Sri Anantha Padmanabha Stotram Ke Fayde aur Lyrics, अनन्तपद्मनाभ मङ्गल स्तोत्रम् के लाभ, ईच्छा पूरी करने वाला दिव्य स्त्रोत्रम. श्री अनन्तपद्मनाभ मङ्गल स्तोत्रम् श्री महाविष्णु को समर्पित है, जो हजार फन वाले सांप की शैय्या पर लेटे हुए हैं। जो भक्त इस स्त्रोत्रम का पाठ करता है, वह दीर्घायु और स्वस्थ जीवन प्राप्त करता है और उसे परमज्ञान की प्राप्ति होती है। Sri Anantha Padmanabha Stotram Ke Fayde aur Lyrics श्री अनन्तपद्मनाभ मङ्गल स्तोत्रम् पाठ के लाभ: इसके पाठ से जातक खोई हुई संपत्ति वापस पा सकता है. इसके पाठ से दंपत्ति को वैवाहिक सुख प्राप्त होता है और सुखी जीवन जीने में मदद मिलती है। इसके पाठ से शरीर और मन शुद्ध होते हैं. पूर्ण भक्ति और ईमानदारी के साथ श्री अनन्तपद्मनाभ मङ्गल स्तोत्रम् का पाठ करने से व्यक्ति को धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है. सुनिए YouTube में Lyrics of Sri Anantha Padmanabha Mangala Stotram: श्रियःकान्ताय कल्याणनिधये निधयेऽर्थिनाम् । श्री शेषशायिने अनन्तपद्मनाभाय मङ्गलम् ॥ १ ॥ स्यानन्दूरपुरीभाग्यभव्यरू...
7 Chakro Par Dhyan ke Mantra, कैसे करें चक्र ध्यान, Chakra dhyan video, सुप्त शक्तियों को जगाने के लिए ध्यान.
7 Chakro Par Dhyan ke Mantra: चक्रों पर ध्यान अद्भुत होता है और इस अभ्यास को अगर रोज किया जाए तो धीरे धीरे हम अपने अन्दर की सुप्त शक्तियों को जागृत होते हुए देखेंगे |
चक्रों पर ध्यान करने से हम अपने अन्दर की उर्जा को भी बैलेंस कर पायेंगे |
तो आइये एक आसन पर बैठे और शुरू करे इस ध्यान को |
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7 Chakro Par Dhyan ke Mantra |
विडियो से करें ध्यान Watch Video Here
7 Chakro Par Dhyan ke Mantra:
- सबसे पहले "मूलाधार चक्र" पर ध्यान केन्द्रित करें, इसका सम्बन्ध पृथ्वी तत्त्व से होता है और इस चक्र को जागृत करने के लिए "लं बीज मंत्र" का प्रयोग किया जाता है | तो आइये सबसे पहले "लं बीज मंत्र" का जप करें "मूलाधार चक्र" पर ध्यान करते हुए |
- अब ध्यान को "स्वाधिष्ठान चक्र" पर लाइए, इसका सम्बन्ध जल तत्त्व से होता है और इस चक्र को जागृत करने के लिए "वं बीज मंत्र" का जप किया जाता है | तो आइये जाप करें "वं बीज मंत्र" का "स्वाधिष्ठान चक्र" पर ध्यान करते हुए | 7 Chakro Par Dhyan ke Mantra
- अब "मणिपुर चक्र" ध्यान को लाइए, इसका सम्बन्ध अग्नि तत्त्व से होता है और इस चक्र को जागृत करने के लिए "रं बीज मंत्र" का जप किया जाता है | तो आइये जाप करें रं बीज मंत्र का "मणिपुर चक्र" पर ध्यान करते हुए |
- अब "अनहद चक्र" पर ध्यान लेके आइये, इसका सम्बन्ध वायु तत्त्व से होता है और इस चक्र को जागृत करने के लिए "यं बीज मंत्र" का जप किया जाता है | तो आइये जाप करें "यं बीज मंत्र" का "अनहद चक्र" पर ध्यान करते हुए |
- अब "विशुद्ध चक्र" पर ध्यान लेके आइये, इसका सम्बन्ध आकाश तत्त्व से होता है और इस चक्र को जागृत करने के लिए "हं बीज मंत्र" का जप किया जाता है | तो आइये जाप करें "हं बीज मंत्र" का "विशुद्ध चक्र" पर ध्यान करते हुए | 7 Chakro Par Dhyan ke Mantra
- अब "आज्ञा चक्र" पर ध्यान लेके आइये, इस चक्र को जागृत करने के लिए "ॐ" का जप किया जाता है | तो आइये जाप करें "ॐ मंत्र" का "आज्ञा चक्र" पर ध्यान करते हुए |
- अब "सहस्रार चक्र" पर ध्यान लेके आइये, इस चक्र को जागृत करने के लिए अनहद नाद पर ध्यान किया जाता है अर्थात वो नाद जो स्वतः हमारे भीतर चल रहा है हर क्षण | 7 Chakro Par Dhyan ke Mantra
तो इस प्रकार अगर हम रोज इन सातों चक्रों पर ध्यान करें तो निश्चित ही हमारे अन्दर की अद्भुत शक्तियों से हमारा परिचय होने लगेगा |
7 Chakro Par Dhyan ke Mantra, कैसे करें चक्र ध्यान, Chakra dhyan video, सुप्त शक्तियों को जगाने के लिए ध्यान.
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