिए सहायक हो सकती है।
♓ मीन
बृहस्पति के आपके चतुर्थ भाव में होने से, घर और भावनात्मक सुरक्षा का भाव बढ़ेगा। परिवार में सुख सुविधाओं को बढ़ाने में व्यस्त रह सकते हैं । पारिवारिक रिश्ते बेहतर होंगे, और आप अपनी जड़ों से गहरा जुड़ाव महसूस करेंगे। आंतरिक स्थिरता बढ़ेगी, जिससे शांति और संतुष्टि मिलेगी।
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