Skip to main content

Latest Astrology Updates in Hindi

Sri Anantha Padmanabha Stotram Ke Fayde aur Lyrics

Sri Anantha Padmanabha Stotram Ke Fayde aur Lyrics, अनन्तपद्मनाभ मङ्गल स्तोत्रम् के लाभ, ईच्छा पूरी करने वाला दिव्य स्त्रोत्रम.  श्री अनन्तपद्मनाभ मङ्गल स्तोत्रम्  श्री महाविष्णु को समर्पित है, जो हजार फन वाले सांप की शैय्या पर लेटे हुए हैं। जो भक्त इस स्त्रोत्रम का पाठ करता है, वह दीर्घायु और स्वस्थ जीवन प्राप्त करता है और उसे परमज्ञान की प्राप्ति होती है।  Sri Anantha Padmanabha Stotram Ke Fayde aur Lyrics श्री अनन्तपद्मनाभ मङ्गल स्तोत्रम् पाठ के लाभ: इसके पाठ से जातक खोई हुई संपत्ति वापस पा सकता है.  इसके पाठ से दंपत्ति को वैवाहिक सुख प्राप्त होता है और सुखी जीवन जीने में मदद मिलती है। इसके पाठ से शरीर और मन शुद्ध होते हैं.  पूर्ण भक्ति और ईमानदारी के साथ  श्री अनन्तपद्मनाभ मङ्गल स्तोत्रम् का पाठ करने से व्यक्ति को धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है.  सुनिए YouTube में  Lyrics of Sri Anantha Padmanabha Mangala Stotram: श्रियःकान्ताय कल्याणनिधये निधयेऽर्थिनाम् । श्री शेषशायिने अनन्तपद्मनाभाय मङ्गलम् ॥ १ ॥ स्यानन्दूरपुरीभाग्यभव्यरू...

Dattatray Jayanti Ka Mahattw in Hindi

kab hai datt jayanti 2023, दत्त जयंती का महत्त्व हिंदी में, गुरु दत्तात्रय जन्मदिन, दत्त पूर्णिमा को क्या करते हैं भक्त सफलता के लिए.

इस महत्त्वपूर्ण और पवित्र दिन में भक्त विशेष पूजा अर्चना करते हैं और जीवन में गुरु कृपा का आवाहन करते हैं. हर साल दिसम्बर महीने में जो पूर्णिमा आती है उसे दत्त पूर्णिमा/दत्त जयंती भी कहा जाता हैं. गुरु दत्तात्रय में ३ भगवानो की शक्ति समाहित है – ब्रह्मा, विष्णु और महेश. 

kab hai datt jayanti 2023, दत्त जयंती का महत्त्व हिंदी में, गुरु दत्तात्रय जन्मदिन, दत्त पूर्णिमा को क्या करते हैं भक्त सफलता के लिए.
Dattatray Jayanti Ka Mahattw in Hindi

इनको अवधूत और दिगंबर भी कहा जाता है. आज भी लोग भगवान् दत्तात्रेय की उपस्थिति का अनुभव प्राप्त करते हैं.

भारत के महाराष्ट्र और गुजरात में गुरु दत्त की पूजा बहुत ज्यादा होती है.

साधारण लोग ही नहीं अपितु तांत्रिक भी उनकी विशेष रूप से पूजा करते हैं क्यूंकि ऐसी मान्यता है की तंत्र क्रियाओं में सफलता के लिए उनकी पूजा जरुरी होती है.


इस साल 2023 में 26 दिसम्बर, मंगलवार को दत्त जयंती मनाई जायेगी |

आइये जानते हैं दत्त भगवान् से जुडी कथा :

दत्तात्रेयजी अत्री ऋषि और उनकी अर्धांगिनी अनुसुइया के पुत्र हैं. ऐसी कथा प्रचलित है की अनुसिया जी ने कठोर तप किया और एक ऐसी पुत्र की कामना की जिसमे ब्रह्मा विष्णु और महेश तीनो के गुण हो. तब तीनो भगवानो ने साधू का वेश धारण करके उनकी परीक्षा लेने के लिए उनसे अपने गोद में बिठा के भोजन कराने को कहा. तब अनुसुइया जी ने अपने तपोबल से उन तीनो को बच्चा बना दिया और उन्हें स्तन पान कराया. जब अत्री ऋषि आये तो उन्होंने सब वृत्तांत बताया.

जब तीनो भगवान् वापस नहीं लौटे अपने लोको में तो तीनो देवियों को चिंता हुई और वे अनुसियाई जी से मिलने गए और अपने पतियों को वापस करने के लिए प्रार्थना की. और अनुसिया जी ने ऐसा ही किया परन्तु वापस आने से पहले तीनो ने अपनी शक्ति एक पुत्र में डाल दिया जो की दत्तात्रेय बने.

दत्तात्रेय जी ने प्रकृति में मौजूद २४ गुरुओं से शिक्षा प्राप्त की थी, आइये जानते हैं उनके नाम:

भगवान दत्तात्रेय से एक बार राजा यदु ने उनके गुरु का नाम पूछा,भगवान दत्तात्रेय ने कहा : "आत्मा ही मेरा गुरु है,तथापि मैंने चौबीस चीजों को गुरु मानकर शिक्षा ग्रहण की है।"

उन्होंने कहा मेरे चौबीस गुरुओं के नाम है :

  1. पृथ्वी
  2. जल
  3. वायु
  4. अग्नि
  5. आकाश
  6. सूर्य
  7. चन्द्रमा
  8. समुद्र
  9. अजगर
  10. कपोत
  11. पतंगा
  12. मछली
  13. हिरण
  14. हाथी
  15. मधुमक्खी
  16. शहद निकालने वाला
  17. कुरर पक्षी
  18. कुमारी कन्या
  19. सर्प
  20. बालक
  21. पिंगला वैश्या
  22. बाण बनाने वाला
  23. मकड़ी
  24. भृंगी कीट

आइये अब जानते हैं की भक्त दत्त जयंती में क्या विशेष करते हैं?

  1. ऐसा माना जाता है की सिर्फ उनका नाम जप की काफी है. अतः १००८ नामो का जप भक्त करते हैं उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए और जीवन से समस्याओं को समाप्त करने के लिए.
  2. दत्त पूर्णिमा को भक्त जल्दी उठते हैं और पवित्र नदियों में स्नान करते हैं और पुरे दिन उपवास करने का संकल्प भी लेते हैं.
  3. भक्त पंचोपचार पूजा करके गुरु चरित्र का पाठ करते हैं.
  4. गुरु दत्त की परिक्रमायें भी करते हैं.
  5. मंदिरों में और आस पड़ोस में प्रसाद बांटते हैं.

आइये जानते हैं एक आसान मंत्र दत्त पूजा के लिए:

Om Guru dattatreyay namah(ॐ गुरु दत्तात्रेयाय नमः )

दत्ता गायत्री मंत्र का जप भी बहुत शुभ होता है : 

ॐ दिगम्बराय विद्महे |
अत्री पुत्राय धीमहि तन्नोि दत: प्रचोदयात्‌ ||

ॐ दत्तात्रेया विद्महे ,दिगंबराय धीमही 
तन्नो दत: प्रचोदयात् ||


इस दिव्य मंत्र का जप कोई भी कर सकते हैं और गुरु दत्त की कृपा का आवाहन कर सकते हैं |

आइये अब जानते हैं भगवान दत्त के बारे में कुछ माहत्त्व्पूर्ण बाते :
  • भगवान् दत्तात्रेय नाथ सम्प्रदाय में भी बहुत माने जाते हैं और आदि गुरु कहलाते हैं. इसी कारन नाथ योगी उनकी विशेष पूजा अर्चना करते हैं.
  • जुनागढ़ में गिरनार पर्वत में उनका विशेष निवास स्थान माना जाता है जहाँ आज भी लोगो को उनके होने की अनुभूति होती है.
  • तांत्रिक लोग इस दिन तांत्रिक पूजाएँ भी करते हैं. ऐसी मान्यता है की दत्त भगवान् बहुत आसानी से प्रसन्न हो जाते हैं.
  • चूँकि दत्त जी में ३ देवताओं (ब्रह्मा, विष्णु, महेश )की शक्ति है अतः उनको पूजने मात्र से भक्तो को तीनो देवताओं के पूजन का फल प्राप्त होता है.
  • अगर कोई जीवन में बहुत परेशान हो तो उन्हें गुरु दत्तात्रेय की शरण में जाना चाहिए. 
  • भगवान दत्त की कृपा से धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है |

इस बात का ध्यान जरुर रखे की अगर आप कोई भी तंत्र साधना करते हैं तो किसी जानकार के निर्देशन में ही करे.

अपने सांसारिक और अध्यात्मिक, दोनों इच्छाओं की पूर्ति करते हैं गुरु दत्तात्रेय.
  • जानिए ज्योतिष से क्या लाया है नया साल आपके लिए?
  • जानिए कौन से रत्न भाग्योदय कर सकते हैं?
  • कौन सी पूजा आपके लिए शुभ रहेगी?
  • जानिए अपना भविष्य ज्योतिष द्वारा.

प्राप्त करिए अपने वैवाहिक जीवन समस्या का समाधान, कामकाजी जीवन में समस्या का समाधान, आर्थिक समस्याओं का समाधान.




दत्त जयंती का महत्त्व हिंदी में, गुरु दत्तात्रय जन्मदिन, when is dutt poornima, दत्त पूर्णिमा को क्या करते हैं भक्त सफलता के लिए.

Comments

Popular posts from this blog

Kuldevi Strotram Lyrics

Kuldevi Strotram Lyrics, कुलदेवी स्त्रोत्रम पाठ के फायदे, कुलदेवी का आशीर्वाद कैसे प्राप्त करें, कुलदेवी को प्रसन्न करने का शक्तिशाली उपाय | हिन्दुओं में कुलदेवी या कुलदेवता किसी भी परिवार के मुख्य देवी या देवता के रूप में पूजे जाते हैं और ये उस परिवार के मुख्य रक्षक भी होते हैं | किसी भी विशेष कार्य को करने से पहले कुलदेवी या कुलदेवता को पूजने की मान्यता है |  आज के समय में बहुत से परिवारों को उनके कुलदेवी या कुलदेवता का पता नहीं होता है अतः ऐसे में चिंता की बात नहीं है| कुलदेवी स्त्रोत्रम का पाठ करके और सुनके हम अपने कुलदेवी की कृपा प्राप्त कर सकते हैं |  Kuldevi Strotram Lyrics सुनिए YouTube में कुलदेवी स्त्रोत्रम  Lyrics of Kuldevi Strotram:  ॐ नमस्ते श्री  शिवाय  कुलाराध्या कुलेश्वरी।   कुलसंरक्षणी माता कौलिक ज्ञान प्रकाशीनी।।1   वन्दे श्री कुल पूज्या त्वाम् कुलाम्बा कुलरक्षिणी।   वेदमाता जगन्माता लोक माता हितैषिणी।।2   आदि शक्ति समुद्भूता त्वया ही कुल स्वामिनी।   विश्ववंद्यां महाघोरां त्राहिमाम् शरणागत:।।3   त्रैलोक...

Mahakal Kawacham || महाकाल कवच

महाकाल कवच के बोल, महाकाल कवचम के क्या फायदे हैं। Mahakal Kavacham || Mahakaal Kavach || महाकाल कवच || इस लेख में अति गोपनीय, दुर्लभ, शक्तिशाली कवच के बारे में बता रहे हैं जिसे की विश्वमंगल कवच भी कहते हैं। कवच शब्द का शाब्दिक अर्थ है सुरक्षा करने वाला | जिस प्रकार एक योद्धा युद्ध में जाने से पहले ढाल या कवच धारण करता है, उसी प्रकार रोज हमारे जीवन में नकारात्मक्क शक्तियों से सुरक्षा के लिए महाकाल कवच ढाल बना देता है | जब भी कवच का पाठ किया जाता है तो देविक शक्ति दिन भर हमारी रक्षा करती है |  कवच के पाठ करने वाले को अनैतिक कार्यो से बचना चाहिए, मांसाहार नहीं करना चाहिए, किसी भी प्रकार की हिंसा नहीं करना चाहिए | Mahakal Kavach का विवरण रुद्रयामल तंत्र में दिया गया है और ये अमोघ रक्षा कवच है | Mahakal Kawacham || महाकाल कवच  किसी भी प्रकार के रोग, शोक, परेशानी आदि से छुटकारा दिला सकता है महाकाल कवच का पाठ | इस शक्तिशाली कवच के पाठ से हम बुरी शक्तीयो से बच सकते हैं, भूत बाधा, प्रेत बाधा आदि से बच सकते हैं | बच्चे, बूढ़े, जवान सभी के लिए ये एक बहुत ही फायदेमंद है | बाबा महाकाल ...

Bank Account kab khole jyotish anusar

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बैंक खाता कब खोलें, बैंक खाता खोलने के लिए सबसे अच्छा दिन चुनकर सौभाग्य कैसे बढ़ाएं,  when to open bank account as per astrology ,  ज्योतिष के अनुसार बैंक खाता खोलने का शुभ दिन, नक्षत्र और समय, ज्योतिष के अनुसार बचत कैसे बढ़ाएं? बैंक खाता खोलने का निर्णय एक बहुत ही महत्वपूर्ण निर्णय है और इसलिए इसे खोलने के लिए सबसे अच्छा दिन, सर्वश्रेष्ठ नक्षत्र, सर्वश्रेष्ठ महुरत चुनना अच्छा होता है । शुभ समय पर खोला गया बैंक खाता व्यक्ति को आसानी से संपन्न बना देता है |  बिना प्रयास के सफलता नहीं मिलती है अतः अगर हमे सफल होना है ,धनाढ्य बनना है, अमीर बनना है तो हमे सभी तरफ से प्रयास करना होगा, हमे स्मार्ट तरीके से काम करना होगा |  प्रत्येक व्यवसाय या कार्य में बैंक खाता आवश्यक है। चाहे आप एक कर्मचारी या उद्यमी हों चाहे आप एक व्यवसायी हों या एक गैर-कामकाजी व्यक्ति, बैंक खाता आमतौर पर हर एक के पास होता है। बैंक खाता हर एक के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि हम इस पर अपनी बचत रखते हैं, यह इसीलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि प्रत्येक लेनदेन बैंक खाते के माध्यम...